Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
Hindi Grammar Gk - Hindi Vyakaran Gk - Hindi Grammar Quiz
हिंदी व्याकरण, हिंदी भाषा को शुद्ध रूप में लिखने और बोलने संबंधी नियमों का बोध करानेवाला शास्त्र है । यह हिंदी भाषा के अध्ययन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है ।
सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा में जैसे SSC, IBPS Clerk, IBPS PO, RBI Assistant, IBPS SO, RRB, CTET, TET, BED, SCRA, UPSC में हिंदी व्याकरण से पूछे गए सामान्य ज्ञान के प्रश्न।
हिंदी व्याकरण सामान्य ज्ञान | Hindi Grammar Objective | Gk Hindi Grammar
711. भाषा शब्द की उत्पति किस धातु से हुई है?
(A) भाष्य
(B) भाष्यम्
(C) भाष्
(D) भास
Solution:
"भाषा" शब्द संस्कृत की "भाष" धातु से उत्पन्न हुआ है। इस धातु का अर्थ है "बोलना" या "व्यक्त करना"। धातु "भाष" का प्रयोग वाणी, वार्ता और वर्णन जैसे शब्दों में भी किया जाता है। इस प्रकार, "भाषा" शब्द का अर्थ उस माध्यम से है जिसके माध्यम से हम अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करते हैं।
712. वाक्य के अशुद्ध भाग का चयन कीजिए ?
(A) राम के धनुष भंग करते ही
(B) दूसरे राजाओं के
(C) वक्ष पर साँप लोटने लगे
(D) कोई त्रुटि नहीं
Solution:
**वाक्य के अशुद्ध भाग की पहचान करना**
किसी वाक्य के अशुद्ध भाग की पहचान करने के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
1. **व्याकरणिक त्रुटियों की जांच करें:** गलत वर्तनी, अलंकारिक त्रुटियां और वाक्य रचना संबंधी समस्याएं।
2. **अस्पष्टता की पहचान करें:** वाक्य जो समझने में मुश्किल या अस्पष्ट हों।
3. **तार्किक विसंगतियां:** ऐसे वाक्य जिनका कोई मतलब नहीं है या वे तार्किक रूप से सही नहीं हैं।
4. **सार्वभौमिक अशुद्धताएं:** जैसे कि विभक्तियों का गलत उपयोग, गलत सर्वनाम या समय काल की गलतियां।
5. **शब्दाडंबर और अतिरेक:** भाषा का अत्यधिक उपयोग जो स्पष्टता को बाधित करता है या अर्थ को भ्रमित करता है।
713. ईमानदारी कौन-सा संज्ञा है ?
(A) यक्तिवाचक
(B) भाववाचक
(C) समूहवाचक
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
ईमानदारी एक भाववाचक संज्ञा है जो ईमानदार होने या ईमानदारी के गुण का वर्णन करती है। यह एक व्यक्ति या कार्य की विशेषता को दर्शाता है जो सच्चाई, निष्पक्षता और नैतिकता की भावना को प्रदर्शित करता है। भाववाचक संज्ञाएँ अमूर्त गुणों, भावनाओं या अवस्थाओं का वर्णन करती हैं, और आमतौर पर "पन" या "ता" प्रत्यय से बनती हैं।
714. 'आत्मा' का विपरीतार्थक शब्द बताइए ?
(A) अनात्मा
(B) अमीर
(C) अनादर
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
**विपरीतार्थक:** शरीर
आत्मा एक व्यक्ति के गैर-भौतिक, चेतन और अमर पहलू को संदर्भित करता है, जबकि शरीर भौतिक, मूर्त और अस्थायी होता है। इसलिए, "आत्मा" का विपरीतार्थक "शरीर" है जो व्यक्ति के भौतिक अस्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है।
715. वत्स्र्य व्यंजन कौन-सा है ?
(A) स
(B) ह
(C) न्
(D) त
Solution:
वत्स्र्य व्यंजन ऐसे व्यंजन होते हैं जिनके उच्चारण में जिह्वा की नोक ऊपरी तालु के साथ संपर्क बनाती है। इन व्यंजनों को आमतौर पर "ग्रीष्म व्यंजन" के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि ये ध्वनि की एक तीखी, फुफकारती हुई गुणवत्ता प्रदर्शित करते हैं। हिंदी वर्णमाला में छह वत्स्र्य व्यंजन हैं: च, छ, ज, झ, ट, ठ।
716. वे ध्वनियाँ जो स्वरों की सहायता के बिना उच्चारित नहीं हो सकतीं; वह क्या कहलाती है ?
(A) स्वर
(B) संयुक्ताक्षर
(C) शब्द
(D) व्यंजन
Solution:
**व्यंजन:** स्वरों की सहायता के बिना अकेले उच्चारित नहीं की जा सकने वाली ध्वनियाँ। वे मुँह या नाक के मार्गों में किसी प्रकार के अवरोध या रुकावट पैदा करते हैं, जिससे धारा को बाधित किया जाता है और एक भेद करने योग्य ध्वनि उत्पन्न होती है। उदाहरण के लिए, "k," "t," और "p" व्यंजन हैं क्योंकि उनके उच्चारण के लिए जीभ या होंठ का उपयोग शामिल होता है।
717. इनमें से किस शब्द में हलन्त-संबंधी अशुद्धियाँ नहीं है ?
(A) श्रीमान
(B) सतचित
(C) बुद्धिमान्
(D) भविष्यत्
Solution:
"चंदन" शब्द में हलंत-संबंधी कोई अशुद्धि नहीं है। इसे "चंदन" ही लिखा जाता है, बिना हलंत चिह्न के। इस शब्द में "न" व्यंजन पर हलंत नहीं है। अतः, यह विकल्प सही है।
718. पवित्र में प्रयुक्त संधि का नाम है ?
(A) गुण संधि
(B) अयादि संधि
(C) वृद्धि संधि
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
पवित्र में प्रयुक्त संधि 'यण्' संधि है। इसमें 'अ' और 'ई' के बीच 'य' का प्रयोग होता है, जैसे 'पवित्र' में 'पव' और 'इत्र' के बीच 'य'। यह स्वर संधि शब्दों को सुचारू रूप से बोलने में सहायता करती है और काव्य में लय और प्रवाह बनाए रखती है।
719. जिन व्यंजनों के उच्चारण में दोनों ओष्ठों द्वारा श्वास का अवरोध होता है, वे क्या कहलाते हैं ?
(A) तालव्य व्यंजन
(B) कण्ठ्य व्यंजन
(C) मूर्धन्य व्यंजन
(D) ओष्ठ्य व्यंजन
Solution:
ओष्ठ्य व्यंजन वे होते हैं जिनके उच्चारण के दौरान दोनों होंठ मिलकर वायु प्रवाह को रोकते हैं। उदाहरण के लिए, "प," "ब," "फ," और "एम" सभी ओष्ठ्य व्यंजन हैं। ओष्ठ्य व्यंजन बनाने के लिए, होंठों को एक साथ लाया जाता है, जिससे वायु प्रवाह को मुंह के माध्यम से अवरुद्ध किया जाता है।
720. हिन्दी साहित्य का नौवाँ रस कौन-सा है ?
(A) वत्सल
(B) भक्ति
(C) शांत
(D) करुण
Solution:
वक्रोक्ति रस हिंदी साहित्य का नौवां रस है। इसमें व्यंग्य या विरोधाभास के माध्यम से व्यक्त किए गए भाव निहित होते हैं। वक्रोक्ति रस में किसी व्यक्ति, घटना या स्थिति का अप्रत्याशित या विपरीत तरीके से वर्णन किया जाता है, जिससे हास्य, व्यंग्य या विस्मय का प्रभाव पैदा होता है। इस रस का उद्देश्य पाठकों को नए दृष्टिकोण से चीजों को देखने और जीवन की विडंबनाओं पर विचार करने के लिए प्रेरित करना होता है।