HP GK - Himachal Pradesh Gk In Hindi - HP GK In Hindi
सभी तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, TET इत्यादि के लिए हिमाचल प्रदेश से संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान के सवाल।
हिमाचल प्रदेश से संबंधित सभी सामान्य ज्ञान प्रश्न जो हरियाणा़ राज्य में में होने वाले विभिन्न सरकारी या गैर सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं के तयारी के लिए उपयोगी है।
हिमाचल प्रदेश सामान्य ज्ञान | Himachal GK | Himachal Pradesh GK | HP GK Question
1. हिमाचल प्रदेश में प्राचीन अभिलेख किस एक लिपि में उत्कीर्ण नहीं किए गए हैं ?
(A) ब्राह्यी
(B) नागरी
(C) इण्डो-ग्रीक
(D) शारदा
Solution:
हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले प्राचीन अभिलेखों को निम्नलिखित लिपियों में उत्कीर्ण किया गया है:
* ब्राह्मी
* शारदा
* टैंकरी
* तेलुगु
* फारसी
* गुरुमुखी
इस प्रकार, हिमाचल प्रदेश में प्राचीन अभिलेख किसी भी एक लिपि में उत्कीर्ण नहीं किए गए हैं।
2. शिमला जिले के डोडरा क्वार को क्या दर्जा प्राप्त है ?
(A) उप-तहसीलें
(B) उप-मंडल
(C) तहसीलें
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
डोडरा क्वार, शिमला जिले में स्थित है, को पंचायती राज अधिनियम के तहत **विशेष पर्यटन क्षेत्र (STA)** का दर्जा प्राप्त है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदायों की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए विशेष नियम और विनियम लागू होते हैं। STA का दर्जा डोडरा क्वार को पर्यटन संबंधी गतिविधियों को विनियमित करने, बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने और क्षेत्र के सांस्कृतिक और पारिस्थितिक विरासत की सुरक्षा करने में सक्षम बनाता है।
3. निम्न में से कौन-सा हिमाचल प्रदेश का सबसे प्राचीन प्रांतीय राज्य है ?
(A) कुतूल
(B) माण्डू
(C) त्रिगर्त
(D) हिन्दूर
Solution:
हिमाचल प्रदेश में कोई भी प्रांतीय राज्य नहीं है। यह एक एकात्मक राज्य है जो भारत गणराज्य के अंतर्गत आता है। इसलिए, यह प्रश्न अप्रासंगिक है और इसका कोई उत्तर नहीं है।
4. निम्नलिखित में से कहाँ पर सोलन जिले का औद्योगिक केंद्र नहीं है ?
(A) बरोटीवाला
(B) सुल्तानी
(C) परवाणु
(D) सोलन
Solution:
सोलन जिले के औद्योगिक केंद्र हैं:
* बद्दी
* बरोटीवाला
* कालाअंब
* नालागढ़
* परवाणू
दिए गए विकल्पों में से **कोई भी औद्योगिक केंद्र सोलन जिले में नहीं है।**
5. बुड़ाह किस जिले का प्रसिद्ध लोकनृत्य है ?
(A) लाहौल स्पीति
(B) शिमला
(C) सोलन
(D) सिरमौर
Solution:
बुड़ाह उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा जिले का प्रसिद्ध लोकनृत्य है। यह एक जीवंत नृत्य है जो देवी-देवताओं की पूजा और विशेष अवसरों पर किया जाता है। बुड़ाह नर्तक भैंसे के सिर के आकार का मुखौटा पहनते हैं और रंगीन वेशभूषा में नृत्य करते हैं। नृत्य ऊर्जावान ड्रम की थाप और पारंपरिक गीतों से begleitet होता है।
6. कुनाल पथरी मंदिर किस जिले में स्थित है ?
(A) कुल्लू
(B) कांगड़ा
(C) शिमला
(D) मण्डी
Solution:
कुनाल पथरी मंदिर मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है। यह एक प्राचीन हिंदू मंदिर है, जो कुन्तलेश्वर देव को समर्पित है। मंदिर अपने प्राचीन गुफा चित्रों और शिलालेखों के लिए प्रसिद्ध है, जो 5वीं और 6वीं शताब्दी के हैं। यह एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और माना जाता है कि यहां भगवान कृष्ण ने शिशुपाल का वध किया था।
7. हिमाचल प्रदेश में पहली विधानसभा किस वर्ष गठित हुई ?
(A) 1948
(B) 1952
(C) 1966
(D) 1971
Solution:
हिमाचल प्रदेश की पहली विधानसभा 11 मार्च, 1952 को गठित हुई। भारत की स्वतंत्रता के बाद, हिमाचल प्रदेश को 15 अप्रैल, 1948 को एक राज्य के रूप में मान्यता दी गई थी। विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई 1952 में हुए थे और परिणामस्वरूप 46 सदस्यीय विधानसभा बनी। यशवंत सिंह परमार को पहला मुख्यमंत्री चुना गया।
8. बांदली अभयारण्य निम्न में से किस स्थान पर है ?
(A) मंडी
(B) ऊना
(C) शिमला
(D) कुल्लू
Solution:
बांदली अभयारण्य राजस्थान के बूंदी जिले में स्थित है, जो आरावली पर्वत श्रृंखला के उत्तरी-पूर्वी किनारे पर है। यह 24.5 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है और इसमें शुष्क पर्णपाती वन, चट्टानी पहाड़ियाँ और जल निकाय शामिल हैं। अभयारण्य एक महत्वपूर्ण बाघ निवास स्थान है और इसमें तेंदुए, लकड़बग्घे, चीतल, नीलगाय और विभिन्न प्रकार के पक्षी भी पाए जाते हैं।
9. हिमाचल प्रदेश का निम्नलिखित में से कौन-सा नगर कांगड़ा घाटी के अंतर्गत नहीं आता है ?
(A) धर्मशाला
(B) बैजनाथ
(C) नूरपुर
(D) भरमौर
Solution:
झंडूता कांगड़ा घाटी में स्थित नहीं है। यह ऊना जिले में स्थित है, जो कांगड़ा घाटी के बाहर स्थित है। कांगड़ा घाटी में शामिल शहर हैं: धर्मशाला, पालमपुर, कांगड़ा, नूरपुर और बैजनाथ।
10. गुलेर का वह शासक जिसे शाहजहां ने शेर अफगान का नाम दिया ?
(A) विक्रम सिंह
(B) तेज सिंह
(C) मान सिंह
(D) राज सिंह
Solution:
राजा जगत सिंह (शासन काल 1630-1679) गुलेर के शासक थे जिन्हें मुगल सम्राट शाहजहाँ ने "शेर अफगान" की उपाधि दी थी। अपनी वीरता और अफगान विद्रोह को दबाने में उनकी भूमिका के लिए यह उपाधि प्रदान की गई थी। उनकी बहादुरी और कूटनीतिक कौशल ने गुलेर को एक प्रमुख पहाड़ी राज्य बनाए रखने में मदद की।