Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
11. एम्लीफिकेशन का मात्रक है ?
(A) वोल्ट
(B) डेसीबल
(C) एम्पीयर
(D) ये सभी
Solution:
एम्प्लीफिकेशन का मात्रक डेसिबल (dB) होता है। इसे किसी सिग्नल की शक्ति या आयाम में लघुगणकीय परिवर्तन के माप के रूप में परिभाषित किया जाता है। dB में किसी सिग्नल की शक्ति में परिवर्तन निम्नलिखित सूत्र द्वारा व्यक्त किया जाता है:
dB = 10 * log10(Pout/Pin)
जहाँ:
- Pout आउटपुट सिग्नल की शक्ति है
- Pin इनपुट सिग्नल की शक्ति है
12. किस मोटर का उपयोग, स्थिर गति वाली मशीन उदाहरणतः लेथ ब्लोअर्स फैन आदि में किया जाता है ?
(A) dc शंट मोटर
(B) क्युमुलेटिव कम्पाउंडर मोटर
(C) dc श्रेणी मोटर
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
इंडक्शन मोटर का उपयोग स्थिर गति वाली मशीनों जैसे कि लेथ, ब्लोअर और पंखे में किया जाता है। ये मोटरें एक स्थिर चुंबकीय क्षेत्र बनाती हैं, जो एक प्रेरित धारा में प्रेरित होती है और घूमने वाला रो्टर बनाती है। रोटर चुंबकीय क्षेत्र के साथ बातचीत करता है, जिससे एक स्थिर गति उत्पन्न होती है। इसकी सरल संरचना, कम रखरखाव आवश्यकताएँ और ऊर्जा दक्षता के कारण इंडक्शन मोटरें स्थिर गति अनुप्रयोगों के लिए आदर्श हैं।
13. पावर फैक्टर बढ़ाते समय सिन्क्रोनस मोटर कहलाती है ?
(A) सिन्क्रोनस कंडेन्सर की तरह मोटर
(B) इंडक्शन मोटर
(C) स्लिपरिंग मोटर
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
When the power factor is increased in a synchronous motor, it operates as an over-excited synchronous motor. In this condition, the motor draws a leading current from the supply, which helps improve the power factor of the entire system. The leading current offsets the lagging currents drawn by inductive loads, resulting in a reduced overall reactive power demand and an improved power factor.
14. शून्य भार पर प्रचलित मोटर में अचानक उत्तेजन समाप्त होने पर ?
(A) मोटर की कुण्डली जल जायेगी
(B) मोटर रूक जायेगी
(C) मोटर चलती रहेगी
(D) मोटर प्रत्यावर्तक की भाँति कार्य करेगी
Solution:
When the excitation of an overexcited motor is suddenly interrupted, the motor will experience a sudden increase in speed and a decrease in torque. This is because the counter-emf generated by the motor is reduced, and the torque produced by the motor is directly proportional to the counter-emf. The sudden increase in speed can cause the motor to become unstable and may lead to damage. To prevent this from happening, it is important to gradually reduce the excitation of an overexcited motor before completely interrupting it.
15. डी. सी. मशीनों में आर्मेचर परिभ्र्रमण हेतु प्रयुक्त होता है ?
(A) बाल एवं रोलर बियरिंग
(B) बुश बियरिंग
(C) थर्स्ट बियरिंग
(D) चुंबकीय बियरिंग
Solution:
डी.सी. मशीनों में आर्मेचर परिभ्रमण के लिए कम्यूटेटर का उपयोग किया जाता है। कम्यूटेटर एक विद्युत यांत्रिक स्विच होता है जो मशीन के रोटेटिंग आर्मेचर वाइंडिंग में करंट के दिशा को बदलता है। यह प्रत्येक कुंडली में प्रेरित ईएमएफ की दिशा को उलट देता है क्योंकि यह चुंबकीय क्षेत्र से गुजरती है, जिससे निरंतर टॉर्क उत्पन्न होता है। कम्यूटेटर का कार्य आर्मेचर में करंट को कम्यूटेट करना है, जिससे आर्मेचर को लगातार घूमना पड़ता है।
16. स्टीम टरबाइनों से चलने वाली मशीन कहलाती है ?
(A) हाइड्रो जनरेटर
(B) टर्बो अल्टरनेटर
(C) गैसिस अल्टरनेटर
(D) ये सभी
Solution:
स्टीम टरबाइनों से चलने वाली मशीन को **स्टीम टर्बाइन इंजन** कहा जाता है। यह एक प्रकार का थर्मल इंजन है जो स्टीम के दबाव और वेग का उपयोग यांत्रिक कार्य करने के लिए करता है। स्टीम टरबाइनों का उपयोग बिजली उत्पादन, जहाज प्रणोदन और अन्य औद्योगिक अनुप्रयोगों में बड़े पैमाने पर किया जाता है।
17. ध्रुव के ऋण चालक पर H.T. ऊपरी शीर्ष चालक का धारण करने के लिए किस प्रकार विद्युत रोधक का प्रयोग होता है ?
(A) स्थिर (स्टे)
(B) पिन प्ररूप विद्युत रोधक
(C) खम्भा विद्युत रोधक
(D) शैकल
Solution:
विद्युत रोधक, ध्रुव के ऋण चालक और ऊपरी शीर्ष चालक के बीच एक विद्युत अवरोध बनाते हैं। ये गैर-संचालक सामग्री से बने होते हैं जो धारा को प्रवाहित नहीं करते हैं। विद्युत रोधक विद्युत क्षेत्र को उच्च प्रतिरोध प्रदान करते हैं, जिससे धारा को ध्रुव के ऋण चालक से ऊपरी शीर्ष चालक में प्रवाहित होने से रोकते हैं। इस प्रकार, वे ऊपरी शीर्ष चालक को सुरक्षित रूप से उठाने और इसे जमीन से विद्युत रूप से अलग करने की अनुमति देते हैं।
18. निकल आयरन सैल में अपघटय होता है?
(A) तनु गन्धक का अम्ल
(B) तनु अमोनियम हाइड्राॅक्साइड
(C) तनु हाइड्रोक्लोरिक एसिड
(D) तनु पोटॆशियम हाइड्राॅक्साइड
Solution:
निकल आयरन सैल में अपघटय होता है क्योंकि:
* निकल एक अधिक सक्रिय धातु है और आयरन एक कम सक्रिय धातु है।
* सक्रिय धातुएँ कम सक्रिय धातुओं से विस्थापित हो जाती हैं।
* निकल आयरन आयनों को विलयन से विस्थापित करता है, जिससे आयरन सैल पर निकल जमा हो जाता है।
* यह विस्थापन एक अभिक्रिया है जो ऊर्जा छोड़ती है, जिससे यह एक ऊष्माक्षेपी प्रक्रिया बन जाती है।
19. मर्करी दि टकारी में आर्क वोल्टपात निर्भर करता है ?
(A) आर्क के ताप पर
(B) आर्क की लम्बाई पर
(C) पारे की शुद्धता पर
(D) उपर्युक्त सभी पर
Solution:
आर्क वोल्टपात, मरकरी डायोड में आर्क की लंबाई पर निर्भर करता है। आर्क लंबाई जितनी कम होगी, आर्क वोल्टपात उतना ही कम होगा। यह इस तथ्य के कारण है कि छोटी आर्क लंबाई के लिए इलेक्ट्रॉनों को एनोड से कैथोड तक पार करने के लिए कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है। जैसे-जैसे आर्क की लंबाई बढ़ती है, इलेक्ट्रॉनों को कैथोड तक पहुंचने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिसके परिणामस्वरूप उच्च आर्क वोल्टेज होता है।
20. वेष्ठनों पर वार्निश की परत चढाने का उद्देश्य है ?
(A) वेष्ठनों पर अतिरिक्त विद्युतरोगी परत चढाना
(B) वेष्ठनों को कम्पनयुक्त करना
(C) वेष्ठनों का विद्युतरोध चढाना
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
वार्निश की परत वेष्ठनों पर निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए चढ़ाई जाती है:
* **संरक्षण:** यह नमी, खरोंच और अन्य बाहरी कारकों से लकड़ी की रक्षा करती है, जिससे इसकी उम्र और टिकाऊपन बढ़ जाता है।
* **सौंदर्य में वृद्धि:** वार्निश लकड़ी के प्राकृतिक दाने और रंग को उभारता है, जिससे यह अधिक आकर्षक और परिष्कृत दिखाई देता है।
* **जल प्रतिरोधी:** वार्निश एक जल-प्रतिरोधी अवरोध बनाता है जो लकड़ी को सूजन,翘ना और सड़न से बचाता है।
* **साफ करने में आसानी:** वार्निश की चिकनी सतह धूल और गंदगी के जमाव को रोकती है, जिससे वेष्ठन को साफ करना आसान हो जाता है।
* **सतह की कठोरता:** यह लकड़ी की सतह को कठोर करता है, जिससे यह खरोंच और डेंट के लिए अधिक प्रतिरोधी बन जाता है।