Biology Gk - Biology Gk In Hindi - Biology In Hindi
जीव विज्ञान से संबन्धित सामान्य ज्ञान- जीव विज्ञान जीवन का विज्ञान है। इसका नाम ग्रीक शब्द "बायोस" (जीवन) और "लोगो" (अध्ययन) से लिया गया है।
जीवविज्ञानी जीवित जीवों की संरचना, कार्य, विकास, उत्पत्ति, विकास और वितरण का अध्ययन करते हैं। सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि में
Biology Gk से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। यहाँ Biology के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को Listed किया गया है जो आपके जीव विज्ञान संबंधित जानकारी बढ़ाने में उपयोगी हो सकती है। Biology MCQ
Biology General Knowledge | जीव विज्ञान सामान्य ज्ञान | जीव विज्ञान जीके
81. जीव विज्ञान की शाखा जिसमें प्राणियों की पहचान, नाम पद्धति और वर्गीकरण का अध्ययन किया जाता है, कहलाती है ?
(A) फाइटोजियोग्राफी
(B) मॉरफॉलोजी
(C) एकॉलोजी
(D) टैक्सोनॉमी
Solution:
वर्गीकरण विज्ञान जीव विज्ञान की वह शाखा है जो जीवों की पहचान, नामकरण और वर्गीकरण का अध्ययन करती है। यह उन्हें उनके समान विशेषताओं और विकासवादी संबंधों के आधार पर समूहों में व्यवस्थित करता है। वर्गीकरण विज्ञान वैज्ञानिकों को जीवों की विविधता को समझने और जीवन के पेड़ का मानचित्रण करने में मदद करता है। यह संरक्षण और पारिस्थितिकी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
82. एक वर्णान्ध नारी सामान्य पुरुष से विवाह करती है तो इसके बच्चे होंगे?
(A) वर्णान्ध पुत्र एवं पुत्रियाँ
(B) वर्णान्ध पुत्र एवं वाहक पुत्रियाँ
(C) सामान्य पुत्र व पुत्रियाँ
(D) वर्णान्ध पुत्रियाँ व सामान्य पुत्र
Solution:
एक वर्णान्ध महिला और एक सामान्य पुरुष के बच्चों में वर्णान्धता का जोखिम इस बात पर निर्भर करता है कि पुरुष किस प्रकार का वर्णान्ध है। यदि पुरुष लाल-हरा वर्णान्ध है, तो उनकी बेटियों में 50% वर्णान्ध होने की संभावना होती है और उनके बेटों में वर्णान्ध होने की कोई संभावना नहीं होती है। यदि पुरुष नीला-पीला वर्णान्ध है, तो उनकी बेटियों में वर्णान्ध होने की 50% संभावना होती है और उनके बेटों में वर्णान्ध होने की 25% संभावना होती है।
83. फीकल कॉलीफ़ॉर्म की स्वीकार्य मात्रा कितनी होनी चाहिए ?
(A) 100 mg/L
(B) 50 CFU/L
(C) 100 CFU/L
(D) अनुपस्थित होना चाहिए
Solution:
स्वच्छ पेयजल में शून्य फीकल कॉलीफॉर्म स्वीकार्य होते हैं। यह इंगित करता है कि पानी मानवीय मल से दूषित नहीं हुआ है। 0-2 कॉलीफॉर्म/100mL सुरक्षित पेयजल स्तर माना जाता है, जबकि 3-10 कॉलीफॉर्म/100mL सीमांत गुणवत्ता का संकेत देता है। 10 या अधिक कॉलीफॉर्म/100mL उच्च स्तर का फीकल दूषण दर्शाता है और पानी कीटाणुरहित करने की आवश्यकता होती है।
84. मनुष्य के शरीर में पैर की हड्डी ?
(A) खोखली होती है
(B) कीलक होती है
(C) संरन्ध्री होती है
(D) ठोस होती है
Solution:
The human foot contains 26 bones, divided into three regions:
* Tarsals (7 bones): Heel (calcaneus), ankle (talus), navicular, cuboid, and three cuneiforms.
* Metatarsals (5 bones): Long bones connecting the tarsals to the toes.
* Phalanges (14 bones): Three bones in each toe (proximal, middle, and distal), except for the big toe which has only two.
These bones provide structural support, absorb shock when walking or running, and allow for movement and flexibility in the foot.
85. सूक्ष्मजैविकी या सूक्ष्मजीव विज्ञान में अध्ययन करते है ?
(A) जन्तुओं का
(B) पादपों का
(C) सूक्ष्मदर्शी पादपों का
(D) सूक्ष्मदर्शी पादपों और जन्तुओं का
Solution:
**सूक्ष्मजीव विज्ञान** एक जीव विज्ञान की शाखा है जो सूक्ष्मजीवों, जैसे कि जीवाणु, कवक, प्रोटोजोआ और वायरस का अध्ययन करती है। यह उनके संरचना, कार्य, चयापचय, विकास, वंशानुक्रम और वातावरण के साथ उनकी अन्योन्यक्रिया की जांच करता है। सूक्ष्मजीव विज्ञान में रोगजनकता, निदान और उपचार, जैव प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग, पर्यावरणीय प्रभाव और सूक्ष्म पारिस्थितिकी तंत्र की समझ शामिल है।
86. वैलीबीस क़्य़ा होते है ?
(A) अमरीकन औपोसम्स
(B) ऑस्ट्रेलिया के कंगारू
(C) कंगारू से मिलते जुलते ऑस्ट्रेलिया के धानी प्राणी
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
वैलीबी मार्सूपियल स्तनधारी हैं जो कंगारू और वॉलबियों से संबंधित हैं। वे ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी के मूल निवासी हैं। वैलीबी आकार में विविध हैं, छोटे रेड-नेक वाले वैलीबी से लेकर बड़े एंटिलोपीन वैलीबी तक। उनके पास मोटे फर, लंबी पूंछ और शक्तिशाली पिछले पैर हैं जो उन्हें ऊंची छलांग लगाने की अनुमति देते हैं। वैलीबी निशाचर या सन्ध्याकालीन होते हैं और विभिन्न प्रकार के आवासों में निवास करते हैं, जिनमें जंगल, घास के मैदान और रेगिस्तान शामिल हैं। वे घास, पत्ते और अन्य वनस्पति खाते हैं।
87. क्रोमोसोम की संरचना में भाग लेते है?
(A) कार्बोहाइड्रेट तथा वसा
(B) डी.एन.ए. व प्रोटीन
(C) प्रोटीन तथा कार्बोहाइड्रेट
(D) प्रोटीन व आर.एन.ए.
Solution:
क्रोमोसोम डीएनए के लंबे, पतले तंतु होते हैं जो कोशिका के नाभिक में पाए जाते हैं। उनकी संरचना में भाग लेने वाले प्रमुख घटक इस प्रकार हैं:
* **डीएनए:** आनुवंशिक जानकारी वहन करने वाला एक नाइट्रोजनस बेस युक्त अणु।
* **प्रोटीन:** डीएनए को व्यवस्थित और संरचित करने वाले हिस्टोन और गैर-हिस्टोन प्रोटीन।
* **टेलीमेयर:** क्रोमोसोम के सिरों पर स्थित विशेष डीएनए अनुक्रम जो उन्हें क्षरण से बचाते हैं।
* **सेंट्रोमेयर:** क्रोमोसोम का वह क्षेत्र जहां स्पिंडल फाइबर जुड़ते हैं, जो कोशिका विभाजन के दौरान क्रोमोसोम को अलग करने में मदद करते हैं।
88. समजात अंग होते हैं ?
(A) रचना में समान
(B) रचना और कार्य दोनों में समान
(C) रचना में असमान
(D) कार्य में समान
Solution:
Homologous organs are structures in different species that share a common evolutionary origin, meaning they have similar developmental patterns and genetic relationships. They may have different functions in each species. For example, the forelimbs of humans, cats, and bats are homologous, despite their diverse functions (walking, climbing, flying). Homologous organs provide evidence for evolution, as they suggest a common ancestry among different species.
89. संघ कॉर्डेटा के पक्षी वर्ग का उदाहरण है ?
(A) चिडिया
(B) कौआ
(C) मोर
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
संघ कॉर्डेटा रीढ़ की हड्डी वाले जानवरों का समूह है। पक्षी वर्ग कॉर्डेटा संघ का एक उदाहरण है क्योंकि पक्षियों के शरीर में एक रीढ़ की हड्डी होती है, जो उनकी पीठ के नीचे चलती है। पक्षियों में अन्य कॉर्डेटा विशेषताएं भी होती हैं, जैसे नोटोकॉर्ड, एक खोखली तंत्रिका कॉर्ड और फारेनजील स्लिट।
90. सबसे पहले जीवाणु का शुद्ध संवर्धन प्राप्त करने वाला वैज्ञानिक था ?
(A) लुई पाश्चर
(B) रॉबर्ट कोच
(C) ल्यूवेनहॉक
(D) एडवर्ड जेनर
Solution:
रोबर्ट कॉच ने सबसे पहले 1881 में जीवाणु का शुद्ध संवर्धन प्राप्त किया। शुद्ध संवर्धन एक ही प्रकार के जीवाणु कोशिकाओं से बना होता है और यह किसी अन्य सूक्ष्मजीव से मुक्त होता है। कॉच ने जेली-जैसे पदार्थ में एंथ्रेक्स जीवाणु को अलग करके शुद्ध संवर्धन प्राप्त किया, जो जीवाणु को बढ़ने और उपनिवेश बनाने की अनुमति देता है। इस खोज ने चिकित्सीय अनुसंधान में क्रांति ला दी, जिससे विशिष्ट रोगों के कारणों और उपचारों की पहचान करना संभव हो गया।