Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
हिंदी व्याकरण, हिंदी भाषा को शुद्ध रूप में लिखने और बोलने संबंधी नियमों का बोध करानेवाला शास्त्र है । यह हिंदी भाषा के अध्ययन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है ।
सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा में जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI Assistant, IBPS SO, RRB, CTET, TET, BED, SCRA, UPSC में हिंदी व्याकरण से पूछे गए सामान्य ज्ञान के प्रश्न।
हिंदी व्याकरण सामान्य ज्ञान | Hindi Grammar Objective | Gk Hindi Grammar
21. इनमें से कौन-सा भाववाचक संज्ञा है ?
(A) श्याम
(B) पानी
(C) बचपन
(D) नदी
Solution:
भाववाचक संज्ञा वह होती है जो किसी भाव, दशा या अवस्था को व्यक्त करती है। दिए गए विकल्पों में, "खुशी" भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक भावना (अर्थात खुशी) को व्यक्त करता है। अन्य विकल्प विशिष्ट संज्ञाएं हैं जो वस्तुओं, स्थानों या व्यक्तियों का नाम लेते हैं।
22. दही शब्द है?
(A) स्त्रीलिंग
(B) पुर्लिंग
(C) नपुस्लिंग
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
दही एक डेयरी उत्पाद है जो लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया द्वारा दूध के किण्वन द्वारा बनाया जाता है। इस प्रक्रिया में, लैक्टोज (दूध शर्करा) लैक्टिक एसिड में परिवर्तित हो जाती है, जिससे दूध गाढ़ा और खट्टा हो जाता है। दही में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी और लाइव प्रोबायोटिक होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। यह प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और इसमें पाचन क्रिया को बढ़ावा देने वाले लाइव बैक्टीरिया होते हैं।
23. निर्मोह का संधि रूप होगा ?
(A) निर+मोह
(B) नि+मोह
(C) नि+मूह
(D) नि:+मोह
Solution:
निर्मोह शब्द में दो शब्द हैं: 'निर्' (विशेषण) और 'मोह' (संज्ञा)। 'निर्' का अर्थ है 'बिना, रहित'। संधि के नियमों के अनुसार, जब 'निर्' किसी व्यंजन से पहले आता है, तो 'र्' लोप हो जाता है। इसलिए, निर्मोह का संधि रूप 'निमोह' होगा।
24. इहलोक का विलोम होगा?
(A) भूलोक
(B) ब्रमांड
(C) विलोक
(D) परलोक
Solution:
परलोक
"इहलोक" का अर्थ है यह वर्तमान जीवन या दुनिया, जबकि "परलोक" मृत्यु के बाद के जीवन या आध्यात्मिक क्षेत्र को संदर्भित करता है। इसलिए, "इहलोक" का विलोम "परलोक" होगा।
25. किस शब्द में यण संधि है?
(A) राजेश
(B) अत्याचार
(C) सुर्युदय
(D) राकेश
Solution:
यण संधि दो व्यंजनों के बीच होती है, जब दूसरा व्यंजन 'य' या 'र' होता है। इस संधि में, दूसरे व्यंजन का लोप हो जाता है और 'य' या 'र' पहले व्यंजन के साथ मिलकर एक नया व्यंजन बनाता है।
उदाहरण के लिए, "राज + यक्ष" में यण संधि है, जो "राज्यक्ष" बन जाता है। इसी तरह, "यन्त्र + रथ" में यण संधि है, जो "यन्त्ररथ" बन जाता है।
26. देशप्रेम में कौन-सा समास है ?
(A) द्विगु
(B) तत्पुरुष
(C) अव्ययीभाव
(D) बहुव्रीहि
Solution:
देशप्रेम में द्वन्द्व समास है, जहां दो शब्दों के अर्थ मिलकर एक नया अर्थ बनाते हैं।
यहाँ, 'देश' और 'प्रेम' दो शब्द हैं, जिनका अलग-अलग अर्थ है:
* देश: एक भौगोलिक क्षेत्र जहाँ एक विशिष्ट जनसंख्या रहती है।
* प्रेम: किसी व्यक्ति या चीज़ के प्रति गहरा लगाव।
द्वन्द्व समास में, दो शब्दों के अर्थ मिलकर एक नया अर्थ बनाते हैं, जो कि "देश के लिए प्रेम" है। यह देश के प्रति एक गहरे लगाव और वफादारी को दर्शाता है।
27. दाँत का उच्चारण स्थान क्या है ?
(A) कण्ठ
(B) ओष्ठ
(C) नाक
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
दाँत के उच्चारण स्थान को दंत्य कहते हैं। यह ध्वनियों के उत्पादन का एक स्थान है जहां जीभ के अग्र भाग को ऊपरी दांतों के पीछे रखा जाता है। दंत्य ध्वनियाँ इस अभिव्यक्ति से निर्मित होती हैं, जैसे अंग्रेजी में "थ" ध्वनि या हिंदी में "द" ध्वनि। दंत्य उच्चारण स्थान भाषाओं में व्यापक रूप से पाया जाता है और कई ध्वनियों के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
28. जाके पाँव न फटे बिवाई सो क्या जाने पीर पराई का अर्थ है ?
(A) जिसके ऊपर बीतती है वही जानता है
(B) दूसरे के कष्ट को अनुभव करना
(C) कठोर होना
(D) दयालु होना
Solution:
"जाके पाँव न फटे बिवाई, सो क्या जाने पीर पराई" का अर्थ है कि बिना स्वयं अनुभव किए किसी व्यक्ति की पीड़ा या कठिनाई को पूरी तरह समझना असंभव है। यह कहावत सिखाती है कि सहानुभूति और करुणा के लिए व्यक्तिगत अनुभव आवश्यक है। किसी और की पीड़ा को समझने के लिए, हमें उनकी स्थिति में अपने आप को रखने और उनके दृष्टिकोण से चीजों को देखने की कोशिश करनी चाहिए।
29. 'वह कुल्हाड़ी से वृक्ष काटता है' इस वाक्य में 'से' किस कारक की विभक्ति है ?
(A) अधिकरण
(B) सम्प्रदान
(C) करण
(D) अपादान
Solution:
वाक्य में "से" करण कारक की विभक्ति है। करण कारक उस उपकरण या माध्यम को दर्शाता है जिसके द्वारा क्रिया की जाती है। इस वाक्य में, कुल्हाड़ी वह उपकरण है जिससे पेड़ को काटा जा रहा है, इसलिए "से" का प्रयोग करण कारक के रूप में हो रहा है।
30. मरणासन में कोनसा समास है ?
(A) तत्पुरुष
(B) द्वंद्व
(C) कर्मधारय
(D) द्विगु
Solution:
मरणासन में **द्वंद्व समास** है।
द्वंद्व समास तब बनता है जब दो शब्दों को जोड़कर एक नया शब्द बनता है, जहाँ दोनों शब्द समकक्ष होते हैं और उनका अर्थ समान होता है।
मरणासन में, "मरण" और "आसन" दोनों एक ही अर्थ रखते हैं, अर्थात् "मृत्यु की मुद्रा"। इसलिए, यह एक द्वंद्व समास है।