HP GK - Himachal Pradesh Gk In Hindi - HP GK In Hindi
सभी तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, TET इत्यादि के लिए हिमाचल प्रदेश से संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान के सवाल।
हिमाचल प्रदेश से संबंधित सभी सामान्य ज्ञान प्रश्न जो हरियाणा़ राज्य में में होने वाले विभिन्न सरकारी या गैर सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं के तयारी के लिए उपयोगी है।
हिमाचल प्रदेश सामान्य ज्ञान | Himachal GK | Himachal Pradesh GK | HP GK Question
51. व्यास नदी का संस्कृत नाम क्या था ?
(A) विपाशा
(B) इरावती
(C) मन्दाकिनी
(D) भद्रावती
Solution:
व्यास नदी का संस्कृत नाम "विपाशा" था। यह नाम इसके पाट में बहने वाले विषैले पानी से लिया गया था। पौराणिक कथा के अनुसार, ऋषि व्यास ने नदी को विषमुक्त किया था, जिससे इसका नाम "व्यास" पड़ा।
52. हिमाचल के कांगड़ा राज्य की चर्चा सर्वप्रथम किस इतिहासकार के द्वारा की गई ?
(A) फरिश्ता
(B) टॉलेमी
(C) अलबेरुनी
(D) इत्सिंग
Solution:
भारतीय इतिहासकार अल्-बरूनी ने 11वीं शताब्दी में अपनी पुस्तक "तहीक-ए हिंद" में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा राज्य का उल्लेख किया था। उन्होंने राज्य के शासक को "जालंधर का राजा" के रूप में वर्णित किया, जो उस समय कांगड़ा के निकट एक प्रमुख शहर था। अल्-बरूनी की रचनाएं इस क्षेत्र के शुरुआती इतिहास की समझ के लिए महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
53. शिवालिक घाटियों की अधिकतम ऊंचाई कितनी है ?
(A) 9800 फुट
(B) 1500 फुट
(C) 1500 मीटर
(D) 2650 मीटर
Solution:
शिवालिक घाटियाँ हिमालय पर्वत की सबसे निचली पर्वत श्रृंखला हैं। इन घाटियों की अधिकतम ऊंचाई लगभग 1,200 मीटर (3,900 फीट) है। ये घाटियाँ भाबर और तराई क्षेत्रों से सटे हुए हैं, जो हिमालय की तलहटी में पाए जाने वाले मैदानी क्षेत्र हैं। शिवालिक घाटियाँ जलोढ़ मिट्टी और चट्टानों से बनी हैं और इनमें घने जंगल और समृद्ध जैव विविधता है।
54. गुलेर का वह शासक जिसे शाहजहां ने शेर अफगान का नाम दिया ?
(A) विक्रम सिंह
(B) तेज सिंह
(C) मान सिंह
(D) राज सिंह
Solution:
राजा जगत सिंह (शासन काल 1630-1679) गुलेर के शासक थे जिन्हें मुगल सम्राट शाहजहाँ ने "शेर अफगान" की उपाधि दी थी। अपनी वीरता और अफगान विद्रोह को दबाने में उनकी भूमिका के लिए यह उपाधि प्रदान की गई थी। उनकी बहादुरी और कूटनीतिक कौशल ने गुलेर को एक प्रमुख पहाड़ी राज्य बनाए रखने में मदद की।
55. निम्नलिखित में से कौन-सा जिला प्राचीन काल में त्रिगर्त क्षेत्र का हिस्सा नहीं था ?
(A) चम्बा
(B) ऊना
(C) कांगड़ा
(D) कुल्लू
Solution:
कांगड़ा जिला प्राचीन काल में त्रिगर्त क्षेत्र का हिस्सा नहीं था। त्रिगर्त में वर्तमान हिमाचल प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सिरमौर और मंडी जिले शामिल थे।
56. हिमाचल प्रदेश में कितने प्रशासनिक संभाग है ?
(A) 12
(B) 3
(C) 4
(D) 7
Solution:
हिमाचल प्रदेश में चार प्रशासनिक संभाग हैं:
1. कांगड़ा
2. मंडी
3. कुल्लू
4. हमीरपुर
ये संभाग आगे 12 जिलों में विभाजित हैं। प्रत्येक संभाग का नेतृत्व एक आयुक्त करता है जो संभाग के प्रशासनिक और विकास कार्यों के लिए जिम्मेदार होता है।
57. लाहौल घाटी व स्पीति घाटी को निम्न में से कौन-सा दर्रा जोड़ता है ?
(A) रोहतांग
(B) कुंजम
(C) वारालाचा
(D) शिपकी
Solution:
लाहौल घाटी और स्पीति घाटी को **रोहतांग दर्रा** जोड़ता है। यह हिमाचल प्रदेश में स्थित एक ऊंचा पहाड़ी दर्रा है जो समुद्र तल से 3,978 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह दर्रा पश्चिमी हिमालय पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है और लाहौल और स्पीति दोनों घाटियों के बीच एक महत्वपूर्ण मार्ग प्रदान करता है।
58. पुरातन काल में सुंदर नगर को किस नाम से जाना जाता था ?
(A) बनेड़
(B) मण्डप
(C) सुकु नगर
(D) स्वर्णपुर
Solution:
प्राचीन काल में, सुंदरनगर को "सुदर्शन नगर" के नाम से जाना जाता था। इसका उल्लेख वैदिक ग्रंथों में एक शक्तिशाली साम्राज्य के रूप में किया गया है जो उस क्षेत्र पर शासन करता था। "सुदर्शन" शब्द "सुंदर दृश्य" या "खूबसूरत शहर" का अनुवाद करता है, जो शहर के वर्तमान नाम, सुंदरनगर की उत्पत्ति है, जिसका अर्थ है "सुंदर शहर"।
59. नूरपुर के किस शासक ने मुगलों के विरुद्ध बगावतें की थी ?
(A) राम सिंह
(B) जगत सिंह
(C) राज सिंह
(D) वीर सिंह
Solution:
राज सिंह, नूरपुर के शक्तिशाली राजा, जिन्होंने मुगलों के विरुद्ध लगातार बगावतें कीं। वह एक कुशल योद्धा और रणनीतिकार थे जो मुगल साम्राज्य की बढ़ती शक्ति से नाराज थे। उन्होंने 1585 में अकबर के खिलाफ विद्रोह किया, और 1615 में जहाँगीर के शासनकाल के दौरान एक और विद्रोह का नेतृत्व किया। राज सिंह की बहादुरी और विद्रोही भावना ने उन्हें एक लोकप्रिय राजपूत नायक बना दिया।
60. निम्न में से किसे राबिनगढ दुर्ग का निर्माता माना जाता है ?
(A) राजेंद्र प्रकाश
(B) शुभ प्रकाश
(C) पद्म देव
(D) वीर प्रकाश
Solution:
राबिगढ़ दुर्ग के निर्माता के रूप में "राव दूदा" को माना जाता है। वह 9वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध गुर्जर-प्रतिहार शासक थे। उन्होंने 836 ईस्वी में दुर्ग का निर्माण कराया था। राव दूदा एक शक्तिशाली योद्धा और कुशल प्रशासक थे। उन्होंने गुर्जर-प्रतिहार साम्राज्य को विस्तारित किया और दुर्ग उनके शासन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया।