11691. शीतकाल में पौधे पाले (Frost) से मर जाते हैं, क्योंकि ?
Answer :-
Solution:
पौधे सर्दियों में पाले से इसलिए मर जाते हैं क्योंकि पाला पौधों की कोशिकाओं में पानी को जमा देता है। इससे कोशिका भित्तियाँ फट जाती हैं और कोशिकाएँ मर जाती हैं। यह प्रक्रिया शर्करा या प्रोटीन जैसी कोशिकाओं की रक्षा के लिए पर्याप्त रूप से केंद्रित नहीं होती है। नतीजतन, पौधे अपनी पानी परिवहन प्रणाली को खो देते हैं और निर्जलीकरण से मर जाते हैं।
11692. संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्यों और राज्य विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा किसका चुनाव किया जाता है ?
Answer :-
Solution:
भारत में, राष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्यों और राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा इलेक्टोरल कॉलेज के माध्यम से किया जाता है। निर्वाचित सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में अपने वोटों का मूल्य तय करने के लिए एक विशेष सूत्र का उपयोग करते हैं। यह प्रणाली राष्ट्रपति के चुनाव में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उचित प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करती है।
11693. कनिष्क की राजधानी कहाँ थी ?
Answer :-
Solution:
कनिष्क कुषाण साम्राज्य के सबसे प्रसिद्ध शासकों में से एक थे, जो पहली शताब्दी ईस्वी में फला-फूला। उनकी राजधानी का सही स्थान विवादित है, लेकिन सबसे संभावित स्थान पुरुषपुर (वर्तमान में पेशावर, पाकिस्तान) है।
पुरुषपुर एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था और कुषाण साम्राज्य के दक्षिणी भाग को नियंत्रित करता था। यह गंधार कला का भी केंद्र था, जो कनिष्क के शासनकाल में खिली।
11694. किसी आंकड़ा-संचय में रिकॉर्डों का वक्षाकार संचय क्या कहलाता है ?
Answer :-
Solution:
किसी आँकड़ा-संचय में रिकॉर्डों का वर्णाक्षरानुक्रम में संचय **शब्दकोशीय क्रम** कहलाता है। यह रिकॉर्डों को शृंखलाबद्ध करने की एक विधि है जहाँ प्रत्येक रिकॉर्ड अपने पिछले रिकॉर्ड से वर्णानुक्रम में अधिक होता है। यह क्रम अक्सर वर्णानुक्रमिक कुंजी या पहचानकर्ता के आधार पर किया जाता है, जैसे नाम, आईडी संख्या या कोड। शब्दकोशीय क्रम डेटा को आसानी से खोजने, सॉर्ट करने और पुनः प्राप्त करने की अनुमति देता है।
11695. डेंगू बुखार में मानव शरीर में किसकी कमी हो जाती है ?
Answer :-
Solution:
डेंगू बुखार के दौरान, मानव शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी आ जाती है। प्लेटलेट्स रक्त कोशिकाएं हैं जो रक्त के थक्का जमने में मदद करती हैं। प्लेटलेट्स की संख्या कम होने से रक्त के थक्के जमने में समस्या हो जाती है, जिससे चोट लगने या खून बहने जैसी जटिलताएं हो सकती हैं।
11696. रक्त में प्रतिस्कंदन (Anti-coagulant) पदार्थ कौन-सा है ?
Answer :-
Solution:
रक्त के थक्के को रोकने वाले पदार्थ को प्रतिस्कंदक कहा जाता है। यह यकृत द्वारा निर्मित हीपरिन है। यह रक्त वाहिकाओं की दीवारों पर मौजूद एक पदार्थ से जुड़कर रक्त के थक्के को रोकता है जिसे एंडोथेलियल कोशिकाएं कहा जाता है। एंडोथेलियल कोशिकाएं हीपरिन को एक हेलपेरन सल्फेट प्रोटियोग्लाइकन के रूप में संग्रहीत करती हैं।
11697. न्यूनट की गति का प्रथम नियम क्या कहलाता है ?
Answer :-
Solution:
न्यूटन के गति का प्रथम नियम, जिसे जड़ता का नियम भी कहा जाता है, यह बताता है कि यदि किसी पिंड पर कोई असंतुलित बल कार्य नहीं कर रहा है, तो वह पिंड विरामावस्था में रहेगा (यदि पहले से विरामावस्था में है) या एक समान सरल रेखीय गति में गतिमान रहेगा (यदि पहले से गतिमान है)। इसे इस प्रकार भी व्यक्त किया जा सकता है: "एक निकाय अपनी विरामावस्था में या एकसमान सरल रेखीय गति में तब तक बना रहता है जब तक कि उस पर कोई असंतुलित बाह्य बल कार्य नहीं करता है।"
11698. गलसुआ (मम्प्स) एक वायरल रोग है जो सूजन पैदा करता है ?
Answer :-
Solution:
गलसुआ (मम्प्स) एक संक्रामक वायरल रोग है जो पैरोटिड ग्रंथियों में सूजन का कारण बनता है। ये ग्रंथियाँ गालों के दोनों ओर जबड़े के नीचे स्थित होती हैं। वायरस लार के माध्यम से फैलता है, और लक्षणों में दर्दनाक सूजन, बुखार, सिरदर्द और थकान शामिल हैं। उपचार में आमतौर पर आराम, दर्दनाशक और तरल पदार्थ का अधिक सेवन शामिल होता है।
11699. दिल्ली में कुल कितनी विधान सभा सीटें है ?
Answer :-
Solution:
दिल्ली विधान सभा में कुल 70 निर्वाचन क्षेत्र हैं, प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र एक विधायक (विधान सभा सदस्य) का चुनाव करता है। इन 70 निर्वाचन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की भौगोलिक सीमाओं के भीतर विभाजित किया गया है, जो दिल्ली राज्य के लिए निर्दिष्ट क्षेत्र है।
11700. चतुर्थ बौद्ध संगीति भारत के किस स्थान पर हुई थी ?
Answer :-
Solution:
चतुर्थ बौद्ध संगीति कुशान सम्राट कनिष्क के शासनकाल में कश्मीर के कुंडलवन में आयोजित की गई थी। यह संगीति लगभग 100 ईस्वी में हुई और इसका नेतृत्व वसुमित्र और अस्वघोष ने किया। इस संगीति का उद्देश्य बौद्ध धर्म में उत्पन्न विवादों को निपटाना और त्रिपिटक (बौद्ध धर्मग्रंथों का संग्रह) को मानकीकृत करना था।