CTET GK - TET GK - CTET Question - CTET And TET Gk In Hindi
CTET 2021 के लिए महत्वपूर्ण सवाल और उनके उत्तर। CTET एवं TET में पूछे गए सवाल का संग्रह जो आपको शिक्षण प्रतियोगिया परीक्षा तैयारी में सहयोग करेगी । CTET परीक्षा से संबन्धित प्रशनोत्तर और TET परीक्षा से संबन्धित प्रशनोत्तर
।
CTET एवं TET से संबन्धित सामान्य ज्ञान | CTET/TET General Knowledge In Hindi
51. कमजोर विद्यार्थियों के शैक्षिक स्तर को आप कैसे ऊपर उठाएगें ?
(A) अभिभावकों को सूचना देकर
(B) प्रधानाचार्य को सूचना देकर
(C) अच्छे विद्यार्थियों की सहायता से
(D) अतिरिक्त समय देकर
Solution:
कमजोर छात्रों के शैक्षणिक स्तर को ऊपर उठाने के लिए निम्नलिखित रणनीतियाँ अपनाई जा सकती हैं:
* **वैयक्तिकृत निर्देश:** छात्रों की व्यक्तिगत शैक्षिक आवश्यकताओं और सीखने की शैलियों को पूरा करने के लिए पाठों को अनुकूलित करें।
* **पहुंचयोग्य सामग्री:** ऐसे शैक्षिक संसाधन प्रदान करें जो सभी छात्रों के लिए समझने योग्य और सुलभ हों।
* **सहायक प्रौद्योगिकी:** छात्रों की सीखने की प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए प्रौद्योगिकी उपकरणों का उपयोग करें, जैसे टेक्स्ट-टू-स्पीच सॉफ़्टवेयर और सहायक संचार उपकरण।
* **अतिरिक्त समर्थन:** संघर्षरत छात्रों को अतिरिक्त शिक्षण और समर्थन प्रदान करें, जैसे ट्यूटरिंग, अध्ययन समूह और सहायता कक्षाएँ।
* **सकारात्मक माहौल:** एक सहायक और प्रेरक कक्षा वातावरण बनाएँ जहाँ छात्रों को सफल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और उनकी त्रुटियों के लिए उन्हें आंका नहीं जाता है।
52. यदि कॊई अभिभावक अपने बच्चे के बारे में यह शिकायत करें कि उसे जान बूझकर छमाही परीक्षा में कम अंक दिये गए हैं तो आप ?
(A) वार्षिक परीक्षा में मदद का आश्वासन देंगे
(B) प्रधानाचार्य से सम्पर्क करने की राय देगें
(C) मामले की छानबीन का आश्वासन देंगे
(D) सम्बन्धित विषयाध्यापक से मिलने की सलाह देंगे
Solution:
यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे के कम परीक्षा अंकों को लेकर शिकायत करता है, तो एक शिक्षक के रूप में, मैं निम्नलिखित कदम उठाऊंगा:
* **सुनें और समझें:** अभिभावक की चिंताओं को ध्यान से सुनें और समझें।
* **परीक्षा पत्र की समीक्षा करें:** बच्चे की उत्तर पुस्तिका की व्यापक समीक्षा करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अंकन निष्पक्ष और सटीक है।
* **नियमावली की जांच करें:** परीक्षा नियमावली की समीक्षा करें और सुनिश्चित करें कि अंकन प्रक्रिया का पालन किया गया है।
* **अन्य शिक्षकों से परामर्श करें:** यदि आवश्यक हो, तो अन्य शिक्षकों से परामर्श लें जो परीक्षा में शामिल थे या बच्चे की शैक्षणिक प्रगति से परिचित हैं।
* **अभिभावकों को सूचित करें:** निष्कर्षों के आधार पर, अभिभावकों को परीक्षा परिणामों के बारे में स्पष्ट और विस्तृत प्रतिक्रिया प्रदान करें। यदि आवश्यक हो, तो अंक में संशोधन करें।
53. विकास का अर्थ है ?
(A) परिपक्वता एवं अनुभव के फलस्वरुप होने वाले परिवर्तनों की श्रृंखला
(B) परिवर्तनों की उत्तरोत्तर श्रृंखला
(C) अभिप्रेरणा के फलस्वरूप होने वाले परिवर्तनों की उत्तरोत्तर श्रृंखला
(D) अभिप्रेरणा एवं अनुभव के फलस्वरुप होने वाले परिवर्तनों की उत्तरोत्तर श्रृंखला
Solution:
विकास एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोई व्यक्ति, समाज या अर्थव्यवस्था समय के साथ प्रगति करती है। यह जीवन स्तर, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, आर्थिक अवसर और सामाजिक न्याय में सुधार से जुड़ा है। विकास आमतौर पर सकारात्मक माना जाता है क्योंकि यह मानवीय कल्याण को बढ़ावा देता है और समाज की समस्याओं का समाधान करने में मदद करता है। विकास की प्रक्रिया में आमतौर पर सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग शामिल होता है।
54. आपके विचार में चिन्तन शक्ति विकसित करने का क्या उपाय है ?
(A) छात्रों को समस्या समाधान विधि से पढ़ाया जाये
(B) छात्रों में स्व-अध्ययन की आदत का विकास किया जाये
(C) छात्रों को खोज एवं व्रेन स्टार्मिंग विधि से पढ़ाया जाये
(D) ये सभी
Solution:
चिंतन शक्ति विकसित करने के लिए निम्नलिखित उपाय लाभदायक हैं:
* **सतर्कतापूर्वक अवलोकन:** अपने आस-पास की दुनिया पर ध्यान दें और अपने विचारों और अनुभवों को प्रतिबिंबित करें।
* **प्रश्न पूछें:** जिज्ञासु बनें और चीजों के मूल कारणों की खोज करें। "क्यों?" और "कैसे?" जैसे प्रश्न पूछें।
* **मानसिक अभ्यास:** पहेलियाँ, क्रॉसवर्ड या गणितीय समस्याओं को हल करें जो आपके तार्किक कौशल को चुनौती देते हैं।
* **पढ़ना और लिखना:** विभिन्न विषयों की किताबें पढ़ें और अपने विचारों को लेखन के माध्यम से व्यक्त करें।
* **ध्यान:** मन को शांत करके और वर्तमान क्षण पर ध्यान केंद्रित करके, ध्यान आपके विचारों पर स्पष्टता और नियंत्रण ला सकता है।
55. आपके विचार से मूक-बधिरों को शिक्षित किया जाना ?
(A) हमारी जिम्मेदारी नहीं है
(B) एक कठिन एवं चुनौतीपूर्ण कार्य है
(C) व्यर्थ में घन की बर्बादी है
(D) प्रजातंत्र की स्वस्थ निशानी है
Solution:
बधिरों को शिक्षा प्रदान करना महत्वपूर्ण है क्योंकि:
* **भाषा का अधिकार:** बधिर भी सभी व्यक्तियों की तरह भाषा के अधिकार के पात्र हैं।
* **सामाजिक भागीदारी:** शिक्षा बधिरों को समाज में प्रभावी ढंग से भाग लेने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करती है।
* **आर्थिक स्वतंत्रता:** शिक्षित बधिरों के पास बेहतर रोजगार के अवसर और आर्थिक स्वतंत्रता होती है।
* **खुद की वकालत:** शिक्षा बधिरों को अपनी आवश्यकताओं की वकालत करने और भेदभाव से खुद को बचाने में सक्षम बनाती है।
* **व्यक्तिगत विकास:** शिक्षा बधिरों को अपनी क्षमता तक पहुंचने और अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती है।
56. निम्न में से अधिगम की विधि है ?
(A) सुप्त अधिगम व सामूहिक विधि
(B) अवलोकन विधि
(C) करके सीखना
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
अधिगम की विधि एक व्यवस्थित प्रक्रिया है जिसका उपयोग ज्ञान, कौशल या व्यवहार प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसमें निम्न शामिल हैं:
* **सक्रिय सीखना:** छात्र सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल होते हैं, जैसे प्रश्न पूछना, समस्याओं को हल करना या सहयोगी समूहों में काम करना।
* **सहयोगात्मक सीखना:** छात्र छोटे समूहों में एक साथ काम करते हैं, एक दूसरे को सीखने में मदद करते हुए और सामाजिक कौशल विकसित करते हुए।
* **अनुभवात्मक सीखना:** छात्र वास्तविक जीवन के अनुभवों या सिमुलेशन के माध्यम से सीखते हैं, जिससे गहन समझ और कौशल विकास होता है।
* **मिश्रित शिक्षा:** ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण विधियों का एक संयोजन, लचीलापन और वैयक्तिकृत अनुभव प्रदान करता है।
* **प्रोजेक्ट-आधारित सीखना:** छात्र वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए परियोजनाओं पर काम करते हैं, उच्च-स्तरीय सोच और समस्या-समाधान कौशल विकसित करते हुए।
57. खेल समूहों से बालक सीखते हैं ?
(A) सहयोग
(B) प्रतियोगिता
(C) संघर्ष
(D) ये सभी
Solution:
खेल समूह एक सहायक वातावरण प्रदान करते हैं जहाँ बच्चे सामाजिक कौशल, संचार और सहयोग विकसित करते हैं। वे टीम वर्क, नियमों का पालन करना और विभिन्न दृष्टिकोणों का सम्मान करना सीखते हैं। खेल में भाग लेने से बच्चे अपनी ताकत और कमजोरियों के बारे में जागरूकता विकसित करते हैं, जिससे आत्म-सम्मान और लचीलापन बढ़ता है। इसके अतिरिक्त, खेल शारीरिक फिटनेस, समन्वय और सक्रिय जीवन शैली की आदतों को बढ़ावा देता है।
58. भाषा सीखने का प्रभावी उपाय है ?
(A) वार्तालाप करना
(B) सहायक पुस्तकें पढ़ना
(C) अखबार पढ़ना
(D) पाठ्य पुस्तक पढ़ना
Solution:
भाषा सीखने का सबसे प्रभावी उपाय **नियमित अभ्यास और संलग्नता** है। इसमें शामिल हैं:
* **दैनिक अभ्यास:** भाषा को नियमित रूप से बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना।
* **संवाद:** देशी वक्ताओं या अन्य भाषा सीखने वालों के साथ संवाद स्थापित करना।
* **व्याकरण अध्ययन:** भाषा की संरचना को समझना और व्याकरण संबंधी त्रुटियों को कम करना।
* **शब्दावली निर्माण:** नए शब्द सीखना और उन्हें संदर्भ में उपयोग करना।
* **सांस्कृतिक विसर्जन:** भाषा की संस्कृति में डूबना, जो इसके उपयोग को समझने को बढ़ाता है।
59. कक्षा-शिक्षण में जो सबसे महत्वपूर्ण प्रभाव है, वह दूसरों के साथ अंतःक्रिया करना है, उक्त कथन है ?
(A) ट्रो का
(B) बर्ट का
(C) रिट का
(D) वुडवर्थ को
Solution:
कक्षा में अंतःक्रिया शिक्षण का एक मूलभूत पहलू है जो कई महत्वपूर्ण प्रभावों को बढ़ावा देता है:
* **ज्ञान निर्माण:** छात्रों को विभिन्न दृष्टिकोणों और विचारों का सामना करना पड़ता है, जो उनकी समझ को गहरा करता है।
* **समालोचनात्मक सोच:** छात्र प्रश्न पूछते हैं, तर्कों का मूल्यांकन करते हैं और अपनी मान्यताओं को चुनौती देते हैं।
* **सामाजिक विकास:** अंतःक्रिया संचार, सहानुभूति और पारस्परिक संबंधों को बढ़ावा देती है।
* **भाषा कौशल:** छात्र स्पष्ट और प्रभावी ढंग से बोलने, सुनने और लिखने का अभ्यास करते हैं।
* **प्राप्ति में वृद्धि:** अध्ययनों से पता चला है कि अंतःक्रियात्मक कक्षाएँ छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धि को बेहतर बनाती हैं।
60. निरंतर शिक्षा के पतन के लिए दोषी है ?
(A) अराजकता एवं अनुशासनहीनता
(B) राजनीतिक हस्तक्षेप
(C) अध्यापकों में लुप्त होती कर्त्तव्य-निष्ठां
(D) अभिभावकीय उदासीनता
Solution:
निरंतर शिक्षा के पतन के लिए औपचारिक शिक्षा प्रणाली की कमियां और बदलते सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य दोषी हैं। औपचारिक शिक्षा सीमित कौशल और ज्ञान प्रदान करती है, जबकि बदलती नौकरी की आवश्यकताएं निरंतर अनुकूलन की मांग करती हैं। इसके अतिरिक्त, सामाजिक गतिशीलता ने व्यक्तिगत जिम्मेदारी को बढ़ावा दिया है, जिससे निरंतर शिक्षा एक व्यक्तिगत विकल्प बन गया है, जो हमेशा प्राथमिकता नहीं है। तकनीकी उन्नति ने भी औपचारिक डिग्री की प्रासंगिकता को कम कर दिया है, क्योंकि ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और प्रमाणपत्रों से कौशल विकास अधिक सुलभ हो गया है।