Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
51. निम्न में से किस मोटर को पश्चगामी अथवा अग्रगामी शक्ति गुणक पर सरलता से प्रचलित किया जा सकता है ?
(A) तुल्यकाली मोटर
(B) पिंजरा प्रारूपी मोटर
(C) स्लिप-रिंग प्रेरण मोटर
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
समेक्षण मोटर को पश्चगामी या अग्रगामी शक्ति गुणक पर आसानी से संचालित किया जा सकता है। समेक्षण मोटर एक प्रकार की प्रेरण मोटर है जिसमें एक घाव स्टेटर और एक शॉर्ट-सर्किटेड रोटर होता है। इसका एक उच्च शुरूआती टॉर्क होता है और इसे विभिन्न गति और टॉर्क आवश्यकताओं के अनुकूल बनाया जा सकता है। यह इसे पश्चगामी और अग्रगामी शक्ति गुणक दोनों अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाता है।
52. अर्थ का प्रतिरोध कम किया जा सकता है ?
(A) दो अर्थ प्लेटों का प्रयोग करके
(B) प्लेट की गहराई बढाकर
(C) पानी डालकर
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
The resistance of a conductor can be reduced by:
1. **Increasing the conductor cross-sectional area:** A wider conductor provides a larger path for electrons to flow, reducing resistance.
2. **Using a conductor with a lower resistivity:** Materials with low resistivity, such as copper and silver, offer less resistance to electron flow.
3. **Shortening the conductor length:** A shorter conductor provides a shorter path for electrons to travel, reducing resistance.
4. **Maintaining a lower temperature:** Resistance increases with temperature, so keeping the conductor cooler reduces resistance.
5. **Using superconducting materials:** Superconductors have zero resistance, eliminating resistance entirely at very low temperatures.
53. प्रतिष्ठमंता संगत है ?
(A) चालकता के
(B) चुम्बकशीलता के
(C) प्रतिरोधकता के
(D) उपर्युक्त में किसी के नहीं
Solution:
संगति का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा होता है। जैसा सत्संगति व्यक्ति को उन्नति की ओर ले जाती है, वैसे ही कुसंगति व्यक्ति को अधोगति की ओर खींचती है।
अच्छी संगति (प्रतिष्ठमंता संगत) से व्यक्ति को सकारात्मक आदतें, मूल्य और विचार प्राप्त होते हैं। यह व्यक्ति को प्रेरणा, मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करती है, जिससे व्यक्ति अपनी क्षमता का एहसास कर सकता है और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है।
इसके विपरीत, बुरी संगति (कुसंगति) व्यक्ति को नकारात्मक आदतों, मूल्यों और विचारों से परिचित कराती है। यह व्यक्ति को गलत रास्ते पर ले जा सकती है, जिससे हानिकारक परिणाम हो सकते हैं। इसलिए, अच्छी संगति चुनना व्यक्ति की प्रगति और भलाई के लिए आवश्यक है।
54. मीट्रिक प्रणाली में सुपर इनमैल्ड ताम्र तार का आकार व्यक्त किया जाता है ?
(A) ओम में प्रतिरोध
(B) मिमी में व्यास
(C) चालकों की संख्या में
(D) मिमी२ में अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल
Solution:
मीट्रिक प्रणाली में, सुपर इनैमल्ड कॉपर तार के आकार को मिलीमीटर (मिमी) में व्यक्त किया जाता है। यह तार की चालकता की एक माप है, जो तार के पार विद्युत प्रवाह को संचालित करने की इसकी क्षमता को इंगित करता है। तार जितना पतला होता है, चालकता उतनी ही कम होती है, और तार जितना मोटा होता है, चालकता उतनी ही अधिक होती है। सुपर इनैमल्ड कॉपर तार का आकार आमतौर पर 0.025 मिमी से 5.0 मिमी तक होता है, जिसमें छोटे आकार उच्च चालकता का संकेत देते हैं।
55. कण्डय़ूट वायरिंग में पाइप में चूड़ी डालने हेतु ?
(A) कण्डयूट डाइ काम आती है
(B) पाइप रिंच काम आती है
(C) पाइप वाइस काम आती है
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
कंड्यूट वायरिंग में पाइप में चूड़ी डालने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जाता है:
* **पाइप को चिह्नित करें:** उस स्थान को चिह्नित करें जहां चूड़ी डाली जाएगी।
* **पाइप को काटें:** चिह्नित स्थान पर पाइप को सावधानी से काटें।
* **एज को साफ करें:** कटे हुए किनारों को किसी बर्र या खुरदरेपन को दूर करने के लिए फाइल करें।
* **चूड़ी डालें:** चूड़ी को पाइप के कटे हुए सिरे पर रखें और दबाएं।
* **चूड़ी को सुरक्षित करें:** चूड़ी को जगह पर सुरक्षित करने के लिए पाइप क्लैंप या अन्य उपयुक्त विधियों का उपयोग करें।
56. रेल्वे सिग्नल व जमीन के अंदर काम में लेते है ?
(A) वी. आई. आर. तार
(B) ट्रोपोड्योर तार
(C) पी. वी. सी. तार
(D) लैड कवर्ड तार
Solution:
रेलवे सिग्नल जमीन के अंदर कार्य करते हैं, जिसके लिए आवश्यक सिग्नल जानकारी को प्रसारित करने के लिए केबलों का उपयोग किया जाता है। ये केबल जमीन में दबे हुए होते हैं, जिससे वे बाहरी क्षति से सुरक्षित रहते हैं। केबलों के माध्यम से प्रसारित सिग्नल ट्रेन की गति, मार्ग और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ये सिग्नल स्विच, क्रॉसिंग और अन्य संभावित खतरनाक क्षेत्रों के पास स्थित होते हैं, जिससे ट्रेन संचालन को सुरक्षित और कुशल बनाए रखने में मदद मिलती है।
57. रनिंग वाइण्डिंग व स्टार्टिंग वाइण्डिंग अधिकतर की जाती है ?
(A) कैपेसिटर स्टार्ट कैपेसिटर रन मोटर में
(B) कैपेसिटर परमानेण्ट मोटर में
(C) स्लिट फेज मोटर में
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
रनिंग वाइंडिंग और स्टार्टिंग वाइंडिंग को आमतौर पर इंडक्शन मोटर्स में उपयोग किया जाता है।
रनिंग वाइंडिंग मोटर को निरंतर चलाती है, जबकि स्टार्टिंग वाइंडिंग केवल मोटर को शुरू करने में मदद करती है।
रनिंग वाइंडिंग में आमतौर पर अधिक तार का उपयोग किया जाता है और यह उच्च प्रतिरोध वाला होता है, जबकि स्टार्टिंग वाइंडिंग में कम तार का उपयोग किया जाता है और यह कम प्रतिरोध वाला होता है।
जब मोटर शुरू होती है, तो स्टार्टिंग वाइंडिंग को चालू किया जाता है, जो एक उच्च प्रारंभिक टोक़ प्रदान करता है। जैसे-जैसे मोटर गति प्राप्त करती है, स्टार्टिंग वाइंडिंग को बंद कर दिया जाता है और रनिंग वाइंडिंग मोटर को संचालित करना जारी रखती है।
58. रियोस्टेटिक स्टार्टर में प्रतिरोध लगाया जाता है ?
(A) नाइक्रोम तार का
(B) यूरेका तार का
(C) तांबें तार का
(D) टंगस्टन तार का
Solution:
एक रियोस्टेटिक स्टार्टर में प्रतिरोध लगाया जाता है:
* मोटर के स्टेटर सर्किट में स्टार्टअप के दौरान धारा को सीमित करने के लिए
* मोटर को रोटेशन की रेटेड गति तक पहुंचने की अनुमति देने के लिए धारा को धीरे-धीरे कम करने के लिए
* मोटर के शुरुआती टॉर्क को नियंत्रित करने के लिए, जो कुछ अनुप्रयोगों में आवश्यक हो सकता है
59. थ्री फेज इंडक्शन मोटर की रेटिंग होती है ?
(A) KW
(B) KVA
(C) HP
(D) KVAR
Solution:
एक तीन-फेज इंडक्शन मोटर की रेटिंग उसकी पावर आउटपुट, वोल्टेज, करंट और गति को निर्दिष्ट करती है। आम तौर पर, इसे निम्नलिखित के रूप में व्यक्त किया जाता है:
**रेटेड पावर (kW):** मोटर द्वारा प्रदान की गई यांत्रिक शक्ति
**रेटेड वोल्टेज (V):** मोटर को संचालित करने के लिए आवश्यक इनपुट वोल्टेज
**रेटेड करंट (A):** मोटर में प्रवाहित होने वाला धारा जिस पर यह रेटेड पावर प्रदान करता है
**रेटेड गति (rpm):** मोटर का सिंक्रोनस गति, यानी वह गति जिस पर रोटर स्टेटर चुंबकीय क्षेत्र के साथ सिंक्रोनाइज़ होता है
60. किसी कुण्डली का Q घटक बढाने पर ?
(A) पावर फैक्टर अपरिवर्तित रहता है
(B) पावर फैक्टर घटता है
(C) पावर फैक्टर बढता है
(D) पावर क्षय बढ अथवा घट सकता है
Solution:
When the Q-factor of a coil is increased, it signifies a reduction in energy loss due to resistance and an increase in energy storage due to inductance. This results in:
- **Reduced damping:** The coil oscillates with less energy dissipation, maintaining vibrations for a longer duration.
- **Sharpened resonance peak:** The frequency response becomes more selective, with a narrower bandwidth around the resonant frequency.
- **Increased energy storage:** The coil stores more energy due to the higher ratio of inductive energy to resistive energy.
- **Improved efficiency:** The reduction in energy loss enhances the overall efficiency of the coil in circuits like LC resonators or inductive filters.