Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
हिंदी व्याकरण, हिंदी भाषा को शुद्ध रूप में लिखने और बोलने संबंधी नियमों का बोध करानेवाला शास्त्र है । यह हिंदी भाषा के अध्ययन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है ।
सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा में जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI Assistant, IBPS SO, RRB, CTET, TET, BED, SCRA, UPSC में हिंदी व्याकरण से पूछे गए सामान्य ज्ञान के प्रश्न।
हिंदी व्याकरण सामान्य ज्ञान | Hindi Grammar Objective | Gk Hindi Grammar
161. धीवर किसका पर्यायवाची है ?
(A) धोबी
(B) केवट
(C) नाई
(D) चिड़ीमार
Solution:
धीवर मछुआरे का पर्यायवाची है। वे समुद्र या झीलों में मछली पकड़ने के लिए जाल, जाल या अन्य उपकरणों का उपयोग करने वाले व्यक्ति होते हैं। वे अक्सर छोटी नावों पर काम करते हैं और अपनी आजीविका के लिए मछली पकड़ने पर निर्भर होते हैं। धीवर एक प्राचीन पेशा है जो सदियों से चला आ रहा है, और यह कई तटीय समुदायों में आज भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
162. ‘चिरायु’ शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग है ?
(A) यु
(B) चि
(C) चिर
(D) आयु
Solution:
'चिरायु' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग 'चिर' है। उपसर्ग शब्द के आरंभ में जुड़कर उसका अर्थ बदल देता है। 'चिर' का अर्थ है 'लंबे समय तक' या 'चिरस्थायी'। 'चिरायु' शब्द में 'चिर' उपसर्ग 'आयु' शब्द से जुड़कर 'लंबी आयु' या 'दीर्घायु' का अर्थ व्यक्त करता है।
163. अनुनासिक का संबंध होता है ?
(A) केवल मुँह से
(B) नाक और मुँह दोनों से
(C) केवल नाक से
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
अनुनासिकता किसी ध्वनि की गूंज के साथ उच्चारण को संदर्भित करता है, जो नाक गुहा के माध्यम से हवा के प्रवाह के कारण होता है। यह भारतीय भाषाओं में पाया जाने वाला एक विशिष्ट ध्वन्यात्मक गुण है। अनुनासिक स्वरों की विशेषता उनकी नाक गुंज होती है, जो उन्हें अन्य स्वरों से अलग करती है। अनुनासिकता को टिल्ड (~) प्रतीक द्वारा चिह्नित किया जाता है, जो स्वर के ऊपर रखा जाता है, जैसे कि "ã" के लिए अनुनासिक "अ"।
164. शुद्ध वर्तनी वाला शब्द है ?
(A) अतिश्योक्ति
(B) अतिशयोक्ति
(C) अतिश्योक्ती
(D) अतिष्योक्ति
Solution:
शुद्ध वर्तनी का अर्थ है किसी शब्द को उसकी सही वर्तनी के अनुसार लिखना। किसी शब्द की शुद्ध वर्तनी जानने के लिए आम तौर पर शब्दकोशों का उपयोग किया जाता है, जो शब्दों की मान्यता प्राप्त वर्तनी प्रदान करते हैं। शुद्ध वर्तनी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह संचार को स्पष्ट और सटीक बनाता है और गलतफहमियों को रोकता है। इसके अलावा, यह व्याकरण और भाषा कौशल को दर्शाता है।
165. 'तुम्हें राम के आने तक प्रतीक्षा करनी होगी' । इस वाक्य में 'तक' कौन-सा निपात है ?
(A) निषेधात्मक निपात
(B) नकारात्मक निपात
(C) बलदायक निपात
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
'तुम्हें राम के आने तक प्रतीक्षा करनी होगी' वाक्य में 'तक' कालबोधक निपात है। यह एक निश्चित समय या बिंदु तक कार्रवाई या स्थिति को इंगित करता है। इस वाक्य में, 'तक' का उपयोग यह बताने के लिए किया गया है कि प्रतीक्षा तब तक करनी है जब तक राम आ नहीं जाते।
166. गमन का विलोम शब्द है ?
(A) चढ़ना
(B) जाना
(C) उतरना
(D) आगमन
Solution:
विलोम शब्द ऐसे शब्द होते हैं जो अर्थ में विपरीत या विरोधी होते हैं। "गमन" का विलोम शब्द "आगमन" है।
गमन का अर्थ है जाना या चलना। आगमन का अर्थ है आना या पहुंचना। इसलिए, गमन और आगमन अर्थ में विपरीत हैं।
167. उत्क्षिप्त ध्वनि का प्रयोग हुआ है ?
(A) खसरा में
(B) आरजू में
(C) जफर में
(D) पढ़ाई में
Solution:
उत्क्षिप्त ध्वनि का प्रयोग किसी पात्र या वस्तु के भय, क्रोध, आश्चर्य या अन्य तीव्र भावनाओं को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। यह अचानक और जोर से निकली हुई ध्वनि है, जैसे "आह!", "ओह!" या "हे!"। उत्क्षिप्त ध्वनियाँ आमतौर पर विस्मयादिबोधक बिंदु या प्रश्न चिह्न के साथ लिखी जाती हैं, जैसे "आह!" या "क्या?"। वे संवाद में पात्रों की भावनाओं पर जोर देने या कथा में नाटकीय प्रभाव पैदा करने में मदद कर सकती हैं।
168. किस शब्द में ‘आवा’ प्रत्यय नहीं है ?
(A) भुलावा
(B) चढ़ावा
(C) लावा
(D) दिखावा
Solution:
"आवा" प्रत्यय एक संज्ञा बनाने वाला प्रत्यय है जो क्रियाओं से बनाया जाता है। यह एक क्रिया की क्रिया या प्रक्रिया को निरूपित करता है।
"आवा" प्रत्यय वाले शब्दों के उदाहरण में शामिल हैं:
- बोलना -> बोलवा
- खेलना -> खेलवा
- लिखना -> लिखवा
हालाँकि, सभी शब्दों में "आवा" प्रत्यय नहीं होता है। उदाहरण के लिए, "बोलना" शब्द में "आवा" प्रत्यय नहीं है। यह एक क्रिया है जो एक कार्य या गतिविधि को दर्शाती है, न कि एक संज्ञा जो किसी क्रिया की क्रिया या प्रक्रिया को निरूपित करती है।
169. इनमें से रस के कौन सा भेद है ?
(A) करुण
(B) रूपक
(C) उल्लेख
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
रस साहित्य में अनुभव की जाने वाली भावनाओं का वर्गीकरण है। नाट्यशास्त्र के अनुसार, रस के आठ प्रकार होते हैं:
* शृंगार: प्रेम और सौंदर्य से उत्पन्न
* हास्य: हँसी और आनंद से उत्पन्न
* करुण: दुःख और शोक से उत्पन्न
* रौद्र: क्रोध और घृणा से उत्पन्न
* वीर: साहस और वीरता से उत्पन्न
* भयानक: भय और आतंक से उत्पन्न
* अद्भुत: आश्चर्य और विस्मय से उत्पन्न
* शांत: शांति और संतुष्टि से उत्पन्न
170. अथ का विलोम शब्द है ?
(A) अंत
(B) अध
(C) अर्थ
(D) इति
Solution:
अथ का विलोम शब्द 'ततः' है। 'अथ' का प्रयोग प्रारंभ या क्रम को दर्शाने के लिए किया जाता है, जबकि 'ततः' का प्रयोग निरंतरता या अनुक्रम को दर्शाने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, "अथ श्रीमद्भगवद्गीता उपनिषद् आरभ्यते" (अब श्रीमद्भगवद्गीता उपनिषद की शुरुआत हो रही है), जबकि "ततः शिष्यः स्वगुरोः समीपं गतः" (तब शिष्य अपने गुरु के पास गया)।