CTET GK - TET GK - CTET Question - CTET And TET Gk In Hindi
CTET 2021 के लिए महत्वपूर्ण सवाल और उनके उत्तर। CTET एवं TET में पूछे गए सवाल का संग्रह जो आपको शिक्षण प्रतियोगिया परीक्षा तैयारी में सहयोग करेगी । CTET परीक्षा से संबन्धित प्रशनोत्तर और TET परीक्षा से संबन्धित प्रशनोत्तर
।
CTET एवं TET से संबन्धित सामान्य ज्ञान | CTET/TET General Knowledge In Hindi
71. आजकल विद्यालय निम्नलिखित लक्ष्य को पूरा कर पाने में असमर्थ है ?
(A) छात्रों में परीक्षाओं के प्रति ईमानदारी
(B) छात्रों में नैतिक मूल्यों का विकास
(C) छात्रों में विश्वबंधुत्व की भावना
(D) छात्रों में व्यावसायिक कुशलताओं की वृद्धि
Solution:
वर्तमान में, विद्यालय अक्सर निम्नलिखित लक्ष्यों को पूरा करने में असमर्थ हैं:
* **नियोजनीयता:** छात्रों को रोजगार बाजार के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करना।
* **महत्वपूर्ण सोच:** छात्रों को समस्याओं का समाधान करने, महत्वपूर्ण निर्णय लेने और तर्कसंगत तर्क प्रस्तुत करने में सक्षम बनाना।
* **रचनात्मकता:** छात्रों को नवीन समाधान उत्पन्न करने, समस्याओं का समाधान करने और विचारों को अभिव्यक्त करने में सहायता करना।
* **संवाद:** छात्रों को प्रभावी ढंग से संवाद करने, सहयोग करने और विविध दृष्टिकोणों का सम्मान करने में सक्षम बनाना।
* **वैश्विक जागरूकता:** छात्रों को वैश्विक मुद्दों और परिप्रेक्ष्यों के बारे में समझ प्रदान करना, सांस्कृतिक विविधता की सराहना करना।
72. छात्रों में अनुशासनहीनता के निराकरण का श्रेठ उपाय है ?
(A) छात्रों की समस्याओं से अवगत होना
(B) छात्रों से सीधे सम्पर्क स्थापित कर अनुशासनहीनता के कारणों को मालूम करना
(C) छात्रों को कठोरता से दण्डित करना
(D) छात्रों में भयमुक्त वातावरण बनाना
Solution:
शिक्षा में अनुशासन का अत्यधिक महत्व है। अनुशासनहीनता को दूर करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
* **नियम और अपेक्षाएं स्पष्ट करें:** छात्रों को स्पष्ट नियम और अपेक्षाएँ प्रदान करें ताकि वे उचित व्यवहार की सीमाओं को समझ सकें।
* **सकारात्मक अनुशासन लागू करें:** दंड के बजाय सकारात्मक व्यवहार को प्रोत्साहित और पुरस्कृत करें। सकारात्मक मॉडल बनें और सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करें।
* **पारिवारिक और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा दें:** अभिभावकों और समुदाय को अनुशासन योजना में शामिल करें।
* **व्यक्तिगत और समूह जिम्मेदारी सिखाएँ:** छात्रों को उनके कार्यों के परिणामों के लिए जिम्मेदार ठहराएँ। सहयोग और सहकर्मी समर्थन को प्रोत्साहित करें।
* **एक सहायक और सुरक्षित वातावरण बनाएँ:** एक ऐसा वातावरण बनाएँ जहाँ छात्र सम्मानित और मूल्यवान महसूस करें।
73. विकास से अभिप्राय है ?
(A) वातावरण से संबंधित
(B) शारीरिक, मानसिक तथा व्यावहारिक संगठन
(C) जीवन-पर्यन्त सम्भव
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
विकास एक व्यापक अवधारणा है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति, समूह या संगठन में समय के साथ होने वाले परिवर्तनों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर सकारात्मक और प्रगतिशील परिवर्तन को संदर्भित करता है, जिसमें विकास, वृद्धि और सुधार शामिल हैं। विकास में परिपक्वता से संबंधित शारीरिक, संज्ञानात्मक, भावनात्मक और सामाजिक परिवर्तन, साथ ही विशिष्ट कौशल, ज्ञान और क्षमता में सुधार शामिल हो सकते हैं। यह व्यक्तिगत, सामाजिक और आर्थिक स्तर पर हो सकता है।
74. पाँचवी कक्षा के 'दृष्टिबाधित' विद्यार्थी ?
(A) के माता-पिता और मित्रों द्वारा उसे दैनिक कार्यों को करने में सहायता की जानी चाहिए
(B) के साथ कक्षा में सामान्य रूप से व्यवहार किया जाना चाहिए और श्रव्य सी. डी. के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराई जानी चाहिए
(C) के साथ कक्षा में विशेष व्यवहार किया जाना चाहिए
(D) को निचले स्तर के कार्य करने की छूट मिलनी चाहिए
Solution:
पांचवीं कक्षा के दृष्टिबाधित विद्यार्थी में दृष्टि संबंधी सीमितताएं होती हैं, जिससे उन्हें देखने और सीखने में कठिनाई होती है। वे आंशिक रूप से देख सकते हैं या पूरी तरह से अंधे हो सकते हैं। दृष्टिबाधित बच्चों को विशेष शिक्षा सेवाओं, जैसे ब्रेल पाठ्यक्रम, बड़े प्रिंट वाली सामग्री और तकनीकी सहायता की आवश्यकता हो सकती है। उन्हें समायोजन और संशोधन की भी आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि मौखिक विवरण प्रदान करना या असाइनमेंट के लिए अतिरिक्त समय देना। इन बच्चों की ताकत और सीखने की शैलियों की पहचान करना और उन्हें समर्थन प्रदान करना उनके विकास और सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
75. छात्रों की विद्यालय में नियमित उपस्थित सुनिश्चित करने के लिए ?
(A) अभिभावकों की नियमित बैठक बुलाई जाए
(B) विद्यालय को एक आनन्द का स्थान बनाया जाये
(C) छात्रों को अधिक गृहकार्य दिया जाए
(D) छात्रों को अपनी रूचि के अनुसार कार्य करने की छूट दे दी जाये
Solution:
छात्रों की विद्यालय में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
* **नियमित अनुपस्थिति पर निगरानी:** स्कूल को अनुपस्थिति पर नज़र रखनी चाहिए और चिंताजनक पैटर्न की पहचान करनी चाहिए।
* **अनुपस्थिति के कारणों की पहचान:** स्कूल को अनुपस्थिति के अंतर्निहित कारणों, जैसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं या पारिवारिक परिस्थितियाँ, की पहचान करनी चाहिए।
* **समर्थन सेवाएँ प्रदान करना:** स्कूल को छात्रों और परिवारों को परामर्श, ट्यूटरिंग और स्वास्थ्य देखभाल जैसी सहायता सेवाएँ प्रदान करनी चाहिए, जो अनुपस्थिति को कम करने में मदद कर सकती हैं।
* **छात्र और परिवार की भागीदारी:** स्कूल को नियमित उपस्थिति को बढ़ावा देने के लिए छात्रों और परिवारों को शामिल करना चाहिए, जैसे स्कूल की नीतियों को समझाना और उपस्थिति के लाभों पर चर्चा करना।
* **नियमों को लागू करना:** स्कूल को अनुचित अनुपस्थिति के लिए स्पष्ट परिणाम स्थापित करने चाहिए, जैसे अनुपस्थिति की पर्ची या अनुशासनात्मक उपाय।
76. यदि आपको अधिकार मिल जाये तो सर्वप्रथम आप करना चाहेंगे ?
(A) गाँव-गाँव में कुटीर उद्योग लगवाना
(B) अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा
(C) सबके लिये धन की व्यवस्था
(D) सामाजिक वानिकी योजना
Solution:
यदि मुझे अधिकार मिलता, तो सर्वप्रथम शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाना और गुणवत्तापूर्ण बनाना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता होती। मैं हर बच्चे को शिक्षा, कौशल और ज्ञान प्राप्त करने के लिए समान अवसर प्रदान करने के लिए काम करूंगा। इसके अतिरिक्त, मैं सभी नागरिकों को उनकी आय या पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना गुणवत्तापूर्ण और किफायती स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। ये प्रयास हमारे समाज की आधारशिला को मजबूत करेंगे, अवसरों की समानता को बढ़ावा देंगे और सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य की नींव रखेंगे।
77. शिक्षा का प्रमुख कार्य होना चाहिए ?
(A) बालकों में कौशलपरक चातुर्य का विकास करना
(B) बालकों को भावी जीवन के लिए तैयार करना
(C) बालकों में अन्तर्निहित क्षमताओं का विकास करना
(D) बालकों की समायोजन क्षमताओं में वृद्धि करना
Solution:
एजुकेशन का प्राइमरी गोल इंडिविजुअल्स को नॉलेज, स्किल्स और वैल्यूज से लैस करना है जो उन्हें अपनी फुल पोटेंशियल को प्राप्त करने, अपने समुदायों में योगदान करने और निरंतर बदलती दुनिया में सफल होने में सक्षम बनाते हैं। इसमें बौद्धिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक, भावनात्मक और व्यावहारिक विकास को बढ़ावा देना शामिल है, जिससे व्यक्ति महत्वपूर्ण विचारक, रचनात्मक समस्या-समाधानकर्ता और जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
78. यदि एक अध्यापक अपनी आय में वृद्धि करना चाहता है, तो आप उसे क्या सलाह देना पसंद करेंगे ?
(A) वह कुछ अनैतिक कार्य करें और धन कमाएं
(B) वह घर पर ही अपने विषय की कोचिंग खोल लें तथा छात्रों को अतिरिक्त समय में पढाएं
(C) वह विद्यालय में ऎसे विभाग का कार्यभार संभालें जहां कुछ आय होने की सम्भावना हो
(D) वह उत्तम पुस्तकें लिखें और उन्हें प्रकाशित कराएं
Solution:
एक शिक्षक अपनी आय बढ़ाने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकता है:
* **प्रशासनिक भूमिकाओं की तलाश करें:** प्रिंसिपल, वाइस-प्रिंसिपल या डिपार्टमेंट हेड की भूमिकाएँ अतिरिक्त आय प्रदान करती हैं।
* **ट्यूशन या होम स्कूलिंग प्रदान करें:** अतिरिक्त छात्रों को पढ़ाने से अतिरिक्त आय हो सकती है।
* **कक्षाओं के बाहर शिक्षण सेवाएँ प्रदान करें:** कार्यशालाएँ, ऑनलाइन पाठ्यक्रम या परामर्श सेवाएँ आय के पूरक स्रोत हो सकते हैं।
* **विषय-वस्तु विशेषज्ञता विकसित करें:** विशेष प्रमाणपत्र या डिग्री प्राप्त करना उच्च-भुगतान वाली शिक्षण भूमिकाओं के लिए योग्य बना सकता है।
* **व्यवसायिक विकास के अवसरों का लाभ उठाएं:** अतिरिक्त शिक्षा और कौशल कमाई क्षमता में वृद्धि कर सकते हैं।
79. एक शिक्षक की पसन्द का वह छात्र होता है जो ?
(A) अधिक क्रियाशील हो
(B) उच्च परिवार का हो
(C) अधिक स्वस्थ हो
(D) अधिक आज्ञा पालक हो
Solution:
एक शिक्षक का पसंदीदा छात्र वह होता है जो:
* अध्ययनशील, लगनशील और जिज्ञासु होता है
* कक्षा में सक्रिय रूप से भाग लेता है और सवाल पूछता है
* शिक्षक और सहपाठियों के प्रति सम्मानजनक होता है
* सहयोगी और दूसरों की मदद करने को तैयार होता है
* सीखने के लिए एक उत्सुकता रखता है और नई चुनौतियों का स्वागत करता है
* आत्म-अनुशासित और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करता है
* एक सकारात्मक दृष्टिकोण और सीखने के लिए जुनून रखता है
80. आपके विचार में शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए ?
(A) छात्रों को साक्षर बनाना
(B) शिक्षा ग्रहण करने के बाद नौकरी
(C) छात्रों की मानसिक योग्यता का विकास
(D) बालकों का सर्वांगीण विकास
Solution:
शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तियों को जीवन भर सीखने, समस्याओं को हल करने और उनके समुदायों और दुनिया में योगदान करने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और मूल्यों से लैस करना होना चाहिए। इसमें आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता, सहयोग, संचार और सांस्कृतिक समझ का विकास शामिल है। इसके अतिरिक्त, शिक्षा को सामाजिक जिम्मेदारी, नागरिक सगाई और व्यक्तिगत कल्याण को बढ़ावा देना चाहिए।