Physics GK - Physics GK In Hindi - Physics GK Question
भौतिक विज्ञान (Physics) विज्ञान की वह शाखा है जो पदार्थ की संरचना और अवलोकन ब्रह्मांड के मूलभूत घटकों के बीच बातचीत से
संबंधित है।
सभी तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि में भौतिक विज्ञान
से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
यहाँ Physics के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को Listed किया गया है जो सभी तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी हो सकती है।
भौतिक विज्ञान | भौतिक सामान्य ज्ञान | भौतिक विज्ञान प्रश्नोत्तरी
151. बिजली का बल्ब निम्नलिखित में से किससे अर्धित होता है?
(A) शक्ति और वोल्टता
(B) शक्ति और धारा
(C) ऊर्जा और बिजली
(D) धारा और वोल्टता
Solution:
बिजली का बल्ब **विद्युत ऊर्जा** से अर्धित होता है। जब बल्ब सर्किट से जुड़ा होता है, तो विद्युत धारा बल्ब के फिलामेंट से होकर प्रवाहित होती है। फिलामेंट का प्रतिरोध धारा के प्रवाह का विरोध करता है, जिससे यह गर्म हो जाता है और प्रकाश उत्सर्जित करता है। ऊष्मा ऊर्जा का रूपांतरण प्रकाश ऊर्जा में इस अर्धन की प्रक्रिया का परिणाम है।
152. द्रवचालित ब्रेक किसके नियम पर कार्य करता है ?
(A) थॉमसन नियम
(B) न्यूटन नियम
(C) वर्नोली प्रमेय
(D) पास्कल नियम
Solution:
द्रवचालित ब्रेक पास्कल के नियम पर कार्य करते हैं, जो बताता है कि किसी बंद प्रणाली में तरल पदार्थ पर लागू दबाव समान रूप से सभी दिशाओं में प्रेषित होता है। ब्रेक में, जब ब्रेक पेडल दबाया जाता है, तो मास्टर सिलेंडर में एक पिस्टन तरल पदार्थ को संपीड़ित करता है। यह संपीड़न तरल पदार्थ को ब्रेक लाइनों के माध्यम से कैलीपर और व्हील सिलेंडर में पिस्टन तक पहुंचाता है, जो बदले में ब्रेक पैड को रोटर और ड्रम के खिलाफ दबाता है, जिससे वाहन धीमा हो जाता है।
153. जल के अंदर मौजूद व्यक्ति को किस कारण जल की सतह से उपर की वस्तु अपनी वास्तविक स्थिति से अपेक्षाकृत अधिक ऊंचाई पर प्रतीत होती है ?
(A) प्रकाश के व्यक्तिकरण के कारण
(B) प्रकाश के परावर्तन के कारण
(C) प्रकाश के अपवर्तन के करण
(D) प्रकाश के विवर्तन के कारण
Solution:
जल के अंदर की वस्तुएँ जल की सतह के निकट वस्तुओं की तुलना में अपेक्षाकृत ऊपर प्रतीत होती हैं क्योंकि प्रकाश जब जल से वायु में प्रवेश करता है तो झुक जाता है। यह झुकना प्रकाश के अपवर्तन के कारण होता है, जो विभिन्न घनत्व वाले माध्यमों के बीच प्रकाश की गति में परिवर्तन के कारण होता है। जल वायु की तुलना में सघन होता है, इसलिए प्रकाश जल से वायु में प्रवेश करने पर मुड़ जाता है। यह झुकाव वस्तु को अपनी वास्तविक स्थिति से ऊपर की उपस्थिति देता है।
154. भारत की मिसाइल अग्नि-2 है?
(A) पृथ्वी से आकाश मिसाइल
(B) न्यूक्लीय अम्ल
(C) पृथ्वी से सागर मिसाइल
(D) पृथ्वी से पृथ्वी मिसाइल
155. नाभिकीय रिएक्टर में भारी जल का प्रयोग किस रूप में किया जाता है ?
(A) शीतलक
(B) परिरक्षक
(C) नियंत्रक
(D) मंदक
Solution:
नाभिकीय रिएक्टर में भारी जल (D2O) को मंदक (मॉडरेटर) के रूप में उपयोग किया जाता है। यह न्यूट्रॉनों की गति को कम करता है, जिससे उनके लिए ईंधन नाभिकों के साथ अभिक्रिया करना आसान हो जाता है और ऊर्जा मुक्त होती है। भारी जल का उपयोग प्राकृतिक पानी (H2O) की तुलना में किया जाता है क्योंकि इसमें हाइड्रोजन के भारी समस्थानिक ड्यूटेरियम (D) होते हैं, जिसका न्यूट्रॉन अवशोषण क्रॉस-सेक्शन कम होता है। इससे कम न्यूट्रॉन हानि होती है और रिएक्टर को अधिक कुशल बनाया जाता है।
156. पीलिया किसके संक्रमण के कारण होता है ?
(A) यकृत
(B) वृक्क
(C) प्लीहा
(D) मस्तिष्क
Solution:
पीलिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा और श्वेतपटल पीले हो जाते हैं। यह आमतौर पर यकृत या पित्त नलिकाओं के संक्रमण के कारण होता है। यकृत संक्रमण, जैसे वायरल या जीवाणु हेपेटाइटिस, यकृत की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे बिलीरुबिन नामक एक पीले रंगद्रव्य का संचय हो जाता है। पित्त नलिकाओं का संक्रमण, जैसे कोलेडोकोलिथियासिस (पित्त पथरी), पित्त के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे बिलीरुबिन का संचय होता है और पीलिया हो जाता है।
157. सूर्य की उर्जा उत्पन्न होती है ?
(A) नाभकीय संलयन द्वारा
(B) नाभकीय विखण्डन द्वारा
(C) ऑक्सिजन द्वारा
(D) आयनन द्वारा
Solution:
सूर्य एक तारा है जो परमाणु संलयन प्रक्रिया के माध्यम से ऊर्जा उत्पन्न करता है। इसके केंद्र में अत्यधिक तापमान और दबाव हाइड्रोजन परमाणुओं को हीलियम परमाणुओं में बदल देता है। इस प्रक्रिया में ऊर्जा निकलती है, जो कि सूर्य से आने वाली गर्मी और प्रकाश का स्रोत है। परमाणु संलयन एक निरंतर प्रक्रिया है जो अरबों वर्षों से हो रही है और आने वाले अरबों वर्षों तक भी जारी रहेगी।
158. एक ऊँची ईमारत से एक गेंद 9.8 मी०/सेकंड² के एक समान त्वरण के साथ गिराई जाती है 3 सेकंड के बाद उसका वेग क्या होगा ?
(A) 9.6 मी०/से०
(B) 9.8 मी०/से०
(C) 39.3 मी०/से०
(D) 29.4 मी०/से०
Solution:
एक ऊंची इमारत से गिराई गई गेंद के वेग की गणना करने के लिए, हम निम्नलिखित सूत्र का उपयोग करते हैं:
v = u + at
जहाँ u प्रारंभिक वेग है (इस मामले में, 0 मी/सेकंड), a त्वरण है (-9.8 मी/सेकंड²), और t समय है (3 सेकंड)।
इसलिए, वेग:
v = 0 + (-9.8 मी/सेकंड²) x 3 सेकंड
v = -29.4 मी/सेकंड
नकारात्मक चिह्न इंगित करता है कि गेंद नीचे की ओर गिर रही है। इसलिए, 3 सेकंड के बाद गेंद का वेग -29.4 मी/सेकंड होगा।
159. एक धारावाही चालक संबंधित है ?
(A) स्थिर विद्युत क्षेत्र से
(B) विद्युत क्षेत्र से
(C) चुम्बकीय क्षेत्र से
(D) विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र से
Solution:
एक धारावाही चालक वह पदार्थ होता है जिसके माध्यम से विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है। विद्युत धारा इलेक्ट्रॉनों या आयनों की गति से होती है जो मुक्त रूप से चलने में सक्षम होते हैं। ये मुक्त इलेक्ट्रॉन या आयन आमतौर पर चालक के परमाणुओं या अणुओं के बाहरी कक्षों में होते हैं। धारावाही चालकों के उदाहरणों में धातुएँ, इलेक्ट्रोलाइट और प्लाज्मा शामिल हैं। वे विद्युत परिपथों में बिजली प्रवाहित करने, चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने और ऊर्जा μετατρέपण करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
160. प्रकाश की गति किसके बीच से जाते हुए न्यूनतम होती है ?
(A) वायु
(B) जल
(C) काँच
(D) निर्वात
Solution:
प्रकाश की गति निर्वात (शून्य स्थान) में सबसे कम होती है। यह लगभग 299,792 किलोमीटर प्रति सेकंड (186,282 मील प्रति सेकंड) होती है। जैसे-जैसे प्रकाश अन्य माध्यमों से होकर गुजरता है, इसकी गति कम हो जाती है। उदाहरण के लिए, पानी में प्रकाश की गति निर्वात में इसकी गति से लगभग 25% कम होती है।