Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
हिंदी व्याकरण, हिंदी भाषा को शुद्ध रूप में लिखने और बोलने संबंधी नियमों का बोध करानेवाला शास्त्र है । यह हिंदी भाषा के अध्ययन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है ।
सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा में जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI Assistant, IBPS SO, RRB, CTET, TET, BED, SCRA, UPSC में हिंदी व्याकरण से पूछे गए सामान्य ज्ञान के प्रश्न।
हिंदी व्याकरण सामान्य ज्ञान | Hindi Grammar Objective | Gk Hindi Grammar
1. शुद्ध वर्तनी वाला शब्द है ?
(A) अतिश्योक्ति
(B) अतिश्योक्ती
(C) अतिष्योक्ति
(D) अतिशयोक्ति
Solution:
शुद्ध वर्तनी का अर्थ है किसी शब्द को उसकी सही वर्तनी के अनुसार लिखना। किसी शब्द की शुद्ध वर्तनी जानने के लिए आम तौर पर शब्दकोशों का उपयोग किया जाता है, जो शब्दों की मान्यता प्राप्त वर्तनी प्रदान करते हैं। शुद्ध वर्तनी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह संचार को स्पष्ट और सटीक बनाता है और गलतफहमियों को रोकता है। इसके अलावा, यह व्याकरण और भाषा कौशल को दर्शाता है।
2. छंद का सर्वप्रथम उल्लेख कहाँ मिलता है ?
(A) ऋगवेद
(B) सामवेद
(C) उपनिषद
(D) यजुर्वेद
Solution:
छंद का सर्वप्रथम उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है, जो प्राचीन भारतीय वैदिक साहित्य का हिस्सा है। ऋग्वेद में, छंदों को "छंद" कहा जाता है, और वे ऋचाओं (पद्यों) की रचना के लिए उपयोग की जाने वाली विभिन्न मीट्रिक इकाइयाँ हैं। ऋग्वेद में 26 मुख्य छंद हैं, प्रत्येक में विशिष्ट लय और ताल होती है। इन छंदों का उपयोग देवताओं की स्तुति, अनुष्ठानों और अन्य धार्मिक उद्देश्यों के लिए किया जाता था।
3. निम्नलिखित में से कोन `विशेष्ण` का भेद नही है?
(A) परिणामवाचक
(B) गुणवाचक
(C) पुरुषवाचक
(D) सार्वनामिक
Solution:
विशेषणों के चार प्रमुख भेद होते हैं: गुणवाचक विशेषण, परिमाणवाचक विशेषण, प्रश्नवाचक विशेषण और संबंधवाचक विशेषण। इसलिए, निम्नलिखित में से कोई भी शब्द विशेषण का भेद नहीं है:
* क्रिया विशेषण
* संज्ञा
* सर्वनाम
* क्रिया
4. ‘कान कतरना’ मुहावरे का अर्थ बताइए ?
(A) बहुत तेज दौड़ना
(B) बहुत चालाक होना
(C) बहुत आदर करना
(D) सोच-विचार में पड़ना
Solution:
**"कान कतरना" मुहावरे का अर्थ:**
"कान कतरना" मुहावरा उस स्थिति को दर्शाता है जब किसी की बात नहीं सुनी जाती या उसकी बातों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। यह उस स्थिति का भी वर्णन करता है जब किसी की आलोचना या हर्जाना आता है।
5. धीवर किसका पर्यायवाची है ?
(A) धोबी
(B) केवट
(C) नाई
(D) चिड़ीमार
Solution:
धीवर मछुआरे का पर्यायवाची है। वे समुद्र या झीलों में मछली पकड़ने के लिए जाल, जाल या अन्य उपकरणों का उपयोग करने वाले व्यक्ति होते हैं। वे अक्सर छोटी नावों पर काम करते हैं और अपनी आजीविका के लिए मछली पकड़ने पर निर्भर होते हैं। धीवर एक प्राचीन पेशा है जो सदियों से चला आ रहा है, और यह कई तटीय समुदायों में आज भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
6. 'चपला' का समानार्थी हैं ?
(A) कंजूस
(B) ज्वाला
(C) दामिनी
(D) भामिनी
Solution:
चपला का समानार्थी **फुर्तीला** है।
फुर्तीला का अर्थ है जो तेज़ी से और आसानी से हिलता-डुलता हो। यह चपला के समान है, जो त्वरित और चुस्त हरकत को दर्शाता है। दोनों शब्द गतिशीलता और चपलता की भावना व्यक्त करते हैं।
7. 'वानर' का तद्भव रूप है ?
(A) बान्दर
(B) बाँदर
(C) बन्दर
(D) बानर
Solution:
'वानर' का तद्भव रूप 'बंदर' है। तद्भव शब्द संस्कृत के शब्दों से व्युत्पन्न होते हैं और प्राकृत और आधुनिक भारतीय भाषाओं में प्रयुक्त होते हैं। 'वानर' एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ बंदर है, जबकि 'बंदर' इसका प्राकृत रूप है जो हिंदी, मराठी और अन्य भारतीय भाषाओं में उपयोग किया जाता है। तद्भव शब्दों में मूल संस्कृत शब्द की ध्वन्यात्मक और रूपात्मक विशेषताएं अक्सर बदल जाती हैं।
8. संस्कृत के ऐसे शब्द जिन्हें हम ज्यों-का-त्यों प्रयोग में लाते हैं, कहलाते हैं?
(A) तद्भव
(B) विदेशज
(C) देशज
(D) तत्सम
Solution:
संस्कृत के वे शब्द, जिनको हम आज भी बिना किसी परिवर्तन के अपनी भाषा में इस्तेमाल करते हैं, **तत्सम** शब्द कहे जाते हैं। ये शब्द संस्कृत के मूल रूप को बनाए रखते हैं और उनकी वर्तनी और उच्चारण में कोई परिवर्तन नहीं हुआ होता है। उदाहरण के लिए, "राजा", "राज्य", "विद्या", "धर्म" और "ज्ञान" कुछ सामान्य तत्सम शब्द हैं।
9. किस कारक में `से ` विभक्ति का प्रयोग साधन के अर्थ में होता है?
(A) कर्ता
(B) अपादान
(C) सम्प्रदान
(D) करण
Solution:
`से` विभक्ति का साधन के अर्थ में प्रयोग **करण कारक** में होता है। करण कारक क्रिया के जिस कारक से क्रिया पूरी होती है उसे दर्शाता है। जब किसी क्रिया को पूरा करने के लिए किसी साधन या उपकरण का उपयोग किया जाता है, तो `से` विभक्ति का उपयोग उस साधन या उपकरण को दर्शाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
* मैं कलम **से** लिखता हूँ। (साधन: कलम)
* वह चाबी **से** ताला खोलता है। (साधन: चाबी)
10. हिन्दी व्याकरण के अन्तिम पंचमाक्षरों का उच्चारण स्थान क्या है ?
(A) मूर्धन्य
(B) तालव्य
(C) अनुनासिक
(D) कण्ठ्य
Solution:
हिंदी व्याकरण के अन्तिम पंचमाक्षरों 'ङ', 'ञ', 'ण', 'न', 'म' का उच्चारण स्थान मूर्धा है। मूर्धा हमारे मुंह का वह भाग होता है जहां जीभ का अगला भाग और दांत का अग्रभाग मिलते हैं। इन पंचमाक्षरों को उच्चारित करते समय जीभ मूर्धा से स्पर्श करती है, जिससे एक विशिष्ट ध्वनि उत्पन्न होती है।