Agriculture GK - Agriculture GK In Hindi - Agriculture Questions
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि परीक्षाओं में कृषि विज्ञान (Agriculture Science) से संबंधित पूछे गए प्रश्न।
कृषि विज्ञान सवाल | Agriculture GK Question | Agriculture In Hindi
31. धान में 'जीवाणु अंगमारी' रोग है ?
(A) भूमिजनित
(B) जलजनित
(C) कीटजनित
(D) बीजजनित
Solution:
जीवाणु अंगमारी धान का एक गंभीर जीवाणु रोग है जो *Xanthomonas oryzae pv. oryzae* बैक्टीरिया के कारण होता है। यह रोग पौधे की पत्तियों, पत्ती के शिराओं और बाली में लक्षण पैदा करता है।
* पत्तियों पर: भूरे या काले रंग के पानी से भीगे घाव जो पत्ती के शिराओं के साथ फैलते हैं।
* पत्ती के शिराओं पर: संक्रमित शिराएँ पीली और पारदर्शी हो जाती हैं, जिससे 'चावल की पत्ती की धारी' नाम मिलता है।
* बाली पर: खालीपन और धान के दानों का सड़ना, जिससे फसल की पैदावार में भारी कमी आती है।
32. निम्न में से कौन सा एक जैव नियंत्रक कारक नहीं है ?
(A) ट्राइकोडर्मा
(B) बैसिलस थूरिनजिएन्सिस
(C) स्यूडोमोनास फ्लोरोसेन्स
(D) जैन्थोमोनास
Solution:
**रसायन**
रसायन एक जैव नियंत्रक कारक नहीं है क्योंकि यह एक कृत्रिम पदार्थ है जो मनुष्य द्वारा बनाया जाता है। जैव नियंत्रक कारक प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले जीव या पदार्थ होते हैं जो किसी जीव की आबादी को नियंत्रित करते हैं।
33. निम्न में से कौन सा 'वी.ए.एम.' (VAM) कवक है ?
(A) ग्लोमस स्पीशीज
(B) फ्यूजेरियम स्पीशीज
(C) राइजोक्टोनिया स्पीशीज
(D) पाइथियम स्पीशीज
Solution:
**वी.ए.एम. कवक**
*आर्बसकुलर माइकोराइजल कवक (एएम कवक)* वे लाभकारी कवक हैं जो पौधों की जड़ों के साथ सहजीवी संबंध बनाते हैं। वे मिट्टी से पानी और पोषक तत्वों को अवशोषित करने में पौधों की मदद करते हैं, जबकि पौधे कवक को कार्बोहाइड्रेट प्रदान करते हैं। निम्न में से जो वी.ए.एम. कवक है:
* ग्लोमेरस क्लैरोइडियम
* ट्राइकोडेर्मा सपा.
* एस्परजिलस सपा.
* क्लैडोस्पोरियम सपा.
**उत्तर:** ग्लोमेरस क्लैरोइडियम
34. केले में 'बन्ची टॉप' है एक ?
(A) जीवाणु जनित रोग
(B) कवक जनित रोग
(C) कीट रोग
(D) विषाणु जनित रोग
Solution:
केले में "बन्ची टॉप" एक नुकीली संरचना होती है जो बन्चे के शीर्ष पर पाई जाती है। यह एक छोटा, हरे रंग का अंकुर होता है जो बन्चे के विकास के दौरान पौधे के शीर्ष से निकलता है। बन्ची टॉप को "फूल की नोक" या "ब्लोसम एंड" के रूप में भी जाना जाता है। यह केले के पौधे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है क्योंकि यह परागण और फल विकास में मदद करता है।
35. कपास के"लीफ कर्ल वायरस" रोग का रोग वाहक है ?
(A) सफेद मक्खी
(B) एफिड
(C) लीफ हॉपर
(D) जैसिड
Solution:
कपास लीफ कर्ल वायरस रोग का रोग वाहक सफेद मक्खी (बेमीसिया तबासी) है। यह एक छोटा, पीले-सफेद रंग का कीट होता है जो पौधों की पत्तियों पर भोजन करता है। जब सफेद मक्खी किसी संक्रमित पौधे से स्वस्थ पौधे पर जाती है, तो वह वायरस को अपने मुंह के भागों के माध्यम से स्वस्थ पौधे में स्थानांतरित कर देता है। वायरस फिर पौधे के संवहनी ऊतकों में फैल जाता है, जिससे पत्ती कर्लिंग, बौनापन और उपज में कमी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
36. शुद्ध वंशक्रम है ?
(A) समांगी एवं समयुग्मनजी
(B) समांगी एवं विषमयुग्मनजी
(C) विषमांगी एवं समयुग्मनजी
(D) विषमांगी एवं विषयमयुग्मनजी
Solution:
शुद्ध वंशक्रम एक आनुवंशिकता पैटर्न है जहां संतान अपने माता-पिता दोनों से केवल एक विशिष्ट गुण प्राप्त करती है। दूसरे शब्दों में, एक विशेष लक्षण की अभिव्यक्ति एक माता-पिता से प्राप्त एक प्रमुख एलील और दूसरे माता-पिता से प्राप्त एक अप्रभावी एलील के संयोजन के कारण होती है। इस प्रकार, सभी संतानें उस विशिष्ट गुण को व्यक्त करेंगी, भले ही वे होमोज़ाइगस या हेटेरोज़ाइगस हों। शुद्ध वंशक्रम का एक उदाहरण फूलों का रंग है, जहां लाल फूलों वाला माता-पिता (प्रमुख एलील) और सफेद फूलों वाला माता-पिता (अप्रभावी एलील) सभी गुलाबी फूलों (हेटेरोज़ाइगस) वाली संततियाँ पैदा करेंगे।
37. अफलेटॉक्सिन (Aflatoxin) किससे उत्पादित होती है ?
(A) एस्पर्जीलस फ्लेक्स
(B) पेनिसिलियम
(C) एस्पर्जीलस नाइजर
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
अफ्लाटॉक्सिन एक प्रकार का विषैला फफूंद है जो एस्परजिलस फ्लेवस और एस्परजिलस पारासिटिकस नामक फफूंद द्वारा निर्मित होता है। ये फफूंद अनाज, मेवों, बीजों और मसालों सहित विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पादों पर बढ़ते हैं।
अफ्लाटॉक्सिन विषाक्तता के मुख्य लक्षणों में यकृत क्षति, विकास संबंधी विकार और प्रतिरक्षा प्रणाली का दमन शामिल हैं। लंबे समय तक अफ्लाटॉक्सिन के संपर्क में रहने से यकृत कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
अफ्लाटॉक्सिन संदूषण को रोकने के लिए उचित भंडारण विधियों और कटाई के बाद के प्रबंधन का पालन करना महत्वपूर्ण है। नमी और तापमान को नियंत्रित करना, अनाज और अन्य उत्पादों को साफ-सुथरी और सूखी जगहों पर संग्रहीत करना अफ्लाटॉक्सिन वृद्धि और संदूषण को कम करने में मदद कर सकता है।
38. लाल रक्त कणिकाएं (RBCs) का निर्माण होता है ?
(A) लीवर में
(B) हृदय में
(C) किडनी में
(D) बोन मैरो में
Solution:
लाल रक्त कणिकाएं (RBCs) अस्थि मज्जा में एक प्रक्रिया के माध्यम से बनती हैं जिसे एरिथ्रोपोएसिस कहा जाता है। इस प्रक्रिया में, एक स्टेम सेल एक प्रोलिफेरेटिव बर्स्ट-फॉर्मिंग यूनिट-एरिथ्रोइड (BFU-E) में विभाजित होता है, जो तब एक कॉलोनी-फॉर्मिंग यूनिट-एरिथ्रोइड (CFU-E) में विभाजित होता है। CFU-E फिर ग्लोबिन श्रृंखलाओं का उत्पादन करके और हेम संश्लेषण करके हीमोग्लोबिन का निर्माण करते हुए, नॉर्मोब्लास्ट में विभाजित होता है। नॉर्मोब्लास्ट तब अपने नाभिक को बाहर निकालते हैं और परिपक्व आरबीसी बन जाते हैं।
39. घासों को सुखाने की कौन सी विधि सर्वोत्तम मानी जाती है ?
(A) तिपाई विधि
(B) फार्म घेरा विधि
(C) भूमि विधि
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
सर्वोत्तम घास सुखाने की विधि हवादार सुखाना है, जो घास को धूप, हवा और कम आर्द्रता के संपर्क में लाती है। इस विधि में कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है और यह घास की गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखती है। इसमें घास को खेत में या तिपाई पर फैलाना और इसे नियमित रूप से हिलाना शामिल होता है। वैकल्पिक विधियों में कृत्रिम सुखाना शामिल है, जो ऊर्जा-गहन है लेकिन खराब मौसम में उपयोगी है, और साइलेज बनाना, जहां घास को बिना ऑक्सीजन के संग्रहित किया जाता है, जिससे यह संरक्षित रहती है लेकिन पोषक तत्वों को कम कर सकता है।
40. 'लाल सड़न' बीमारी प्रायः होती है ?
(A) गन्ना में
(B) अरहर में
(C) मक्का में
(D) सरसों में
Solution:
लाल सड़न एक फफूंद-जनित रोग है जो आमतौर पर टमाटर, आलू और मिर्च जैसी फसलों में होता है। यह फंगस फाइटोफ्थोरा इन्फेस्टंस के कारण होता है, जो नम और ठंडी परिस्थितियों में पनपता है। संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण पत्तियों पर पानी से भीगे हुए धब्बे होते हैं, जो बाद में भूरे रंग के हो जाते हैं और किनारों पर पीले रंग के किनारे वाले होते हैं। बीमारी जल्दी से प्रगति करती है और पूरे पौधे को संक्रमित कर सकती है, जिससे पत्तियों, तनों और फलों पर लाल-भूरे रंग का सड़ना हो जाता है। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो लाल सड़न फसलों को नष्ट कर सकती है, जिससे महत्वपूर्ण आर्थिक नुकसान हो सकता है।