Chemistry GK - Chemistry GK In Hindi - Chemistry Quiz
रसायन विज्ञान, विज्ञान की एक शाखा है जिसके अंतर्गत रासायनिक पदार्थों का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है।
रसायन विज्ञान में हम प्राकृतिक ब्रह्मांड के बारे में सीखते हैं, परीक्षण करते हैं, और फिर ऐसे मॉडल बनाते हैं जो हमारी टिप्पणियों की व्याख्या करते हैं।
सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI, RRB, CTET, TET, BED, UPSC इत्यादि में
रसायन विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। यहाँ Chemistry के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को Listed किया गया है जो सभी तरह के
प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी हो सकती है।
रसायन विज्ञान | रसायन सामान्य ज्ञान | रसायन विज्ञान प्रश्नोत्तरी
51. सोना को कठोर बनाने के लिए उसमे के मिलाया जाता है ?
(A) निकेल
(B) तांबा
(C) सीसा
(D) लोहा
Solution:
सोने में तांबे को मिलाने से उसकी कठोरता बढ़ती है। तांबा एक मजबूत धातु है और जब इसे सोने में मिलाया जाता है, तो यह सोने के क्रिस्टल संरचना को मजबूत करता है। इससे सोना खरोंच और विरूपण के प्रति अधिक प्रतिरोधी बन जाता है, जिससे यह आभूषण और अन्य अनुप्रयोगों के लिए आदर्श बन जाता है जो टिकाऊपन की मांग करते हैं।
52. एक नाभकीय रिएक्टर में भारी जल का क्या कार्य है ?
(A) न्यूट्रॉन की गति को बढ़ाना
(B) नाभकीय क्रिया को रोकना
(C) न्यूट्रॉन की गति को कम करना
(D) रिएक्टर को ठंडा करना
Solution:
एक नाभकीय रिएक्टर में भारी जल (ड्यूटेरियम ऑक्साइड) का प्राथमिक कार्य मंदक के रूप में कार्य करना है। मंदक नाभकीय विखंडन प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न तेज गति से चलने वाले न्यूट्रॉनों को धीमा कर देते हैं, जिससे उनकी प्रतिक्रिया की संभावना बढ़ जाती है और नाभकीय श्रृंखला अभिक्रिया को बनाए रखने में मदद मिलती है। भारी जल साधारण पानी की तुलना में अधिक प्रभावी मंदक होता है क्योंकि इसमें ड्यूटेरियम नाभिक होते हैं, जो न्यूट्रॉनों के साथ कमजोर रूप से बातचीत करते हैं, जिससे उन्हें अधिक कुशलता से धीमा करने की अनुमति मिलती है।
53. रेडियोधर्मी पदार्थ मी किस दौरान कोई परिवर्तन नही होता ?
(A) γ उत्सर्जन
(B) ऑक्सीकरण
(C) α उत्सर्जन
(D) β उत्सर्जन
Solution:
रेडियोधर्मी पदार्थ उस दौरान कोई परिवर्तन नहीं करते जब वे अपने अर्ध-आयु काल में होते हैं। अर्ध-आयु काल वह समय होता है जिसमें एक रेडियोधर्मी पदार्थ का आधा हिस्सा क्षय हो जाता है। इस दौरान, पदार्थ का रेडियोधर्मिता स्तर स्थिर रहता है, और यह किसी भी महत्वपूर्ण परिवर्तन से नहीं गुजरता। हालाँकि, अर्ध-आयु काल बीत जाने के बाद, रेडियोधर्मी पदार्थ क्षय होना शुरू कर देते हैं और उनकी रेडियोधर्मिता धीरे-धीरे कम हो जाती है।
54. ‘एस्बेस्टॉस’ क्या होता है ?
(A) ऐलुमिना
(B) कैल्सियम सिलिकेट
(C) मैग्नीशियम सिलिकेट
(D) कैल्सियम मैग्नीशियम सिलिकेट
Solution:
एस्बेस्टॉस एक प्रकार का खनिज है जो स्वाभाविक रूप से खदानों से प्राप्त होता है। यह एक रेशेदार पदार्थ है जो आग और गर्मी प्रतिरोधी है। इसकी अग्नि सुरक्षा और इन्सुलेशन गुणों के कारण, निर्माण उद्योग में इसका व्यापक रूप से उपयोग किया गया है।
हालाँकि, एस्बेस्टॉस के फेफड़ों के लिए हानिकारक होने की भी पहचान की गई है, जिससे मेसोथेलियोमा, फेफड़े के कैंसर और एस्बेस्टोसिस जैसे रोग हो सकते हैं। इसलिए, कई देशों में एस्बेस्टॉस के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है या उसका उपयोग सावधानी से किया जाता है।
55. निम्नलिखित में से कौन-सी गैस ओजोन परत के ह्रास के लिए उत्तरदायी है ?
(A) क्लोराफ्लूओरोकार्बन
(B) कार्बन डाइऑकसाइड
(C) कार्बन मोनोक्साइड
(D) नाइट्रस ऑक्साइड
Solution:
क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) ओजोन परत के ह्रास के लिए मुख्य रूप से उत्तरदायी है। ये मानव निर्मित गैसें हैं जिनका उपयोग रेफ्रिजरेंट, एरोसोल प्रणोदक और विनिर्माण प्रक्रियाओं में किया जाता है। वायुमंडल में पहुंचने पर, सीएफसी पराबैंगनी (यूवी) विकिरण द्वारा टूट जाती हैं, जिससे क्लोरीन परमाणु निकलते हैं। ये परमाणु ओजोन अणुओं के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, उन्हें नष्ट करते हैं और ओजोन परत को पतला करते हैं।
56. ताम्र एवं टीन के मिश्रधातु को क्या कहते हैं ?
(A) पीतल
(B) डयूरालुमिन
(C) काँसा
(D) सोलडर
Solution:
तांबे और टिन के मिश्रधातु को कांस्य कहा जाता है। यह एक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण मिश्रधातु है जिसका उपयोग सदियों से विभिन्न अनुप्रयोगों में किया गया है। कांस्य में तांबे की मात्रा 88% से 92% और टिन की मात्रा 8% से 12% होती है। यह ताकत, कठोरता और जंग प्रतिरोध का एक अच्छा संयोजन प्रदान करता है। कांस्य का उपयोग मूर्तियों, उपकरणों, हथियारों और स्थापत्य तत्वों के निर्माण में किया जाता है।
57. फॉस्फोरस का सबसे अधिक क्रियाशील रूप है ?
(A) काला फॉस्फोरस
(B) पीला या श्वेत फॉस्फोरस
(C) बैंगनी फॉस्फोरस
(D) लाल फॉस्फोरस
Solution:
पानी में घुलनशील फॉस्फेट (PO43-) फॉस्फोरस का सबसे अधिक क्रियाशील रूप है। यह पौधों के लिए आसानी से उपलब्ध होता है और मिट्टी में मोबाइल होता है, जिससे इसे पौधों की जड़ों द्वारा अवशोषित किया जा सकता है। अन्य रूपों की तुलना में, जैसे कि हाइड्रोक्साइपाटाइट, पानी में घुलनशील फॉस्फेट फसलों की वृद्धि और उत्पादकता को अधिक कुशलता से बढ़ाता है।
58. मानव के अमाशय में पाया जाने वाला अम्ल है ?
(A) HBr
(B) HI
(C) HF
(D) HCl
Solution:
मानव के अमाशय में पाए जाने वाले अम्ल को हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) कहा जाता है। यह अम्ल पेरिएटल कोशिकाओं द्वारा स्रावित होता है और इसका pH लगभग 1-2 होता है। HCl भोजन के टूटने में मदद करता है, रोगजनकों को मारता है और पोषक तत्वों के अवशोषण में सहायता करता है। यह प्रोटीन डेनेचुरेशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे पेप्सिन जैसे पाचक एंजाइम भोजन पर काम कर सकते हैं।
59. आवर्त सारणी में क्षैतिज स्तम्भों को कहते हैं ?
(A) वर्ग
(B) अधातु
(C) विद्युत रासायनिक क्रम
(D) आवर्त
Solution:
आवर्त सारणी में क्षैतिज स्तंभों को "आवर्त" कहा जाता है। प्रत्येक आवर्त तत्वों की एक पंक्ति है जो इलेक्ट्रॉनों की समान संख्या वाले ऊर्जा स्तर साझा करती है। आवर्त सारणी में सात आवर्त होते हैं, जिन्हें रोमन अंकों I से VII द्वारा गिना जाता है। आवर्त की संख्या किसी तत्व में मौजूद ऊर्जा स्तरों की संख्या से मेल खाती है।
60. वर्धक कार्य करता है ?
(A) पृष्ठ संकुल के विश्लेषण की दर बढाकर
(B) उत्प्रेरक के सतह पहले से अधिक चिकनी बनाकर
(C) उत्प्रेरक के सतह अधिक असम बनाकर
(D) उत्प्रेरक की पृष्ठ उर्जा बढाकर
Solution:
वर्धक एक गणितीय ऑपरेशन है जो किसी संख्या या चर को उसके मूल्य से बढ़ाता है। इसे आमतौर पर एक प्लस चिह्न (+) के साथ दर्शाया जाता है, इसके बाद वह संख्या जिसे जोड़ा जाना है। उदाहरण के लिए, यदि x = 5 है, तो x + 3 = 8 है।
वर्धक का उपयोग कई प्रकार के गणितीय संदर्भों में किया जाता है, जैसे कि समीकरणों को हल करना, चरों को जोड़ना और व्यंजकों को सरल बनाना। यह एक मूलभूत गणितीय ऑपरेशन है जो गणित को समझने और उपयोग करने के लिए आवश्यक है।