Chemistry GK - Chemistry GK In Hindi - Chemistry Quiz
रसायन विज्ञान, विज्ञान की एक शाखा है जिसके अंतर्गत रासायनिक पदार्थों का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है।
रसायन विज्ञान में हम प्राकृतिक ब्रह्मांड के बारे में सीखते हैं, परीक्षण करते हैं, और फिर ऐसे मॉडल बनाते हैं जो हमारी टिप्पणियों की व्याख्या करते हैं।
सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि में
रसायन विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। यहाँ Chemistry के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को Listed किया गया है जो सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी हो सकती है।
रसायन विज्ञान | रसायन सामान्य ज्ञान | रसायन विज्ञान प्रश्नोत्तरी
1841. शरीर की कैलोरी आवश्यकता गर्मी की अपेक्षा सर्दियों में बढ़ जाती है क्योंकि अधिक कैलोरी आवश्यक है?
(A) अधिक प्रोटीनों को भंग करने के लिए
(B) शरीर में अधिक वसा बनाने के लिए
(C) गिरते बालों की क्षतिपूर्ति के लिए
(D) शरीर का ताप बनाए रखने के लिए
Solution:
सर्दियों में, शरीर को ठंड से लड़ने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह अतिरिक्त ऊर्जा कैलोरी के रूप में भोजन से प्राप्त होती है। शरीर गर्मी पैदा करने के लिए कैलोरी का उपयोग करता है, जिससे शरीर का तापमान बना रहता है। इसलिए, सर्दियों में कैलोरी की आवश्यकता गर्मी की तुलना में अधिक होती है, ताकि शरीर को ठंड से बचाने के लिए आवश्यक गर्मी पैदा करने के लिए पर्याप्त ईंधन मिले।
1842. निम्नलिखित में से किस यौगिक का उपयोग अग्निरोधक कपड़ा बनाने में किया जाता है ?
(A) मैग्नीशियम सल्फेट
(B) फेरस सल्फेट
(C) एल्यूमिनियम सल्फेट
(D) सोडियम सल्फेट
Solution:
एस्बेस्टस एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला खनिज है जिसका उपयोग अग्निरोधक कपड़े बनाने में किया जाता है क्योंकि इसमें उच्च गर्मी प्रतिरोध और फाइबर की एक अद्वितीय संरचना होती है जो सामग्री में गर्मी को जाल में डालती है। इसकी आग प्रतिरोधी क्षमता इसे आग की लपटों को बुझाने और जलने से रोकने में सक्षम बनाती है।
1843. इनमें से कौन-सी धातु द्रव अवस्था में पायी जाती है ?
(A) लोहा
(B) मरकरी
(C) चाँदी
(D) अन्य
Solution:
पारा (Hg) एकमात्र धातु है जो कमरे के तापमान पर द्रव अवस्था में पाई जाती है। यह चांदी जैसी सफेद, भारी धातु है जो कम तापमान पर जम जाती है। पारा के इस अद्वितीय गुण के कारण, इसका उपयोग थर्मामीटर, बैरोमीटर और अन्य वैज्ञानिक उपकरणों में किया जाता है। इसके अतिरिक्त, पारा का उपयोग स्विच, रिले और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में भी किया जाता है।
1844. एक धातु कुछ समय तक खुली हवा में पड़ी रही। उस पर हरे कार्बोनेट की परत बन गई। वह धातु क्या है ?
(A) कॉपर
(B) एल्यूमीनियम
(C) जिंक
(D) सिल्वर
Solution:
तांबा खुली हवा में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के संपर्क में आने पर हरे रंग का कार्बोनेट बनाता है जिसे पेटिना कहा जाता है। यह परत धातु को आगे के क्षरण से बचाती है।
1845. किसी तत्व की रासायनिक प्रकृति निर्भर करते हैं ?
(A) इलेक्ट्रॉन पर
(B) न्यूट्रॉन पर
(C) संयोजी इलेक्ट्रॉन पर
(D) प्रोटॉन पर
Solution:
किसी तत्व की रासायनिक प्रकृति निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करती है:
* **परमाणु क्रमांक:** यह प्रोटॉन की संख्या है और तत्व की पहचान निर्धारित करता है।
* **परमाणु द्रव्यमान:** यह प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संयुक्त संख्या है, जो परमाणु के भौतिक गुणों को प्रभावित करता है।
* **इलेक्ट्रॉन विन्यास:** इलेक्ट्रॉनों की व्यवस्था रासायनिक बंधन और प्रतिक्रियाशीलता को निर्धारित करती है।
* **परमाणु त्रिज्या:** परमाणु केंद्रक से बाहरीतम इलेक्ट्रॉन की औसत दूरी, रासायनिक बंधों की प्रकृति को प्रभावित करती है।
* **आयनन ऊर्जा:** इलेक्ट्रॉन को दूर करने की ऊर्जा, रासायनिक बंधों की स्थिरता और धातुई प्रकृति को निर्धारित करती है।
* **इलेक्ट्रॉन बंधुता:** इलेक्ट्रॉन को प्राप्त करने की ऊर्जा, तत्व की प्रतिक्रियाशीलता और बंध बनाने की क्षमता को प्रभावित करती है।
1846. बिना किसी बाहरी ऊष्मा के सम्पादित होने वाली दहन क्रिया को कहते है ?
(A) मंद दहन
(B) स्वतः दहन
(C) विस्फोट
(D) द्रुत दहन
Solution:
स्वतः दहन एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें किसी पदार्थ का ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके ऊष्मा पैदा होती है और आग लग जाती है, बिना किसी बाहरी ऊष्मा स्रोत की आवश्यकता के। यह आम तौर पर तब होता है जब एक पदार्थ का ऑक्सीजन के साथ बहुत बड़ा संपर्क क्षेत्र होता है और पर्याप्त सक्रियण ऊर्जा होती है, जैसे कि तेल से सना हुआ कपड़ा या कोयला का ढेर।
1847. वायुमण्डल में ओजोन ह्रास मुख्यत: किया जाता है?
(A) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड द्वारा
(B) सल्फर डाइऑक्साइड द्वारा
(C) क्लोरोफ्लोरो कार्बन द्वारा
(D) हाइड्रोजन सल्फाइड द्वारा
Solution:
ओजोन ह्रास प्राथमिक रूप से मानवजनित क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) और हाइड्रोक्लोरोफ्लोरोकार्बन (एचसीएफसी) जैसे ओजोन-क्षयकारी पदार्थों के उत्सर्जन के कारण होता है। ये रसायन वातावरण में चले जाते हैं, स्ट्रेटोस्फीयर तक पहुंचते हैं, और यहां ओजोन अणुओं को तोड़ते हैं। यह प्रक्रिया ओजोन की कुल मात्रा को कम करती है, जिससे पृथ्वी तक पहुंचने वाले हानिकारक पराबैंगनी विकिरण की मात्रा बढ़ जाती है।
1848. निम्न धातुओं में सबसे हीन चालक कौन सा है ?
(A) सीसा
(B) स्वर्ण
(C) लोहा
(D) सिल्वर
Solution:
सिल्वर (Ag), ताँबा (Cu), सोना (Au), एल्युमिनियम (Al) और लोहा (Fe) के बीच, लोहा सबसे हीन चालक है।
लोहे में कम इलेक्ट्रॉन गतिशीलता और अधिक प्रतिरोध होता है, जो विद्युत प्रवाह के लिए एक बाधा पैदा करता है। इसलिए, लोहे में अन्य धातुओं की तुलना में बिजली का संचालन करने की क्षमता सबसे कम होती है।
1849. पोटेशियम डाइक्रोमेट के अम्लीय घोल में हाइड्रोजन सल्फाइड गैस प्रवाहित करने पर घोल का रंग हो जाता है ?
(A) हरा
(B) नीला
(C) नारंगी
(D) गुलाबी
Solution:
पोटेशियम डाइक्रोमेट का अम्लीय घोल नारंगी रंग का होता है। हाइड्रोजन सल्फाइड गैस प्रवाहित करने पर, डाइक्रोमेट आयन (Cr2O72-) सल्फाइड आयन (S2-) से अभिक्रिया करता है, जिससे क्रोमियम (III) आयन (Cr3+) और सल्फर जमा होता है। Cr3+ आयन हरे रंग का होता है, इसलिए घोल का रंग नारंगी से हरे रंग में बदल जाता है।
1850. प्रत्येक आवर्त का प्रथम सदस्य होता है ?
(A) एक अक्रिय गैस
(B) एक क्षार धातु
(C) एक उपधातु
(D) एक हैलोजन
Solution:
प्रत्येक आवर्त का प्रथम सदस्य एक क्षार धातु होता है। क्षार धातुएँ आवर्त सारणी के पहले समूह में स्थित होती हैं और ये अपने उच्च रासायनिक अभिक्रियाशीलता और एक संयोजक इलेक्ट्रॉन की विशेषता होती हैं। उनकी रासायनिक प्रकृति के कारण, क्षार धातुएँ अत्यधिक अक्रिय होती हैं और पानी और हवा के साथ तीव्रता से प्रतिक्रिया करती हैं।