Agriculture GK - Agriculture GK In Hindi - Agriculture Questions
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि परीक्षाओं में कृषि विज्ञान (Agriculture Science) से संबंधित पूछे गए प्रश्न।
कृषि विज्ञान सवाल | Agriculture GK Question | Agriculture In Hindi
51. आलू के विषाणु का प्रसारण से होता है ?
(A) एफिड्स (तेला)
(B) सफेद मक्खी
(C) जेसिड्स (चेपा)
(D) थ्रिप्स
Solution:
आलू के विषाणु का प्रसारण मुख्य रूप से निम्न विधियों से होता है:
* **एफिड्स:** एफिड्स छोटे कीट हैं जो आलू के पौधों से रस चूसते हैं। वे वायरस को एक संक्रमित पौधे से दूसरे स्वस्थ पौधे में स्थानांतरित कर सकते हैं।
* **संक्रमित बीज कंद:** वायरस से संक्रमित बीज कंद नए पौधों में वायरस को फैला सकते हैं।
* **यांत्रिक संपर्क:** संक्रमित पौधों या उपकरणों के संपर्क से वायरस स्वस्थ पौधों में फैल सकता है।
* **परपोषक खरपतवार:** कुछ खरपतवार वायरस के लिए परपोषक हो सकते हैं, जो आलू के पौधों में वायरस का भंडार बन जाते हैं।
52. भारतीय मानकों के अनुसार, गेहूँ चोकर में कच्ची प्रोटीन होती है ?
(A) 5%
(B) 8%
(C) 13%
(D) 15%
Solution:
हाँ, भारतीय मानकों के अनुसार, गेहूं के चोकर में कच्ची प्रोटीन होती है। इसका कारण यह है कि चोकर गेहूं के दाने का बाहरी आवरण है, जिसमें पोषक तत्वों की सांद्रता अधिक होती है। कच्ची प्रोटीन असल में अपाच्य प्रोटीन होती है जो जानवरों द्वारा पचाया नहीं जा सकता है, लेकिन यह अन्य पोषक तत्वों के साथ जानवरों के आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है।
53. निम्न में से किस फसल को नत्रजन की अधिक आवश्यकता होती है ?
(A) गेहूँ
(B) मटर
(C) गन्ना
(D) धान
Solution:
गन्ना नत्रजन की सबसे अधिक मांग वाली फसलों में से एक है। गन्ने के उत्पादन के लिए मिट्टी में प्रचुर मात्रा में नत्रजन की आवश्यकता होती है, जो पौधे की वृद्धि, पत्तियों के विकास और गन्ने की उपज को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है। नत्रजन की कमी से पत्तियों का पीलापन, वृद्धि का रुकना और उपज में कमी आ सकती है। इसलिए, गन्ने की खेती में नत्रजनयुक्त उर्वरकों का उपयोग पौधों को उनकी नाइट्रोजन आवश्यकताओं को पूरा करने और इष्टतम विकास और उत्पादन प्राप्त करने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण है।
54. गेहूँ में 'पर्लिंग इन्डेक्स' ज्ञात करता है ?
(A) दाने की मुलायमता
(B) दाने की कठोरता
(C) दाने की परिपक्वता
(D) दाने की शुद्धता
Solution:
पर्लिंग इंडेक्स गेहूं की मिलिंग के दौरान निर्मित मोती-जैसे एंडोस्पर्म के कणों की सापेक्ष मात्रा को इंगित करता है। यह गेहूं की किस्म और पीसने की प्रक्रिया से प्रभावित होता है। उच्च पर्लिंग इंडेक्स वाले गेहूं में अधिक मोतीदार कण होते हैं, जो एक सफेद और शराबी आटा पैदा करते हैं। यह ब्रेड, केक और पेस्ट्री जैसे उत्पादों के लिए वांछनीय है। कम पर्लिंग इंडेक्स वाला गेहूं कम मोतीदार कणों का उत्पादन करता है, जिससे गहरा रंग और भारी बनावट वाला आटा बनता है। यह पूरे गेहूं के उत्पादों, जैसे ब्रेड और पटाखे के लिए उपयोग किया जाता है।
55. गेहूँ में चौड़ी पत्ती के खरपतवारों के नियंत्रण के लिए प्रयोग किए जाने वाला शाकनाशी है ?
(A) मेटसल्फ्यूरान
(B) आइसोप्रोटयूरान
(C) क्लोडिनाफॉप
(D) फेनॉक्साप्रॉप
Solution:
गेहूं में चौड़ी पत्ती के खरपतवारों के नियंत्रण के लिए ईथॉक्सिसल्फ्यूरॉन का उपयोग किया जाता है। यह एक सुल्फोनील्यूरिया हर्बिसाइड है जो खरपतवारों की वृद्धि को बाधित करके काम करता है। यह पत्तियों और जड़ों दोनों द्वारा अवशोषित हो जाता है, जिससे पौधों में अमीनो एसिड संश्लेषण बाधित होता है। ईथॉक्सिसल्फ्यूरॉन गेहूं के लिए सुरक्षित है और इसे फसल के विभिन्न चरणों में लागू किया जा सकता है।
56. पृथक्करण दूरी रखी जाती है ?
(A) एक फसल की दो प्रजातियों के बीच
(B) दो विभिन्न फसलों के बीच
(C) किसी प्रजाति के बीज की दो श्रेणियों के बीच
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Solution:
**पृथक्करण दूरी** सीमांकन की एक प्रणाली है जो विद्युत उत्पादन और वितरण के उपकरणों के बीच सुरक्षित कार्य दूरी सुनिश्चित करती है। यह रास्ते में वर्तमान प्रवाहित होने की संभावना को कम करता है, जो विद्युत धक्के, आग और अन्य खतरों का कारण बन सकता है। पृथक्करण दूरी विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें वोल्टेज, करंट और उपकरणों का डिज़ाइन शामिल है, और इसे राष्ट्रीय विद्युत कोड और अन्य सुरक्षा मानकों द्वारा विनियमित किया जाता है।
57. बैंकों द्वारा किसानों को दिया जाने वाला अल्पकालीन ऋण किस अन्य नाम से भी जाना जाता है ?
(A) क्रॉप लोन
(B) सॉफ्ट लोन
(C) हार्ड लोन
(D) टर्म लोन
Solution:
बैंकों द्वारा किसानों को दिया जाने वाला अल्पकालीन ऋण "कृषि ऋण" के नाम से भी जाना जाता है। यह ऋण कृषि संबंधी गतिविधियों जैसे फसल उत्पादन, पशुधन पालन और मत्स्य पालन के लिए प्रदान किया जाता है। यह ऋण आम तौर पर फसल चक्र या उत्पादन चक्र की अवधि के लिए दिया जाता है, जो आमतौर पर 12 महीने से कम होता है।
58. निम्न में से कौन सा तापक्रम फलों को पास्टुराइजेशन के लिए अधिक उपयुक्त है ?
(A) 90° - 199° सेंग्रे.
(B) 70° - 80° सेंग्रे.
(C) 50° - 60° सेंग्रे.
(D) 40° - 50° सेंग्रे.
Solution:
फलों के पास्टुराइजेशन के लिए 70°C (158°F) से 85°C (185°F) का तापमान रेंज सबसे उपयुक्त है। यह तापमान रेंज बैक्टीरिया और खमीर जैसे हानिकारक सूक्ष्मजीवों को मारने के लिए पर्याप्त है, जबकि अधिकांश पोषक तत्वों और फलों के स्वाद को बनाए रखता है। इस तापमान रेंज से नीचे का तापमान पर्याप्त सूक्ष्मजीवों को नहीं मार सकता है, जबकि इससे अधिक का तापमान पोषक तत्वों को नष्ट कर सकता है और फलों के स्वाद को बदल सकता है।
59. ट्रिप्टोफेन के जैव संश्लेषण के लिये आवश्यक तत्व है ?
(A) Cu
(B) Zn
(C) B
(D) Fe
Solution:
ट्रिप्टोफेन संश्लेषण के लिए आवश्यक तत्व है एन्थ्रैनीलेट सिंथेटेज़। यह एंजाइम इंडोल-3-ग्लिसरॉल फॉस्फेट (IGP) को एन्थ्रैनीलेट में परिवर्तित करता है, जो ट्रिप्टोफेन संश्लेषण की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण मध्यवर्ती है। एन्थ्रैनीलेट सिंथेटेज़ एंथ्रैनीलेट संश्लेषण मार्ग में पहला एंजाइम है, जो अंततः ट्रिप्टोफेन का उत्पादन करता है।
60. फसल सुरक्षा के लिए समन्वित कीट प्रबन्धन कार्यक्रम (आई.पी.एम.) का शुभारम्भ किस पंचवर्षीय योजना में किया गया था ?
(A) पाँचवीं पंचवर्षीय योजना
(B) सातवीं पंचवर्षीय योजना
(C) आठवीं पंचवर्षीय योजना
(D) नवीं पंचवर्षीय योजना
Solution:
समन्वित कीट प्रबंधन (आईपीएम) कार्यक्रम को नौवीं पंचवर्षीय योजना (1997-2002) के दौरान भारत में शुरू किया गया था। यह एक व्यापक दृष्टिकोण है जो विभिन्न कीट प्रबंधन तकनीकों को पर्यावरण की सुरक्षा करते हुए लागत प्रभावी ढंग से कीटों को प्रबंधित करने के लिए एकीकृत करता है।