Chemistry GK - Chemistry GK In Hindi - Chemistry Quiz
रसायन विज्ञान, विज्ञान की एक शाखा है जिसके अंतर्गत रासायनिक पदार्थों का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है।
रसायन विज्ञान में हम प्राकृतिक ब्रह्मांड के बारे में सीखते हैं, परीक्षण करते हैं, और फिर ऐसे मॉडल बनाते हैं जो हमारी टिप्पणियों की व्याख्या करते हैं।
सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि में
रसायन विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। यहाँ Chemistry के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को Listed किया गया है जो सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी हो सकती है।
रसायन विज्ञान | रसायन सामान्य ज्ञान | रसायन विज्ञान प्रश्नोत्तरी
131. लेड पेन्सिल में लेड कितने प्रतिशत होता है ?
(A) 100
(B) 77
(C) 65
(D) 0
Solution:
लेड पेन्सिल में कोई वास्तविक लेड नहीं होता है। उनमें "ग्राफाइट" नामक कार्बन का एक रूप होता है। ग्राफाइट की नरम प्रकृति इसे लिखने के लिए एक उपयुक्त सामग्री बनाती है, और मिट्टी के साथ इसे मिलाने से पेंसिल को विभिन्न कठोरता स्तरों में बनाया जा सकता है।
एक विशिष्ट लेड पेन्सिल में, ग्राफाइट की मात्रा लगभग 10-20% होती है। शेष भाग मिट्टी, मोम और अन्य बाइंडर होता है, जो ग्राफाइट को एक साथ रखता है और इसे पेंसिल से बाहर निकलने से रोकता है।
132. हाइड्रोजन को वायु में जलाने पर प्राप्त होता है ?
(A) हाइड्रोजन क्लोराइड
(B) एल्कोहॉल
(C) जल
(D) ईथर
Solution:
हाइड्रोजन को वायु में जलाने पर पानी प्राप्त होता है। इस प्रक्रिया में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की रासायनिक अभिक्रिया होती है, जिससे ऊर्जा के रूप में गर्मी निकलती है और साथ ही पानी (H2O) बनता है। यह एक उच्च तापमान पर होने वाला एक अत्यधिक एक्ज़ोथिर्मिक अभिक्रिया है। इस अभिक्रिया को निम्नलिखित समीकरण द्वारा दर्शाया जा सकता है:
2H2 + O2 → 2H2O + ऊर्जा
133. पारा निकाला जाता है ?
(A) बाक्साइट से
(B) सिनेबार
(C) पाइरोलूसाइट
(D) गैलना से
Solution:
**Mercury Extraction:**
Mercury, a liquid metal, is extracted through a two-step process:
1. **Mining:** Mercury-bearing ores, such as cinnabar (HgS), are mined from underground or open-pit mines.
2. **Extraction:** Cinnabar is crushed and roasted in a furnace to release mercury vapors. These vapors are condensed into liquid mercury, which is then purified to remove impurities.
134. जल के उपचार में ओजोनन की प्रक्रिया को कहते है ?
(A) अवसादन
(B) अवक्षेपण
(C) विसंक्रमण
(D) आयनीकरण
Solution:
ओजोनन एक जल उपचार प्रक्रिया है जिसमें पानी में ओजोन गैस को मिलाया जाता है। ओजोन एक शक्तिशाली ऑक्सीडेंट है जो पानी में मौजूद प्रदूषकों, जैसे रोगजनकों, कार्बनिक पदार्थों और धातुओं को ऑक्सीकृत और नष्ट कर देता है। यह एक कीटाणुनाशक और विरंजक के रूप में कार्य करता है, जिससे पानी अधिक शुद्ध और सुरक्षित हो जाता है। ओजोनन का उपयोग कई जल उपचार संयंत्रों में द्वितीयक कीटाणुशोधन के रूप में किया जाता है।
135. युद्ध में प्रयोग की जाने विषैली गैस ल्यूसाइट बनायी जाती है ?
(A) क्लोरीन से
(B) एसीटिलीन से
(C) अमोनियम से
(D) नाइट्रोबेंजीन से
Solution:
ल्यूसाइट को बनाने के लिए सल्फर मस्टर्ड को क्लोरीन और फॉस्फोरस पेंटोक्साईड के मिश्रण के साथ प्रतिक्रिया कराया जाता है। यह प्रक्रिया एक रासायनिक संयंत्र में की जाती है, जहां सल्फर मस्टर्ड को एक रिएक्टर में डाला जाता है। क्लोरीन और फॉस्फोरस पेंटोक्साईड को तब रिएक्टर में डाला जाता है, और प्रतिक्रिया मिश्रण को गर्म किया जाता है। जैसे-जैसे प्रतिक्रिया आगे बढ़ती है, ल्यूसाइट एक तरल के रूप में बनता है। ल्यूसाइट को तब रिएक्टर से हटा दिया जाता है और पैकेजिंग और भंडारण के लिए तैयार किया जाता है।
136. निम्नलिखित में से कौन-सा अच्छा स्नेहक है ?
(A) कार्बन और लौह की मिश्रधातु
(B) गलित कार्बन
(C) ग्रेफाईट चूर्ण
(D) हीरक चूर्ण
Solution:
एक अच्छा स्नेहक पदार्थ या तरल होता है जो घर्षण को कम करके दो सतहों के बीच आसान फिसलन की अनुमति देता है। यह निम्नलिखित गुणों के आधार पर निर्धारित किया जाता है:
* **स्नेहन:** यह सतहों के बीच एक सुरक्षात्मक फिल्म बनाता है, जो सीधे संपर्क को रोकता है।
* **चिपचिपापन:** इसका प्रवाह प्रतिरोध उच्च होना चाहिए ताकि यह स्नेहन फिल्म बनाए रख सके।
* **जंग और संरक्षण:** यह सतहों को जंग और संक्षारण से बचाता है।
* **तापमान रेंज:** यह विभिन्न तापमान स्थितियों का सामना करने के लिए स्थिर रहना चाहिए।
* **संगतता:** यह उपयोग की जाने वाली सामग्रियों के साथ संगत होना चाहिए।
इन गुणों वाले पदार्थ, जैसे तेल, ग्रीस, और टेफ्लॉन, अच्छे स्नेहक माने जाते हैं।
137. खाद्य परिरक्षण के रूप में सबसे अधिक प्रयोग होने वाला पदार्थ है?
(A) बेन्जोइक एसिड का सोडियम लवण
(B) सोडियम कार्बोनेट
(C) टार्टरिक एसिड
(D) एसिटिक एसिड
Solution:
सोडियम क्लोराइड, जिसे आम तौर पर नमक के रूप में जाना जाता है, खाद्य परिरक्षण के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला पदार्थ है। यह पानी की गतिविधि को कम करके और रोगजनकों के विकास को रोककर भोजन को सुरक्षित रखने में मदद करता है। नमक का उपयोग मांस, मछली, सब्जियों, फलों और डेयरी उत्पादों सहित विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को संरक्षित करने के लिए किया जाता है।
138. पौधे नाइट्रोजन को निम्न रूप में लेते हैं ?
(A) नाइट्रस ऑक्साइड
(B) नाइट्राइट
(C) नाइट्रोजन ऑक्साइड
(D) नाइट्रेस
Solution:
पौधे नाइट्रोजन को नाइट्रेट (NO3-) और अमोनियम (NH4+) आयनों के रूप में लेते हैं। नाइट्रेट आयनों को मिट्टी में नाइट्रिफाइंग बैक्टीरिया द्वारा अमोनियम यौगिकों से परिवर्तित किया जाता है, जबकि अमोनियम यौगिक अमोनिया बनाने वाले बैक्टीरिया द्वारा कार्बनिक पदार्थों से जारी किए जाते हैं। कुछ पौधे, जैसे कि फलियां, अपने स्वयं के नाइट्रोजन-फिक्सिंग बैक्टीरिया होते हैं जो नाइट्रोजन को वायुमंडलीय नाइट्रोजन से परिवर्तित कर सकते हैं।
139. ऋणात्मक उत्प्रेरक (Negative Catalyst) वह है जो ?
(A) अभिक्रिया की वेग को अपरिवर्तित करते हैं
(B) प्रेरित उत्प्रेरक की भांति व्यवहार करते हैं
(C) अभिक्रिया की वेग को बढ़ाते करते हैं
(D) अभिक्रिया की वेग को कम करते हैं
Solution:
ऋणात्मक उत्प्रेरक (नेगेटिव कैटलिस्ट) वह पदार्थ है जो किसी रासायनिक प्रतिक्रिया की दर को धीमा या बाधित करता है। वे प्रतिक्रिया के संक्रमण अवस्था के निर्माण को स्थिर करके कार्य करते हैं, जिससे प्रतिक्रियाशीलों के लिए लक्ष्य उत्पाद में बदलना कठिन हो जाता है। ऋणात्मक उत्प्रेरक प्रतिक्रिया में शामिल नहीं होते हैं और प्रतिक्रिया पूर्ण होने पर अपरिवर्तित रहते हैं।
140. फ्लाइ ऐश वातावरणीय प्रदूषक है जो इसके द्वारा उत्पन्न होता है ?
(A) सीमेंट उद्योग
(B) थर्मल पावर प्लांट
(C) आटा मिल
(D) उर्वरक संयंत्र
Solution:
फ्लाई ऐश एक ठोस अपशिष्ट है जो कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों में ईंधन के दहन से उत्पन्न होता है। इसमें भारी धातुएँ और कार्सिनोजेनिक यौगिक होते हैं जो हवा, पानी और मिट्टी को प्रदूषित कर सकते हैं। फ्लाई ऐश में पाए जाने वाले महीन कण सांस के मुद्दों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, फ्लाई ऐश वर्षा के पानी का पीएच कम कर सकता है, नदियों और झीलों में जलीय जीवन को नुकसान पहुंचा सकता है। पर्यावरणीय नियमों को पूरा करने के लिए फ्लाई ऐश को सुरक्षित रूप से निपटाना महत्वपूर्ण है, और इसका उपयोग कंक्रीट और अन्य निर्माण सामग्री में भी किया जा सकता है।