Chemistry GK - Chemistry GK In Hindi - Chemistry Quiz
रसायन विज्ञान, विज्ञान की एक शाखा है जिसके अंतर्गत रासायनिक पदार्थों का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है।
रसायन विज्ञान में हम प्राकृतिक ब्रह्मांड के बारे में सीखते हैं, परीक्षण करते हैं, और फिर ऐसे मॉडल बनाते हैं जो हमारी टिप्पणियों की व्याख्या करते हैं।
सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि में
रसायन विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। यहाँ Chemistry के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को Listed किया गया है जो सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी हो सकती है।
रसायन विज्ञान | रसायन सामान्य ज्ञान | रसायन विज्ञान प्रश्नोत्तरी
1851. निम्न में से कौन-सी रासायनिक प्रतिक्रिया की प्रकृति हमेशा ऊष्माशोषी होती है ?
(A) दहन प्रतिक्रिया
(B) अपघटन प्रतिक्रिया
(C) विस्थापन प्रतिक्रिया
(D) संयोजन प्रतिक्रिया
Solution:
रासायनिक प्रतिक्रियाएँ जिनमें ऊष्मा का अवशोषण होता है उन्हें ऊष्माशोषी प्रतिक्रियाएँ कहा जाता है। ये प्रतिक्रियाएँ तब होती हैं जब उत्पादों में अभिकारकों की तुलना में अधिक ऊर्जा होती है। ऊष्माशोषी प्रतिक्रियाओं को सक्रियण ऊर्जा को पार करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है, और यह ऊर्जा बाहरी स्रोतों से अवशोषित होती है, जैसे कि गर्मी। इसलिए, ऊष्माशोषी प्रतिक्रियाओं की प्रकृति हमेशा ऊष्मा का अवशोषण होती है।
1852. बायोगैस का मुख्य घटक है?
(A) ऑक्सीजन
(B) मेथिल एल्कोहॉल
(C) ऐसिटिक एसिड
(D) मीथेन
Solution:
बायोगैस मुख्य रूप से मेथेन और कार्बन डाइऑक्साइड से बना होता है। मेथेन गैस का मुख्य घटक है, जो लगभग 50-75% तक होता है। कार्बन डाइऑक्साइड दूसरी सबसे प्रचुर मात्रा में गैस है, जो लगभग 25-50% तक होती है। अन्य गैसों में नाइट्रोजन, हाइड्रोजन और हाइड्रोजन सल्फाइड शामिल हैं। बायोगैस की विशिष्ट संरचना उपयोग किए जा रहे कच्चे माल और पाचन प्रक्रिया की स्थितियों पर निर्भर करती है।
1853. रैखिक सरंचना वाला यौगिक है ?
(A) सल्फ़र डाईऑक्साइड
(B) सिलिकॉनडाईऑक्साइड
(C) कार्बन डाईऑक्साइड
(D) नाइट्रोजन डाईऑक्साइड
Solution:
**रैखिक सरंचना वाला यौगिक**
एक रैखिक सरंचना वाला यौगिक एक रासायनिक यौगिक है जिसमें परमाणु एक सीधी रेखा में बंधे होते हैं। इसमें परमाणुओं के बीच केवल एक एकल बंध होता है। इस प्रकार की संरचना में कोई शाखा या चक्रीय व्यवस्था नहीं होती है। ईथीन (C2H4) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) रैखिक सरंचना वाले यौगिकों के उदाहरण हैं।
1854. अमोनियम क्लोराइड का जलीय विलयन होता है ?
(A) क्षारीय
(B) उदासीन
(C) रंगीन
(D) अम्लीय
Solution:
अमोनियम क्लोराइड का जलीय विलयन एक अम्लीय विलयन होता है। जब अमोनियम क्लोराइड पानी में घुलता है, तो यह हाइड्रोलिसिस से गुजरता है, जिससे अमोनिया और हाइड्रोक्लोरिक एसिड बनता है। अमोनिया एक कमजोर क्षार है, जबकि हाइड्रोक्लोरिक एसिड एक मजबूत एसिड है। इसलिए, विलयन में हाइड्रोनियम आयनों की सांद्रता हाइड्रॉक्साइड आयनों की सांद्रता से अधिक होती है, जिससे यह अम्लीय हो जाता है।
1855. अम्ल और भस्म अभिक्रिया करके बनाते है ?
(A) लवण
(B) इस्टर
(C) अल्कोहल
(D) अम्ल
Solution:
**अम्ल-भस्म अभिक्रिया**
जब एक अम्ल किसी भस्म (एक धातु ऑक्साइड) के साथ अभिक्रिया करता है, तो यह एक लवण और पानी बनाता है। यह अभिक्रिया आमतौर पर एक तापवर्ती होती है और वियोजित होकर ऊर्जा छोड़ती है।
**सामान्य समीकरण:**
अम्ल + भस्म → लवण + पानी
**उदाहरण:**
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) और सोडियम ऑक्साइड (Na2O) के बीच की अभिक्रिया:
2HCl + Na2O → 2NaCl + H2O
1856. आयनिक यौगिक के गलनांक एवं क्वथनांक -
(A) निम्न होते हैं
(B) उच्च होते हैं
(C) सामान्य होते हैं
(D) सभी कथन सत्य है
Solution:
आयनिक यौगिकों में मजबूत इलेक्ट्रोस्टैटिक आकर्षण होते हैं, जो उनके उच्च गलनांक और क्वथनांक के लिए जिम्मेदार होते हैं। इन आकर्षणों को दूर करने के लिए ऊर्जा की एक बड़ी मात्रा की आवश्यकता होती है, जिससे ये यौगिक कमरे के तापमान पर ठोस या द्रव रूप में रहते हैं। आयन की आवेश और आकार जितना अधिक होता है, आकर्षण उतना ही मजबूत होता है और गलनांक और क्वथनांक उतना ही अधिक होता है।
1857. भीड़ को तितर-बितर करने में पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अश्रु-गैस क्या होती है?
(A) क्लोरीन
(B) कार्बन डाइऑक्साइड
(C) हाइड्रोजन सल्फाइड
(D) अमोनिया
1858. फॉर्मेल्डिहाइड का 40% जलीय घोल कहलाता है ?
(A) एसीटिलीन
(B) फॉर्मेलीन
(C) इथिलीन
(D) पायरीन
Solution:
फॉर्मेल्डिहाइड का 40% जलीय घोल फॉर्मेलिन कहलाता है। यह एक रंगहीन, तीखी गंध वाला तरल है जो विभिन्न औद्योगिक और घरेलू अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है, जैसे कि कीटाणुनाशक, संरक्षक और प्लास्टिक उत्पादन में। फॉर्मेलिन को अक्सर शैक्षणिक सेटिंग्स में ऊतक संरक्षण के लिए भी उपयोग किया जाता है।
1859. उत्प्रेरक की खोज किसने की थी ?
(A) रदरफोर्ड
(B) लुईस
(C) कोसेल
(D) बर्जिलियस
Solution:
18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में स्वीडिश केमिस्ट कार्ल विल्हेम शीले ने उत्प्रेरकों की खोज की। उन्हें पता चला कि मैंगनीज ऑक्साइड (MnO2) क्लोरीन गैस के उत्पादन में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। आगे के शोध से पता चला कि अन्य पदार्थ, जैसे कि प्लैटिनम, भी उत्प्रेरक के रूप में काम कर सकते हैं। 20वीं शताब्दी की शुरुआत में, विल्हेम ओस्टवाल्ड ने उत्प्रेरण की व्याख्या करने के लिए एक सिद्धांत विकसित किया, जिसमें कहा गया था कि उत्प्रेरक प्रतिक्रिया मार्ग को बदलते हैं और सक्रियण ऊर्जा को कम करते हैं।
1860. एल्केन का सामान्य सूत्र होता है ?
(A) CₙH₂ₙ
(B) CₙH₂ₙ₊₁
(C) CₙH₂ₙ₊₂
(D) CₙH₂ₙ₋₂
Solution:
एल्केन संतृप्त हाइड्रोकार्बन होते हैं जिनमें कार्बन-कार्बन के बीच केवल एकल आबंध होते हैं। उनका सामान्य सूत्र CnH2n+2 है, जहां n कार्बन परमाणुओं की संख्या है। इसका मतलब है कि एल्केन में हमेशा हाइड्रोजन परमाणुओं की संख्या का दोगुना कार्बन परमाणु होते हैं, साथ ही दो अतिरिक्त हाइड्रोजन परमाणु होते हैं। उदाहरण के लिए, एथेन (CH3-CH3) में दो कार्बन परमाणु और छह हाइड्रोजन परमाणु होते हैं, जो सामान्य सूत्र CnH2n+2 का अनुसरण करता है जहां n = 2।