Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
481. एक दो स्पीड वाली मोटर की स्पीड किस प्रकार कम की जा सकती है ?
(A) स्टेटर के चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता बढाकर
(B) कैपेसिटेन्स का मान घटाकर
(C) कैपेसिटेन्स का मान बढाकर
(D) स्टेटर के चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता घटाकर
Solution:
एक दो-स्पीड वाली मोटर की गति दो विधियों द्वारा कम की जा सकती है:
1. **पोल चेंजिंग:** मोटर के चुंबकीय ध्रुवों की संख्या को बदलने से मोटर की सिंक्रोनस गति बदल जाती है। कम ध्रुवों वाली कॉन्फ़िगरेशन उच्च गति देती है, जबकि अधिक ध्रुवों वाली कॉन्फ़िगरेशन कम गति देती है।
2. **रोटर प्रतिरोध:** रोटर सर्किट में प्रतिरोध जोड़ने से रोटर करंट कम हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप टॉर्क कम हो जाता है। कम टॉर्क कम गति की ओर जाता है। यह विधि आमतौर पर इंडक्शन मोटर्स के साथ उपयोग की जाती है।
482. एक 20HP, 200V दिष्ट धारा मोटर की पूर्ण भार धारा लगभग होगी ?
(A) 35A
(B) 60A
(C) 80A
(D) 100A
Solution:
एक 20HP, 200V दिष्ट धारा मोटर की पूर्ण भार धारा की गणना निम्न सूत्र का उपयोग करके की जा सकती है:
पूर्ण भार धारा (Ib) = पूर्ण भार शक्ति (P) / (आर्मेचर वोल्टेज (V) x मोटर दक्षता (η))
दक्षता मानकर 85% और 20HP लगभग 15kW होता है, हमारे पास है:
Ib = 15kW / (200V x 0.85) ≈ **90 एम्पीयर**
483. निम्नलिखित में से कौन-से लैम्प के प्रचालन के लिए डी. सी. सप्लाई आवश्यक है ?
(A) मर्करी वेपर लैम्प
(B) आर्क लैम्प
(C) प्रतिदीप्त लैम्प
(D) सोडियम वेयर लैम्प
Solution:
डीसी लैंप को डीसी सप्लाई की आवश्यकता होती है क्योंकि वे एकदिश धारा का उपयोग करते हैं। डीसी लैंप में, धारा एक दिशा में प्रवाहित होती है, जो फिलामेंट को गर्म करके प्रकाश उत्पन्न करती है। अन्य प्रकार के लैंप, जैसे एसी लैंप, जो प्रत्यावर्ती धारा (एसी) पर काम करते हैं, उन्हें डीसी सप्लाई की आवश्यकता नहीं होती है।
484. बैटरी को चार्ज करते हैं ?
(A) मैटल-रेक्टीफायर द्वारा
(B) मोटर-जनरेटर सैट द्वारा
(C) बैटरी चार्जर द्वारा
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
When a battery is connected to a charger, an electric current flows through the battery from the charger. This current causes chemical reactions within the battery that reverse the chemical reactions that occur when the battery is discharging. The chemical reactions that occur during charging cause the active materials in the battery to become more concentrated, which increases the battery's capacity to store energy. The charging process continues until the battery is fully charged, at which point the current stops flowing.
485. पदार्थ का वह गुण जो इसमें चुंबकीय फ्लक्स के उत्पन्न होने का विरोध करता है ?
(A) चुंबकीय वाहक बल
(B) चुंबकशीलता
(C) प्रतिष्टम्भ
(D) प्रतिष्टम्भता
Solution:
पदार्थ का चुंबकीय पारगम्यता से विपरीत गुण, जिसे प्रतिचुंबकत्व कहते हैं, चुंबकीय फ्लक्स के प्रवाह का विरोध करता है। यह चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता को कम करके पदार्थ में चुंबकीय ध्रुवीकरण का विरोध करता है। प्रतिचुंबकीय पदार्थों में प्रबल चुंबकीय प्रतिकर्षण होता है, जिसका अर्थ है कि वे बाहरी चुंबकीय क्षेत्र को अपने से दूर धकेलते हैं। आम प्रतिचुंबकीय पदार्थों में ऑक्सीजन, तांबा और पानी शामिल हैं।
486. वोल्ट मीटर की रेन्ज बढायी जा सकती है ?
(A) कैपेसिटीर सिरीज में जोड़कर
(B) सिरीज में मल्टीप्लायर जोड़कर
(C) सिरीज में उच्च प्रतिरोध जोड़कर
(D) चोक सिरीज में जोड़कर
Solution:
**वोल्टमीटर की रेंज बढ़ाने के तरीके:**
वोल्टमीटर की रेंज बढ़ाने के लिए, एक उच्च प्रतिरोधक को समानांतर में जोड़ा जाता है। यह प्रतिरोधक वोल्टमीटर के माध्यम से बहने वाली धारा को सीमित करता है, जिससे उच्च वोल्टेज को मापना संभव हो जाता है।
उच्च वोल्टेज को मापने के लिए, वोल्टमीटर के समानांतर प्रतिरोधक का मान निम्न सूत्र द्वारा निर्धारित किया जाता है:
```
Rp = (Vmax - Vf) / Im
```
जहाँ:
* Rp = समानांतर प्रतिरोधक का मान (ओम में)
* Vmax = अधिकतम वोल्टेज जो मापा जाना है (वोल्ट में)
* Vf = वोल्टमीटर की पूर्ण-पैमाने की रेंज (वोल्ट में)
* Im = वोल्टमीटर का पूर्ण-पैमाने का धारा (माइक्रोएम्पीयर में)
487. सस्पेंशन टाइप इन्सुलेटर की प्रत्येक डिस्क में वोल्टॆज ?
(A) का वितरण असमान होता है
(B) शून्य होती है
(C) का वितरण समान होता है
(D) उपयुक्त में से कोई नही
Solution:
In a suspension type insulator, each disc is subjected to only a fraction of the total voltage. The voltage distribution is determined by the capacitance of each disc and the total capacitance of the string. The voltage across each disc is:
V_disc = (Total voltage) x (Capacitance of disc) / (Total capacitance)
As the capacitance of each disc is the same, the voltage across each disc is also the same.
488. प्रत्यावर्तक में डी. सी. उत्तेजन के लिए उपयुक्त किया जाता है ?
(A) कम्पाउंड जनरेटर
(B) शण्ट जनरेटर
(C) श्रेणी जनरेटर
(D) सैपरेटली एक्साइटेड जनरेटर
Solution:
प्रत्यावर्तक में डी.सी. उत्तेजन के लिए उपयोग किया जाने वाला उपकरण **फील्ड कुंडली** है। यह एक तांबे की कुंडली है जो प्रत्यावर्तक के रोटर पर स्थित होती है और इसे डीसी बिजली की आपूर्ति की जाती है। डीसी करंट फील्ड कुंडली में एक चुंबकीय क्षेत्र बनाता है जो प्रत्यावर्तक के स्टेटर में प्रेरित विद्युत वाहक बल (ईएमएफ) को नियंत्रित करने के लिए रोटर चुंबक के साथ परस्पर क्रिया करता है। इस उत्तेजन के माध्यम से, प्रत्यावर्तक का आउटपुट वोल्टेज और आवृत्ति दोनों को नियंत्रित किया जा सकता है।
489. एक लैम्प को तीन स्थानों से नियंत्रित करने के लिए लगाऍंगे ?
(A) इंटरमीडिएट स्विच
(B) वन-वे स्विच
(C) टू-वे स्विच
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
**तीन-तरफ़ा सर्किट बनाएँ:**
1. **स्विच लगाएँ:** दो स्विच को तीन अलग-अलग स्थानों पर स्थापित करें।
2. **केबल चलाएँ:** प्रत्येक स्विच से एक लाइव तार, एक तटस्थ तार और एक यात्री तार लैम्प बॉक्स तक चलाएँ।
3. **यात्री तारों को जोड़ें:** दोनों स्विच से यात्री तारों को लैम्प बॉक्स में आपस में जोड़ें।
4. **लाइन तारों को जोड़ें:** दोनों स्विच से लाइव तारों को लैम्प की लाइव टर्मिनल से जोड़ें।
5. **तटस्थ तारों को जोड़ें:** दोनों स्विच से तटस्थ तारों को लैम्प की तटस्थ टर्मिनल से जोड़ें।
अब, किसी भी स्विच को चालू करने से लैम्प चालू हो जाएगी, जबकि किसी भी स्विच को बंद करने से यह बंद हो जाएगी।
490. नाइक्रोम को किस ताप तक सुरक्षापूर्वक प्रयुक्त किया जा सकता है ?
(A) 1450॰C
(B) 1650॰C
(C) 1600॰C
(D) 2000॰C
Solution:
नाइक्रोम एक निकल-क्रोमियम मिश्र धातु है जो उच्च तापमान पर अपने प्रतिरोध को बनाए रखने के लिए जानी जाती है। यह सुरक्षित रूप से लगभग 1,100 डिग्री सेल्सियस (2,012 डिग्री फ़ारेनहाइट) के तापमान तक इस्तेमाल किया जा सकता है। उच्च तापमान पर, नाइक्रोम का प्रतिरोध थोड़ा कम हो जाता है, लेकिन यह अभी भी अधिकांश अनुप्रयोगों के लिए स्वीकार्य सीमा के भीतर रहता है।