History GK - History GK In Hindi - History Questions
इतिहास से जुड़ी जानकारी जो
सभी तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, TET इत्यादि के लिए उपयोगी है। भारतीय इतिहास के सभी सामान्य ज्ञान के सवाल जो अक्सर परीक्षा में पूछे जाते हैं।
इतिहास सामान्य ज्ञान | History Quiz Questions
101. चरक किसके राज-चिकित्सक थे ?
(A) अशोक
(B) चन्द्रगुप्त
(C) हर्षवर्धन
(D) कनिष्क
Solution:
चरक प्राचीन भारत के एक महान चिकित्सक थे, जिनका वर्णन आयुर्वेद के जनक के रूप में किया जाता है। वह कनिष्क के राज-चिकित्सक थे, जो कुषाण साम्राज्य के एक प्रमुख शासक थे। चरक ने 'चरक संहिता' नामक आयुर्वेद का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ लिखा, जो चिकित्सा की एक मौलिक कृति है और आज भी आयुर्वेदिक चिकित्सा का आधार है।
102. गोलकुण्डा कहाँ अवस्थित है ?
(A) बीजापुर
(B) चेन्नई
(C) मैसूर
(D) हैदराबाद
Solution:
गोलकुंडा भारत के तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद के बाहरी इलाके में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह एक पहाड़ी पर बना है और इसका निर्माण 16वीं शताब्दी में कुतुब शाही राजवंश द्वारा किया गया था। किला अपने विशाल तोपखाने, खासकर कोह-ए-नूर हीरे के लिए प्रसिद्ध है, जिसे यहीं से निकाला गया था।
103. हंटर आयोग की नियुक्ति की गई थी ?
(A) काल कोटरी घटना के बाद
(B) बंगाल के विभाजन के बाद
(C) जलियांवाला बाद हत्याकांड के बाद
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
हंटर आयोग की नियुक्ति मई 1908 में जलियांवाला बाग हत्याकांड की जांच के लिए की गई थी। लॉर्ड हंटर की अध्यक्षता में आयोग का गठन किया गया था और इसका उद्देश्य घटना की परिस्थितियों की जांच करना, जिम्मेदार लोगों की पहचान करना और सैन्य बल के उपयोग की वैधता का आकलन करना था। आयोग ने निष्कर्ष निकाला कि जनरल डायर की कार्रवाई अत्यधिक थी और अनुचित बल का उपयोग किया गया था। हालाँकि, आयोग ने डायर पर किसी भी आपराधिक कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाने से इनकार कर दिया और उसकी कार्रवाइयों को 'एक गंभीर गलती' बताया।
104. सती प्रथा की भर्त्सना करनेवाला मुगल सम्राट था ?
(A) अकबर
(B) जहाँगीर
(C) बाबर
(D) हुमायूँ
Solution:
अकबर सती प्रथा का घोर विरोधी था। उसने 1582 में एक फरमान जारी करके इस प्रथा को अवैध घोषित कर दिया। फरमान में कहा गया कि कोई भी व्यक्ति एक विधवा को सती करने के लिए मजबूर नहीं कर सकता और जो कोई भी ऐसा करने का प्रयास करेगा उसे दंडित किया जाएगा। अकबर ने सती के विकल्प के रूप में विधवाओं के पुनर्विवाह को भी प्रोत्साहित किया।
105. वियना सम्मेलन कब हुआ था ?
(A) 1915 ई.
(B) 1820 ई.
(C) 1815 ई.
(D) 1920 ई.
Solution:
वियना सम्मेलन 18 सितंबर, 1814 से 9 जून, 1815 तक हुआ था। यह एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन था जिसने नेपोलियन युद्धों के बाद यूरोपीय राज्यों के बीच सीमाओं और गठबंधनों को फिर से परिभाषित किया। सम्मेलन ने यूरोप में एक नई राजनीतिक व्यवस्था स्थापित की, जिसे वियना की व्यवस्था कहा जाता है। इस व्यवस्था ने 19वीं शताब्दी के पहले भाग में यूरोपीय राजनीति में शांति और स्थिरता की अवधि सुनिश्चित की।
106. निम्नलिखित तमिल विद्वानों में से कौन राजवंशी था ?
(A) कंवर
(B) एलंगो
(C) सुब्रह्मण्य
(D) तिरुवल्लुवर
Solution:
चोल राजवंश का सम्राट कुलोथुंगा चोल एक विद्वान और भाषाविद था। उसने तमिल भाषा और साहित्य के संरक्षण और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह "तमिलकम्बन" और "कविराजा" जैसे उपाधियों से जाना जाता था, जो उसकी काव्य और विद्वतापूर्ण योग्यताओं को दर्शाते हैं।
107. निम्न में से किसने कहा था : 'अच्छा शासन स्वशासन का स्थानापन्न नहीं है' ?
(A) स्वामी विवेकानंद
(B) रवीन्द्रनाथ टैगोर
(C) स्वामी दयानंद सरस्वती
(D) लोकमान्य तिलक
Solution:
इस कथन के सटीक लेखक का नाम उपलब्ध कराए गए संदर्भ में नहीं दिया गया है।
108. मनुस्मृति मुख्यतया संबंधित है ?
(A) समाज व्यवस्था से
(B) अर्थशास्त्र से
(C) कानून से
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
मनुस्मृति प्राचीन भारत का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो मुख्य रूप से धर्म, सामाजिक व्यवस्था, आचार-विचार और कानून से संबंधित है। यह हिंदू धर्म के धर्मशास्त्रों में से एक है और प्राचीन काल से हिंदू समाज में इसका महत्वपूर्ण प्रभाव रहा है। मनुस्मृति में वर्ण व्यवस्था, आश्रम व्यवस्था, महिलाओं की भूमिका, विवाह, उत्तराधिकार, दंड और अन्य सामाजिक और धार्मिक मामलों के बारे में विस्तृत प्रावधान हैं।
109. प्रार्थना समाज की स्थापना किसकी प्रेरणा के फलस्वरूप हुई ?
(A) केशवचन्द्र सेन
(B) विद्यासागर
(C) गोपाल हरि देशमुख
(D) देवेन्द्रनाथ टैगोर
Solution:
प्रार्थना समाज की स्थापना ब्रह्म समाज के संस्थापक राजा राम मोहन राय की प्रेरणा से हुई। उनका मानना था कि ईश्वर एक है और सभी मनुष्यों को समान अधिकार प्राप्त हैं। उन्होंने मूर्ति पूजा और अन्य रूढ़िवादी प्रथाओं का विरोध किया। प्रार्थना समाज ने ईश्वर की एकता, सामाजिक न्याय और लैंगिक समानता जैसे सिद्धांतों पर जोर दिया।
110. किसके समय में बौद्ध धर्म स्पष्टतः दो स्वतंत्र संप्रदायों 'हीनयान' एवं 'महायान' में विभाजित हुआ ?
(A) अशोक
(B) अजातशत्रु
(C) कनिष्क
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
कुषाण शासक कनिष्क (127-150 ईस्वी) के शासनकाल के दौरान बौद्ध धर्म स्पष्ट रूप से दो संप्रदायों, हीनयान और महायान में विभाजित हुआ।
* **हीनयान:** व्यक्तिगत मोक्ष पर ध्यान केंद्रित करता था, जिसमें गौतम बुद्ध को एक शिक्षक के रूप में देखा जाता था।
* **महायान:** सभी प्राणियों के उद्धार पर एक व्यापक दृष्टिकोण रखता था, जिसमें बुद्ध को एक दिव्य व्यक्ति के रूप में माना जाता था।