CTET GK - TET GK - CTET Question - CTET And TET Gk In Hindi
CTET 2021 के लिए महत्वपूर्ण सवाल और उनके उत्तर। CTET एवं TET में पूछे गए सवाल का संग्रह जो आपको शिक्षण प्रतियोगिया परीक्षा तैयारी में सहयोग करेगी । CTET परीक्षा से संबन्धित प्रशनोत्तर और TET परीक्षा से संबन्धित प्रशनोत्तर
।
CTET एवं TET से संबन्धित सामान्य ज्ञान | CTET/TET General Knowledge In Hindi
111. घनिष्ठ और व्यक्तिगत मित्रता उत्तम किशोरावस्था की विशेषता है, यह कथन है ?
(A) बी. एन. झा का
(B) रॉस का
(C) वैलेन्टिन का
(D) कोलसनिक का
Solution:
यह कथन गलत है। घनिष्ठ और व्यक्तिगत मित्रता किसी भी उम्र में हो सकती है, न कि केवल किशोरावस्था में। हालांकि, किशोरावस्था अक्सर घनिष्ठ मित्रता के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समय होता है क्योंकि किशोर अपनी पहचान का पता लगाते हैं और सहकर्मी समर्थन की तलाश करते हैं। फिर भी, घनिष्ठ मित्रता किसी भी उम्र के लोगों के लिए मूल्यवान और सार्थक हो सकती है।
112. विशेष रूप से प्राथमिक स्तर पर विद्यार्थियों की सीखने सम्बन्धी समस्याओं को संबोधित करने का सबसे बेहतर तरीका है ?
(A) महँगी और चमकदार सहायक सामग्री का प्रयोग करना
(B) सरल और रोचक पाठ्य-पुस्तकों का प्रयोग करना
(C) कहानी-कथन पद्धति का प्रयोग करना
(D) अक्षमता के अनुरूप विभिन्न शिक्षण-पद्धतियों का प्रयोग करना
Solution:
प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों की सीखने संबंधी समस्याओं को संबोधित करने के लिए व्यक्तिगत जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। प्रारंभिक हस्तक्षेप, समय पर मूल्यांकन और निदान, व्यक्तिगत शिक्षा योजनाएं (IEP), विभेदित निर्देश और विशेष शिक्षा सेवाएं समस्या वाले छात्रों को उनके सीखने की बाधाओं को दूर करने में सहायता कर सकती हैं। सहयोगात्मक अध्यापन, माता-पिता की भागीदारी और शिक्षक प्रशिक्षण भी महत्वपूर्ण हैं। एक समग्र दृष्टिकोण जो शैक्षणिक, सामाजिक-भावनात्मक और व्यवहार संबंधी जरूरतों को पूरा करता है, सर्वोत्तम परिणाम प्रदान कर सकता है।
113. बच्चों के लिए तैयार की गई पाठयचर्या (curriculum) ?
(A) उत्पादकता-उन्मूख होनी चाहिए
(B) सार्थक होनी चाहिए
(C) ऎसी होनी चाहिए, जिसमें लोचशीलता हो
(D) उपरोक्त तीनों
Solution:
एक बच्चे के लिए डिज़ाइन किया गया पाठ्यक्रम एक संरचित सीखने की योजना है जो आयु-उपयुक्त कौशल, ज्ञान और मूल्यों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करती है। यह बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए शैक्षणिक, सामाजिक, भावनात्मक और शारीरिक आवश्यकताओं को संबोधित करता है। पाठ्यक्रम विकासात्मक चरणों, सीखने की शैलियों और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर विचार करता है, और इसे छात्रों को उनके पूर्ण क्षमता तक पहुंचने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
114. कक्षा में विद्यार्थियों की रूचि बनाए रखने के लिए एक शिक्षक को उचित है ?
(A) कहानी कहना
(B) श्यामपट्ट का प्रयोग
(C) चर्चा करना
(D) प्रश्न पूछना
Solution:
**पाठ्यक्रम को प्रासंगिक बनाएँ:** छात्रों के जीवन और रुचियों से जुड़ें।
**इंटरैक्टिव गतिविधियों को शामिल करें:** खेल, चर्चा, और सिमुलेशन उपयोग करें।
**तकनीक का लाभ उठाएँ:** इंटरैक्टिव तकनीक और मल्टीमीडिया संसाधनों का उपयोग करें।
**ਵਿਦਿਆਰਥੀਆਂ को पसंद का अवसर दें:** विकल्प प्रदान करें (जैसे समूह कार्य या व्यक्तिगत परियोजनाएँ) और उन्हें अपनी सीखने की प्रक्रिया में भाग लेने दें।
**उत्साह और जुनून प्रदर्शित करें:** अपनी सामग्री के प्रति उत्साह दिखाएँ और अपने छात्रों को उसमें शामिल करें।
**सफलता को पहचानें:** छात्रों की उपलब्धियों को स्वीकार करें और उन्हें अपनी प्रगति के लिए पुरस्कृत करें।
**सुविचारित प्रश्न पूछें:** छात्रों को सोचने और संलग्न करने के लिए उच्च-स्तरीय प्रश्न पूछें।
**एक सहायक वातावरण बनाएँ:** छात्रों को सुरक्षित और आरामदायक महसूस कराएँ जहाँ वे प्रश्न पूछ सकते हैं और गलतियाँ कर सकते हैं।
**फीडबैक प्रदान करें:** नियमित प्रतिक्रिया छात्रों को उनकी प्रगति को ट्रैक करने और सुधार के लिए क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करती है।
**पाठों को बदलें:** समय के साथ अपनी शैली और दृष्टिकोण को समायोजित करें ताकि छात्रों की रुचि बनी रहे।
115. पूर्व प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा का आधार होना चाहिए ?
(A) पाठ्य पुस्तक विधि
(B) खेल-विधि
(C) भाषण विधि
(D) प्रयोगशाला विधि
Solution:
पूर्व प्राथमिक शिक्षा का आधार बच्चों के समग्र विकास पर होना चाहिए, जिसमें शामिल हैं:
* **संज्ञानात्मक विकास:** भाषा, साक्षरता और गणित के कौशल को प्रोत्साहित करना।
* **शारीरिक विकास:** सकल और ठीक मोटर कौशल, समन्वय और शारीरिक फिटनेस को विकसित करना।
* **सामाजिक-भावनात्मक विकास:** सहानुभूति, सहयोग और आत्म-नियमन कौशल को बढ़ावा देना।
* **रचनात्मकता और कल्पना:** कल्पनाशील खेल, कला और संगीत के माध्यम से रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करना।
* **स्वतंत्रता और आत्मविश्वास:** स्वतंत्रता, जिम्मेदारी और समस्या-समाधान कौशल विकसित करना।
इस आधार पर, पूर्व प्राथमिक शिक्षा बच्चों को सीखने और विकसित होने के लिए एक मजबूत नींव प्रदान करती है, जो उनकी भविष्य की स्कूली शिक्षा और जीवन की सफलता के लिए आवश्यक है।
116. विद्यालय में विज्ञान की प्रयोगशालाओं में पर्याप्त उपकरण नहीं है ऎसे में आप छात्रों को ?
(A) जैसा हो उसी से काम निकालेंगे
(B) विज्ञान न पढने की सलाह देंगे
(C) छात्रों से अपनी व्यवस्था अपने आप करने को कहेंगे
(D) प्रधानाचार्या से कहेंगे कि बिना उपकरणॊं के पढाई संभव नहीं
Solution:
विद्यालय की विज्ञान प्रयोगशालाओं में सीमित उपकरणों के साथ प्रभावी शिक्षण सुनिश्चित करने के लिए:
* **छात्रों को समूहों में विभाजित करें:** विभिन्न प्रयोगों के लिए समूहों को असाइन करें, उपलब्ध उपकरणों को अधिकतम करें।
* **आभासी सिमुलेशन का उपयोग करें:** इंटरैक्टिव ऑनलाइन सिमुलेशन प्रदान करें जो छात्रों को अवधारणाओं का पता लगाने और प्रयोग करने की अनुमति दें।
* **वैकल्पिक सामग्रियों का अन्वेषण करें:** रोजमर्रा की वस्तुओं का उपयोग करें, जैसे प्लास्टिक की बोतलें और कागज क्लिप, प्रयोगों को डिज़ाइन करने के लिए।
* **पारंपरिक प्रयोगों का संशोधन करें:** प्रयोग प्रोटोकॉल को समायोजित करें ताकि वे कम उपकरणों के साथ संभव हों।
* **अवधारणाओं पर जोर दें:** उपकरणों पर निर्भरता को कम करने के लिए प्रयोगों को अवधारणाओं और सिद्धांतों को समझने पर केंद्रित करें।
117. अच्छा अध्यापक वह है जो ?
(A) सादा जीवन व्यतीत करता हो
(B) अपने-विद्यार्थियों से सच्ची लगन रखता हो
(C) मेघावी व परिश्रमी हो
(D) अपने विषय में प्रवीण हो
Solution:
An effective teacher is one who not only imparts knowledge but also fosters a love of learning, ignites curiosity, and nurtures the intellectual and personal growth of their students. They create a welcoming and supportive learning environment that encourages students to take risks, ask questions, and actively participate in their education. Through their passion, empathy, and commitment, they inspire students to reach their full potential, both academically and personally.
118. मानवीय मूल्यों जो प्रकृति में सार्वत्रिक है, के विकास का अर्थ है ?
(A) अंगीकरण
(B) मतारोपण
(C) अभिव्यक्ति
(D) अनुकरण
Solution:
मानवीय मूल्य प्रकृति में सार्वभौमिक हैं, जिसका अर्थ है कि वे सभी मनुष्यों में पाए जाने वाले मूलभूत सिद्धांत हैं। ये मूल्य संस्कृति या भूगोल की परवाह किए बिना मानव अनुभव के लिए आवश्यक हैं।
मानवीय मूल्यों के विकास का तात्पर्य उन मूल्यों को समझने और अपनाने की प्रक्रिया से है जो सभी को लाभ पहुंचाते हैं। इसमें व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों स्तरों पर मूल्यों को लागू करना शामिल है। मानवीय मूल्यों के विकास से सहानुभूति, दया, करुणा और न्याय की हमारी भावना मजबूत होती है। यह हमें अधिक सार्थक और परिपूर्ण जीवन जीने में सक्षम बनाता है, जबकि एक सामंजस्यपूर्ण और न्यायसंगत समाज बनाने में भी योगदान देता है।
119. आपके विचार से शिक्षा में हो रहे ह्रास को रोकने के लिए आवश्यक है ?
(A) अध्यापकों द्वारा नियमित कक्षा-शिक्षण
(B) विद्यालय में पुलिस की व्यवस्था की जाये
(C) विद्यालय मेंखेल की समुचित व्यवस्था की जाए
(D) छात्र-छात्राओं में गृह कार्य के प्रति अभिभावकों की जागरूकता
Solution:
शिक्षा में गिरावट को रोकने के लिए आवश्यक उपायों में शामिल हैं:
* **वित्तपोषण बढ़ाना:** शिक्षकों के वेतन, पाठ्यक्रम सामग्री और बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ाना।
* **शिक्षकों का समर्थन करना:** शिक्षकों को प्रशिक्षण, संसाधन और शिक्षण सहायता प्रदान करना।
* **पाठ्यक्रम को अपडेट करना:** छात्रों को 21वीं सदी के कौशल और ज्ञान से लैस करने के लिए पाठ्यक्रम को तकनीक और व्यावहारिक सीखने के साथ एकीकृत करना।
* **छात्रों को जोड़ना:** सीखने को अधिक आकर्षक और प्रासंगिक बनाने के लिए छात्रों को सीखने की प्रक्रिया में शामिल करना।
* **माता-पिता और समुदाय को शामिल करना:** शिक्षा में माता-पिता और समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देकर छात्रों का समर्थन करना।
120. संवेग में प्रवृत्ति होती है ?
(A) अनुमित
(B) गतिशील
(C) स्थिरता
(D) उचित
Solution:
भावनाएँ (संवेग) प्रेरक होती हैं, जो व्यवहार को प्रेरित करती हैं और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती हैं। वे व्यक्तियों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं, उन्हें खतरों के प्रति सचेत करती हैं, और उन्हें सकारात्मक अवसरों की ओर ले जाती हैं। भावनाएँ प्रेरणा के स्रोत के रूप में कार्य करती हैं, जो व्यक्तियों को चुनौतियों से निपटने, लक्ष्यों का पीछा करने और उनके कल्याण को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करती हैं।