CTET GK - TET GK - CTET Question - CTET And TET Gk In Hindi
CTET 2021 के लिए महत्वपूर्ण सवाल और उनके उत्तर। CTET एवं TET में पूछे गए सवाल का संग्रह जो आपको शिक्षण प्रतियोगिया परीक्षा तैयारी में सहयोग करेगी । CTET परीक्षा से संबन्धित प्रशनोत्तर और TET परीक्षा से संबन्धित प्रशनोत्तर
।
CTET एवं TET से संबन्धित सामान्य ज्ञान | CTET/TET General Knowledge In Hindi
91. आज की इस तेज गति से बदलते हुए समाज में जहा चारों तरफ मशीनों और औद्योगिकरण का ही महत्व है, छात्रों को मानव मूल्यों और आध्यात्मिकता के बारे में अवगत कराना ?
(A) असम्भव है
(B) आवश्यक है
(C) अनावश्यक है
(D) रूढिवादिता का द्योतक है
Solution:
आज के प्रौद्योगिकी-केंद्रित समाज में, छात्रों को मानवीय मूल्यों और आध्यात्मिकता की शिक्षा देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जैसे-जैसे मशीनीकरण हमारे जीवन में अधिक प्रमुख होता जा रहा है, मानवीय संपर्क और सहानुभूति कम हो रही है। आध्यात्मिक सिद्धांत छात्रों को जीवन की गहरी समझ विकसित करने, करुणा और सहानुभूति को बढ़ावा देने और व्यक्तिगत पूर्ति की भावना को पोषित करने में मदद कर सकते हैं। इन मूल्यों को शिक्षण में शामिल करने से, हम भावनात्मक रूप से बुद्धिमान और उद्देश्यपूर्ण व्यक्तियों की एक पीढ़ी तैयार कर सकते हैं जो तेजी से बदलते समाज में नैतिक और जिम्मेदार विकल्प बना सकते हैं।
92. निम्नलिखित में से कौन -कौन बाह्य प्रेरक है ?
(A) पुरस्कार व प्रशंसा
(B) दण्ड एवं आरोप
(C) सम्मान
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
बाह्य प्रेरक वे कारक होते हैं जो हमारे बाहर से आते हैं और हमें कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं। निम्नलिखित में से बाह्य प्रेरक हैं:
* **पुरस्कार:** वांछित परिणाम (जैसे धन या प्रशंसा) प्राप्त करने की संभावना
* **दंड:** अवांछित परिणामों (जैसे नुकसान या अस्वीकृति) से बचने की इच्छा
* **सामाजिक दबाव:** दूसरों के अपेक्षाओं या स्वीकृति को पूरा करने की इच्छा
* **प्रतिस्पर्धा:** जीतने या दूसरों से बेहतर प्रदर्शन करने की इच्छा
* **भय:** नकारात्मक परिणामों से बचने की इच्छा
93. यदि कोई शिशु अपने साथी को मार्ट-पीटता है, तो आप ?
(A) उसकी शिकायत उसके अभिभवकों से करेंगी
(B) उसे दण्ड देंगी
(C) उसे मारने पीटने से मना करेंगी
(D) कारण की पृष्ठभूमि को समझकर ऐसा प्रयास करेंगी कि वह भविष्य में ऐसा न करे
Solution:
यदि कोई शिशु अपने साथी को मारता-पीटता है, तो आप तुरंत हस्तक्षेप करें। शारीरिक हिंसा कभी भी स्वीकार्य नहीं है, और इसे जल्दी से रोका जाना चाहिए। बच्चे को शांत करें, स्थिति का आकलन करें और यदि आवश्यक हो तो मदद के लिए पेशेवर से संपर्क करें। बच्चे को शारीरिक और भावनात्मक नुकसान से बचाना और सकारात्मक व्यवहार को प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है।
94. मार्गदर्शन (guidance) ?
(A) निर्णय करने में सहायता करता है
(B) स्वयं को बेहतर तरीके से समझने में सहायता करता है
(C) उपर के दो
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Solution:
Guidance refers to the process of providing direction, support, and advice to individuals or groups. It involves helping others navigate challenges, make informed decisions, and achieve their goals. Guidance can come from various sources, such as parents, teachers, mentors, counselors, or organizations. It can involve providing information, suggesting resources, offering emotional support, and creating opportunities for growth and development. Guidance aims to empower individuals to make independent choices and to reach their full potential by providing them with the necessary tools and guidance throughout their journey.
95. छात्रों को गृह कार्य समय से करने के लिए आप क्या करेंगे?
(A) उनको कार्य करने की प्रेरणा देंगे
(B) गृह कार्य के महत्व को बतायेगे
(C) छात्र को उसकी योग्यतानुसार गृह कार्य देंगे
(D) यथा संभव छात्रों की सहायता करेंगे
Solution:
छात्रों को समय पर गृहकार्य कराने के लिए, निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
* **स्पष्ट अपेक्षाएँ निर्धारित करें:** समय सीमा, निर्देश और ग्रेडिंग मानदंड स्पष्ट रूप से बताएँ।
* **समय प्रबंधन कौशल सिखाएँ:** छात्रों को कार्य को छोटे चरणों में विभाजित करने और यथार्थवादी समय सीमा निर्धारित करने में मदद करें।
* **माता-पिता के साथ संवाद करें:** माता-पिता से घर पर एक अनुकूल सीखने का वातावरण प्रदान करने और छात्रों की प्रगति की निगरानी करने में मदद करने के लिए कहें।
* **नियमित प्रतिक्रिया प्रदान करें:** गृहकार्य जमा होने के तुरंत बाद प्रतिक्रिया प्रदान करें, ताकि छात्र अपनी गलतियों से सीख सकें और सुधार कर सकें।
* **पुरस्कार और परिणाम लागू करें:** समय पर पूरा किए गए गृहकार्य के लिए छात्रों को पुरस्कृत करें और अधूरे या देर से जमा किए गए कार्यों के लिए परिणाम लागू करें।
96. कक्षा में विद्यार्थियों की रूचि बनाए रखने के लिए एक शिक्षक को उचित है ?
(A) कहानी कहना
(B) श्यामपट्ट का प्रयोग
(C) चर्चा करना
(D) प्रश्न पूछना
Solution:
**पाठ्यक्रम को प्रासंगिक बनाएँ:** छात्रों के जीवन और रुचियों से जुड़ें।
**इंटरैक्टिव गतिविधियों को शामिल करें:** खेल, चर्चा, और सिमुलेशन उपयोग करें।
**तकनीक का लाभ उठाएँ:** इंटरैक्टिव तकनीक और मल्टीमीडिया संसाधनों का उपयोग करें।
**ਵਿਦਿਆਰਥੀਆਂ को पसंद का अवसर दें:** विकल्प प्रदान करें (जैसे समूह कार्य या व्यक्तिगत परियोजनाएँ) और उन्हें अपनी सीखने की प्रक्रिया में भाग लेने दें।
**उत्साह और जुनून प्रदर्शित करें:** अपनी सामग्री के प्रति उत्साह दिखाएँ और अपने छात्रों को उसमें शामिल करें।
**सफलता को पहचानें:** छात्रों की उपलब्धियों को स्वीकार करें और उन्हें अपनी प्रगति के लिए पुरस्कृत करें।
**सुविचारित प्रश्न पूछें:** छात्रों को सोचने और संलग्न करने के लिए उच्च-स्तरीय प्रश्न पूछें।
**एक सहायक वातावरण बनाएँ:** छात्रों को सुरक्षित और आरामदायक महसूस कराएँ जहाँ वे प्रश्न पूछ सकते हैं और गलतियाँ कर सकते हैं।
**फीडबैक प्रदान करें:** नियमित प्रतिक्रिया छात्रों को उनकी प्रगति को ट्रैक करने और सुधार के लिए क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करती है।
**पाठों को बदलें:** समय के साथ अपनी शैली और दृष्टिकोण को समायोजित करें ताकि छात्रों की रुचि बनी रहे।
97. शिक्षण अभिरुचि का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है ?
(A) छात्रों की क्रियाशीलता पर अंकुश लगाने की क्षमता
(B) शिक्षण को छात्र उन्मुख बनाने की क्षमता
(C) शिक्षण को रोजगार उन्मुख बनाने की क्षमता
(D) ये सभी
Solution:
शिक्षण में अभिरुचि एक आवश्यक पहलू है क्योंकि यह छात्रों को सीखने के लिए प्रेरित करती है और शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया को अधिक आनंददायक बनाती है। एक अभिरुचिपूर्ण शिक्षक छात्रों में सीखने की उत्सुकता पैदा करता है, उनकी जिज्ञासा को जगाता है और उन्हें उनकी क्षमता का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके अतिरिक्त, अभिरुचि शिक्षकों को छात्रों की व्यक्तिगत ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाती है, उन्हें प्रेरित और व्यस्त रखती है, और उन्हें शैक्षणिक सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करती है।
98. जटिल वाक्य तथा नकारात्मक भाषा विचार सम्प्रेषण को बनाते हैं ?
(A) कठिन
(B) सरल
(C) अप्रभावी
(D) प्रभावी
Solution:
जटिल वाक्य व्याकरणिक रूप से जटिल होते हैं, जिसमें एक से अधिक स्वतंत्र उपवाक्य होते हैं। वे विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने के लिए उपयुक्त होते हैं, लेकिन उनकी जटिलता समझना मुश्किल बना सकती है। नकारात्मक भाषा नकार या इनकार व्यक्त करती है, जो विचारों को कमजोर या अस्पष्ट कर सकती है।
इसलिए, जटिल वाक्य और नकारात्मक भाषा एक साथ विचार संचार को अस्पष्ट बना सकते हैं। जटिल वाक्य पदानुक्रम की कई परतें बनाते हैं, जबकि नकारात्मक भाषा संदेश में सकारात्मकता की कमी का संकेत देती है। इससे गलतफहमियां हो सकती हैं और बातचीत में बाधा आ सकती है।
99. अधिगम के प्रथम में अभिप्रेरण ?
(A) नए सीखने वालों में अधिगम के लिए रूचि का सृजन करता है
(B) सीखने वालों की स्मृति को तेज बनाता है
(C) पुराने अधिगम से नए अधिगम को विभेदित करता है
(D) एकदिशीय रूप से सोचने में सीखने वालों को प्रस्तुत करता है
Solution:
**अधिगम में प्रेरणा**
अधिगम की प्रक्रिया का एक आवश्यक पहलू है प्रेरणा। यह वह शक्ति है जो किसी व्यक्ति को सीखने के लिए प्रेरित करती है। प्रेरणा दो प्रकार की होती है:
* **आंतरिक प्रेरणा:** यह सीखने की आंतरिक इच्छा से आती है, जैसे जिज्ञासा, उपलब्धि की भावना या आत्म-सुधार की इच्छा।
* **बाह्य प्रेरणा:** यह बाहरी पुरस्कारों या परिणामों से प्रेरित होती है, जैसे ग्रेड, प्रशंसा या सजा।
अधिगम के शुरुआती चरणों में, बाहरी प्रेरणा अक्सर छात्रों को सीखने के लिए प्रेरित करने के लिए उपयोग की जाती है। हालांकि, दीर्घकालिक सीखने के लिए आंतरिक प्रेरणा अधिक प्रभावी होती है।
100. निम्नलिखित में से कौनसी एक संवाद की प्रक्षेपी विधि नहीं हो सकती है ?
(A) लैपटाॅप द्वारा शिक्षण
(B) ओवरहैड प्रोजेक्टर
(C) स्लाइड प्रोजेक्टर
(D) इन्टरनेट सर्फिग
Solution:
*दृश्यों के बीच कट*
संवाद को प्रोजेक्ट करने के लिए दृश्यों के बीच कट करना एक विधि नहीं है। संवाद प्रक्षेपण की विधियों में आमतौर पर शब्दों या वाक्यों को डिस्प्ले पर ऑन-स्क्रीन टेक्स्ट के रूप में दिखाना शामिल होता है।