Physics GK - Physics GK In Hindi - Physics GK Question
भौतिक विज्ञान (Physics) विज्ञान की वह शाखा है जो पदार्थ की संरचना और अवलोकन ब्रह्मांड के मूलभूत घटकों के बीच बातचीत से
संबंधित है।
सभी तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि में भौतिक विज्ञान
से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
यहाँ Physics के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को Listed किया गया है जो सभी तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी हो सकती है।
भौतिक विज्ञान | भौतिक सामान्य ज्ञान | भौतिक विज्ञान प्रश्नोत्तरी
61. मेघ गर्जना सुनने पर व्यक्ति अपना मुंह खोलता है जिससे की ?
(A) अधिक ध्वनि प्राप्त कर सके
(B) दोनों कानों के कर्णपटल पर वायु के दाब को बराबर करने के लिए
(C) डर को दूर कर सके
(D) मुहं से वायु निकलने के लिए
Solution:
जब मेघ गर्जन सुनाई देती है तो व्यक्ति अपना मुंह खोलता है क्योंकि इससे मौजूद हवा को साफ करने में मदद मिलती है। कानों का मध्य भाग, जिसे ईस्टेशियन ट्यूब कहा जाता है, ग्रसनी (गले का पीछे का भाग) से जुड़ा होता है। जब मेघ गर्जना होती है, तो ध्वनि की लहरें बाहरी कान से मध्य कान में प्रवेश करती हैं, जिससे ईस्टेशियन ट्यूब में हवा का दबाव बढ़ जाता है। मुंह खोलने से ईस्टेशियन ट्यूब खुल जाती है, जिससे हवा का अतिरिक्त दबाव निकलने में मदद मिलती है और मध्य कान में दबाव संतुलन बाधित होने से रोकता है, जो असुविधा या दर्द का कारण बन सकता है।
62. यदि किसी चालक की भौतिक अवस्था जैसे-ताप आदि में कोई परिवर्तन न हो तो चालक के सिरों पर लगाया गया विभवान्तर उसमें प्रवाहित धारा के अनुक्रमानुपाती होता है' यह नियम है ?
(A) फैराडे का नियम
(B) ओम का नियम
(C) कुलॉम का नियम
(D) किरचाफ का नियम
Solution:
ओम का नियम बताता है कि एक चालक के सिरों पर लगाया गया विभवान्तर (V) उसमें प्रवाहित धारा (I) के अनुक्रमानुपाती होता है, यदि चालक की भौतिक अवस्था (जैसे ताप) स्थिर रहे। इस अनुपात को चालक का प्रतिरोध (R) कहते हैं, यानी V = IR। इस नियम के अनुसार, विभवान्तर बढ़ाने से धारा भी बढ़ती है, और इसके विपरीत। यह सर्किट विश्लेषण और विद्युत इंजीनियरिंग में एक मौलिक अवधारणा है।
63. परमाणु बम के विस्फोट में भारी मात्रा में उर्जा किसके कारण निकलती है ?
(A) न्यूटॉन का प्रोटोन में परिवर्तन
(B) यांत्रिक उर्जा का नाभिकीय उर्जा में परिवर्तन
(C) रासायनिक उर्जा का ताप उर्जा में परिवर्तन
(D) द्रव्य का उर्जा में परिवर्तन
Solution:
परमाणु बम के विस्फोट में भारी मात्रा में ऊर्जा तब निकलती है जब परमाणुओं के नाभिक का विखंडन या संलयन होता है। विखंडन में, भारी परमाणुओं (जैसे यूरेनियम या प्लूटोनियम) के नाभिक में विभाजित हो जाते हैं, जिससे छोटे नाभिक और बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है। संलयन में, प्रकाश परमाणुओं (जैसे हाइड्रोजन) के नाभिक एक साथ मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं, इस प्रक्रिया में भी ऊर्जा निकलती है। दोनों प्रक्रियाओं में विशाल ऊर्जा निकलती है क्योंकि वे द्रव्यमान और ऊर्जा के समतुल्यता के सिद्धांत का पालन करती हैं (E=mc²), जहां मास और ऊर्जा विनिमेय हैं।
64. एक धातु की ठोस गेंद के अंदर कोटर है जब इस धातु के गंद को गर्म क्या जायेगा तो कोटर का आयतन ?
(A) दो गुना हो जाएगा
(B) नही बदलेगा
(C) घटेगा
(D) बढ़ेगा
Solution:
जब एक धातु की ठोस गेंद के अंदर कोटर को गर्म किया जाता है, तो गेंद और कोटर दोनों का आयतन फैलता है। गेंद का आयतन तापमान में परिवर्तन के साथ धातु के आयतन विस्तार गुणांक के समानुपाती होता है। हालांकि, कोटर का आयतन गेंद की तुलना में अधिक तेजी से फैलता है क्योंकि हवा कोटर के अंदर बंद होती है और गर्मी के साथ विस्तार होता है। इसलिए, कोटर का आयतन गेंद के आयतन के फैलाव से अधिक होता है, जिससे कोटर का कुल आयतन बढ़ जाता है।
65. विद्युत् दीर्घ दूरी तक उच्च वोल्टता ए.सी. में पारंगत होता है| इसका क्या कारण है?
(A) ऊर्जा की कम हानि होती है
(B) वह द्रुतगामी है
(C) वह सस्ता है
(D) वह सुरक्षित है
Solution:
विद्युत् उच्च वोल्टता प्रत्यावर्ती धारा (एसी) में लंबी दूरी तक हस्तांतरित होता है क्योंकि उच्च वोल्टेज कम धारा की अनुमति देता है। कम धारा से प्रतिरोधक हानियाँ कम होती हैं, जो विद्युत शक्ति के ह्रास को कम करता है। इसके अतिरिक्त, प्रत्यावर्ती धारा का प्रत्यावर्ती प्रकृति कैपेसिटिव और प्रेरक प्रतिक्रियाओं को रद्द कर देता है, जो लंबी दूरी की पारेषण लाइनों में उत्पन्न होता है।
66. स्टील की गोली पारे में तैरती है क्यूंकि ?
(A) गोली तैर नही सकती
(B) स्टील का घनत्व पारे की अपेक्षा अधिक होता है
(C) पारे का घनत्व स्टील की अपेक्षा अधिक होता है
(D) पारे में कोई वस्तु डूब नही सकती
Solution:
पारे का घनत्व स्टील से अधिक होता है। घनत्व द्रव्यमान का आयतन से अनुपात होता है। इसलिए, समान मात्रा में, पारा स्टील से भारी होता है। जब स्टील की गोली पारे में डाली जाती है, तो उत्प्लावन बल (पारे के ऊपर की ओर बल) स्टील की गोली के वजन से अधिक होता है। यह अतिरिक्त उत्प्लावन बल स्टील की गोली को ऊपर की ओर धकेलता है, जिससे वह पारे में तैरती रहती है।
67. जब सेना पुल को पार करती है तो सैनिकों को कदम से कदम मिलाकर न चलने का निर्देश दिया जाता है क्यूंकि ?
(A) डाप्लर प्रभाव के कारण पुल टूटने का खतरा रहता है
(B) दाब बढने से पुल टूटने का खतरा रहता है
(C) पैरों से उत्पन्न ध्वनि के अनुनाद के कारण पुल टूटने का खतरा रहता है
(D) इनमे से कोई नही
Solution:
जब सेना पुल को पार करती है तो सैनिकों को कदम से कदम मिलाकर न चलने का निर्देश दिया जाता है क्योंकि पुल के कंपन की आवृत्ति सैनिकों की कदमों की आवृत्ति से मेल खा सकती है। इससे पुल में अनुनाद होता है, जिससे पुल की संरचना पर अधिक तनाव पड़ता है और पुल के ढहने का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए, सैनिकों को अलग-अलग गति से और असमान रूप से चलने का निर्देश दिया जाता है ताकि पुल पर exerted बल को कम किया जा सके और अनुनाद को रोका जा सके।
68. स्कूटर के आविष्कार हैं ?
(A) डैमलर
(B) आइन्स्टीन
(C) पारमिच
(D) ब्रॉड शॉ
Solution:
स्कूटर का आविष्कार 1911 में इतालवी इंजीनियर एनरिको पियाजियो ने किया था। यह दोपहिया वाहन मोटरसाइकिल जैसा दिखता है, लेकिन इसमें एक मंच होता है जो सवार के पैरों को ढंकता है और एक स्वचालित ट्रांसमिशन होता है। स्कूटर को शहरी क्षेत्रों में छोटी दूरी की यात्रा के लिए डिज़ाइन किया गया था और यह गैसोलीन या इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा संचालित हो सकता है। आज, स्कूटर दुनिया भर में परिवहन का एक लोकप्रिय साधन बने हुए हैं, जो विशेष रूप से व्यस्त यातायात और पार्किंग की सीमित उपलब्धता वाले क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं।
69. सितारों में अक्षय उर्जा के स्त्रोत का कारण है ?
(A) ऑक्सिजन की आधिकता जो जलने में सहायक है तथा उर्जा उत्पन्न करती है
(B) रेडियोधर्मी पदार्थो का क्षय
(C) हीलियम का हाड्रोजन में परिवर्तन
(D) हाइड्रोजन का हीलियम में परिवर्तन
Solution:
सितारे अक्षय ऊर्जा के स्रोत हैं क्योंकि वे नाभिकीय संलयन नामक एक प्रक्रिया द्वारा ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। इस प्रक्रिया में, दो हल्के नाभिक, जैसे हाइड्रोजन या हीलियम, एक भारी नाभिक बनाने के लिए संयोजित होते हैं। यह संलयन प्रक्रिया भारी मात्रा में ऊर्जा जारी करती है, जो सितारों को लाखों या अरबों वर्षों तक चमकती रहने की अनुमति देती है। सितारों की विशालता और हाइड्रोजन और हीलियम जैसे हल्के तत्वों की प्रचुरता उन्हें अक्षय ऊर्जा स्रोत बनाती है।
70. डायनेमो इसे परिवर्तित करता है ?
(A) विद्युत उर्जा को यांत्रिक उर्जा में
(B) यांत्रिक उर्जा को चुम्बकीय उर्जा में
(C) यांत्रिक उर्जा को विद्युत उर्जा में
(D) इनमे से कोई नहीं
Solution:
डायनेमो एक उपकरण है जो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है। यह फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर काम करता है। जब चुंबकीय क्षेत्र के लंबवत कंडक्टर को गतिमान कराया जाता है, तो इसमें विद्युत वाहक बल (EMF) उत्पन्न होता है। डायनेमो में, चुंबकीय क्षेत्र एक स्थायी चुंबक द्वारा प्रदान किया जाता है, और कंडक्टर एक घूमने वाले आर्मेचर पर कुंडलित होते हैं। घूमते हुए आर्मेचर चुंबकीय क्षेत्र के माध्यम से कंडक्टर को गति प्रदान करते हैं, जिससे EMF उत्पन्न होता है और विद्युत ऊर्जा पैदा होती है।