Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
हिंदी व्याकरण, हिंदी भाषा को शुद्ध रूप में लिखने और बोलने संबंधी नियमों का बोध करानेवाला शास्त्र है । यह हिंदी भाषा के अध्ययन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है ।
सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा में जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI Assistant, IBPS SO, RRB, CTET, TET, BED, SCRA, UPSC में हिंदी व्याकरण से पूछे गए सामान्य ज्ञान के प्रश्न।
हिंदी व्याकरण सामान्य ज्ञान | Hindi Grammar Objective | Gk Hindi Grammar
31. निम्नलिखित में से पानी का पर्यायवाची शब्द नहीं है ?
(A) अंबु
(B) सर
(C) मेघपुष्प
(D) नीर
Solution:
**जल** पानी का पर्यायवाची शब्द नहीं है।
जबकि "जल" पानी के लिए एक पर्यायवाची है, "जल" आमतौर पर विशिष्ट संदर्भों में उपयोग किया जाता है, जैसे औपचारिक लेखन या वैज्ञानिक संदर्भ। दूसरी ओर, "पानी" रोजमर्रा के संदर्भों में पानी को संदर्भित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सामान्य शब्द है।
32. निम्नलिखित में एक स्पर्श व्यंजन है ?
(A) छ
(B) ल
(C) ह
(D) श
Solution:
एक स्पर्श व्यंजन वह व्यंजन होता है जिसके उच्चारण के दौरान वायु धारा मुख गुहा की किसी सतह (जैसे होंठ, दांत, मूर्धा) से स्पर्श करती है। दिए गए विकल्पों में, "त" एक स्पर्श व्यंजन है।
33. निम्नलिखित में से अग्र स्वर नहीं है ?
(A) इ
(B) ऐ
(C) ए
(D) अ
Solution:
अग्र स्वर (Front Vowels) वे स्वर होते हैं जिनके उच्चारण के दौरान जीभ मुंह के सामने की ओर होती है। दिए गए विकल्पों में, /u/ एक पश्च स्वर (Back Vowel) है क्योंकि जीभ मुंह के पिछले भाग की ओर होती है जब इसे उच्चारित किया जाता है, इसलिए यह एक अग्र स्वर नहीं है।
34. चवर्ग का उच्चारण स्थान है ?
(A) ओष्ठ
(B) तालु
(C) कण्ठ
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
चवर्ग का उच्चारण स्थान कंठ है। यह वह स्थान है जहां कंठ की पिछली दीवार पर जीभ की पिछली सतह स्पर्श करती है। यह उच्चारण स्थान मूर्धन्य उच्चारण स्थान के ठीक पीछे स्थित होता है, जहां जीभ का सिरा तालू के मध्य भाग को स्पर्श करता है।
35. 'कानन' शब्द का पर्यायवाची नहीं हैं ?
(A) जंगल
(B) विपिन
(C) अरण्य
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
"कानन" शब्द के पर्यायवाची नहीं हैं:
* जंगल
* वन
* उपवन
* उद्यान
"कानन" विशेष रूप से एक प्राकृतिक, जंगली क्षेत्र को संदर्भित करता है, जबकि अन्य शब्द अधिक सामान्य या किनारी वाले क्षेत्रों को इंगित कर सकते हैं।
36. 'सिरतोड़' में कौन सा समास है ?
(A) करण-तत्पुरुष
(B) अपादान- तत्पुरुष
(C) संप्रदान-तत्पुरुष
(D) कर्म- तत्पुरुष
Solution:
'सिरतोड़' में **द्वंद्व समास** है। इस समास में दो शब्दों को मिलाकर एक नया शब्द बनाया जाता है, जिसमें दोनों शब्दों का अलग-अलग अर्थ होता है और नया शब्द दोनों अर्थों को संयुक्त रूप से व्यक्त करता है।
'सिर' का अर्थ है "माथा" और 'तोड़' का अर्थ है "तोड़ना"। 'सिरतोड़' इस समास में दोनों शब्दों का अलग-अलग अर्थ संयुक्त रूप से "बहुत कठिन या थका देने वाला" व्यक्त करता है, जैसे 'सिरतोड़ मेहनत' या 'सिरतोड़ अध्ययन'।
37. हिन्दी किस भाषा-परिवार की भाषा है ?
(A) द्रविड़
(B) चीनी-तिब्बती
(C) भारोपीय
(D) आस्ट्रिक
Solution:
हिंदी भारत की प्रमुख भाषा है और यह इंडो-आर्यन भाषा परिवार से संबंधित है। इंडो-आर्यन भाषाएँ इंडो-यूरोपीय भाषा परिवार की एक शाखा हैं। हिंदी ने अपनी यात्रा वैदिक संस्कृत से शुरू की और मध्यकालीन प्राकृत से होकर गुजरी। अब इसे व्यापक रूप से लिखने के लिए देवनागरी लिपि का उपयोग किया जाता है। हिंदी की कई बोलियाँ हैं, जिनमें खड़ी बोली आधुनिक साहित्यिक मानक है।
38. जो-सो ,में कोन सा सर्वनाम है ?
(A) प्रश्नवाचक
(B) संबन्धवाचक
(C) निश्चयवाचक
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
"जो-सो" एक सापेक्ष सर्वनाम है जो किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु को संदर्भित करता है जिसका पहले ही उल्लेख किया गया हो। इसका उपयोग किसी चीज़ को संशोधित करने या एक वाक्य को जोड़ने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
* वह लड़का जो कक्षा में सबसे ऊँचा है, वह मेरा दोस्त है।
* वह शहर जहाँ मैं रहता हूँ, वह बहुत खूबसूरत है।
39. विरोध करना के लिए सही मुहावरा है ?
(A) सिर झुकाना
(B) सिर कटाना
(C) सिर चढ़ाना
(D) सिर उठाना
Solution:
**विरोध करना का सही मुहावरा:**
**आग बबूला होना**
इसका अर्थ है अत्यधिक क्रोधित या आक्रोशित होना, जिससे प्रबल विरोध व्यक्त किया जाता है। इस मुहावरे का प्रयोग ऐसी स्थितियों में किया जाता है जहां व्यक्ति की भावनाएं इतनी प्रबल होती हैं कि वे विस्फोट करने या विरोध करने के कगार पर होते हैं।
40. ‘नियति’ शब्द का समानार्थी शब्द हैं ?
(A) चरित्र
(B) स्वभाव
(C) कर्म
(D) भाग्य
Solution:
नियति शब्द के समानार्थी शब्द हैं:
* **किस्मत** - पूर्व निर्धारित भाग्य या परिणाम
* **भाग्य** - पूर्व निर्धारित घटनाओं का क्रम
* **भाग्य विधाता** - भविष्य का निर्धारण करने वाला
* **अदृष्ट** - अज्ञात या अनियंत्रित शक्ति द्वारा निर्धारित भाग्य
* **कर्मफल** - पिछले कर्मों का परिणाम