Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
601. परमानेन्ट कैपेसिटर की मोटर की दिशा बदली जा सकती है ?
(A) कैपेसिटर तारों को बदलकर
(B) सप्लाई तारों को बदलकर
(C) सहायक वाइन्डिंग के तार बदलकर
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
स्थायी संधारित्र मोटरों में दिशा को नहीं बदला जा सकता है। वे एकल-दिशा वाली मोटरें हैं, और उनकी दिशा विनिर्माण के दौरान निर्धारित की जाती है और बाद में नहीं बदली जा सकती। इस प्रकार की मोटरों का उपयोग उन अनुप्रयोगों में किया जाता है जहां एक निरंतर घूर्णन दिशा की आवश्यकता होती है, जैसे कि पंखे, ब्लोअर और पंप।
602. घरेलू फ्रिज में प्रयुक्त मोटर होती है ?
(A) कैपेसिटर मोटर
(B) डी. सी. शंट मोटर
(C) डीसी. श्रेणी मोटर
(D) यूनिवर्सल मोटर
Solution:
घरेलू फ्रिज में एक हर्मेटिक रूप से सीलबंद कंप्रेसर मोटर होती है। यह मोटर एक रेफ्रिजरेंट गैस को संकुचित करती है, जिससे उसका तापमान और दबाव बढ़ जाता है। इसके बाद गर्म गैस को कंडेनसर में ले जाया जाता है, जहां यह गर्मी छोड़ती है और तरलीकृत हो जाती है। तरल रेफ्रिजरेंट फिर एक विस्तार वाल्व से गुजरता है, जो इसके दबाव को कम करता है। इस दबाव में कमी के कारण तरल रेफ्रिजरेंट वाष्पीकृत हो जाता है, जिससे इसकी ऊर्जा अवशोषित हो जाती है। वाष्पीकृत रेफ्रिजरेंट तब बाष्पीकरणकर्ता में प्रवेश करता है, जहां यह फ्रिज के अंदर से गर्मी को अवशोषित करता है। वाष्पीकृत रेफ्रिजरेंट फिर कंप्रेसर में वापस आ जाता है, और चक्र दोहराया जाता है।
603. एक लौह चुम्बकीय कोर का चुम्बकन व विचुम्बकन किया जाता है। इसमें हिस्टेरिसिस हानि केवल तब होगी, जब चक्र ?
(A) प्रत्यावर्ती
(B) स्पंदित हो
(C) परिभ्रमण करने वाला हो
(D) उपयुक्त में से कोई भी होने पर
Solution:
जब एक लौह चुम्बकीय कोर का चुम्बकन व विचुम्बकन किया जाता है, तो हिस्टेरिसिस हानि तभी होती है जब चक्र:
* **बंद लूप नहीं होता है**
इसका मतलब है कि चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता (H) और चुम्बकीय प्रेरण (B) का मान ग्राफ़ पर एक बंद वक्र में नहीं लौटता है। चक्र के बाहर का क्षेत्र हिस्टेरिसिस हानि का प्रतिनिधित्व करता है, जो चुम्बकीय सामग्री के भीतर ऊर्जा का अपरिवर्तनीय नुकसान है।
604. ट्रांजिस्टर N.P.N. के धारा एम्पलीफिकेशन गुणांक में स्थिर राशि है ?
(A) बेस धारा
(B) बेस वोल्टेज
(C) कलेक्टर वोल्टेज (संग्राहक विभव)
(D) एमिटर-बायस वोल्टेज
Solution:
ट्रांजिस्टर के धारा एम्पलीफिकेशन गुणांक (hFE) में स्थिर राशि आधार और कलेक्टर धाराओं का अनुपात है, जिसे "कॉमन-बेस कॉन्फ़िगरेशन" में मापा जाता है। यह अनुपात ट्रांजिस्टर की आंतरिक संरचना और गुणों पर निर्भर करता है और आमतौर पर ट्रांजिस्टर के लिए विशिष्ट होता है। hFE को अक्सर "बीटा" (β) के रूप में भी दर्शाया जाता है और यह ट्रांजिस्टर के प्रवर्धन क्षमता को इंगित करता है। उच्च hFE वाला ट्रांजिस्टर इनपुट धारा में छोटे परिवर्तनों के लिए भी उच्च धारा लाभ प्रदान करेगा।
605. किस मोटर में आघूर्ण में समान वृद्धि पर आर्मेचर धारा में न्यूनतम वृद्धि होती है ?
(A) श्रेणी मोटर
(B) शंट मोटर
(C) संचयी कम्पाउंड मोटर
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
शंट मोटर में आघूर्ण में समान वृद्धि पर आर्मेचर धारा में न्यूनतम वृद्धि होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शंट मोटर में आर्मेचर और फील्ड कुंडली समांतर में जुड़े होते हैं। इसलिए, आघूर्ण में वृद्धि मुख्य रूप से फील्ड करंट में वृद्धि के कारण होती है, जिससे आर्मेचर करंट में केवल मामूली वृद्धि होती है।
606. एक छड़ चुम्बक को L की शक्ल में मोड़ा गया है। मुड़े हुए चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण?
(A) प्रारम्भिक मान का गुना हो जायेगा
(B) प्रारम्भिक मान का आधा हो जायेगा
(C) शून्य हो जाएगा
(D) परिवर्तित नहीं होगा
Solution:
जब एक छड़ चुंबक को L आकार में मोड़ा जाता है, तो इसके चुंबकीय आघूर्ण का मान मूल छड़ चुंबक के चुंबकीय आघूर्ण के आधे के बराबर होता है। यह इस तथ्य के कारण है कि चुंबकीय आघूर्ण चुंबक के क्षेत्रफल और उसके चुंबकीयकरण के वेक्टर गुणनफल के बराबर होता है। जब चुंबक को मोड़ा जाता है, तो क्षेत्रफल आधा हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप चुंबकीय आघूर्ण भी आधा हो जाता है।
607. थ्री फेज इंडक्शन मोटर की रेटिंग होती है ?
(A) KW
(B) KVA
(C) HP
(D) KVAR
Solution:
एक तीन-फेज इंडक्शन मोटर की रेटिंग उसकी पावर आउटपुट, वोल्टेज, करंट और गति को निर्दिष्ट करती है। आम तौर पर, इसे निम्नलिखित के रूप में व्यक्त किया जाता है:
**रेटेड पावर (kW):** मोटर द्वारा प्रदान की गई यांत्रिक शक्ति
**रेटेड वोल्टेज (V):** मोटर को संचालित करने के लिए आवश्यक इनपुट वोल्टेज
**रेटेड करंट (A):** मोटर में प्रवाहित होने वाला धारा जिस पर यह रेटेड पावर प्रदान करता है
**रेटेड गति (rpm):** मोटर का सिंक्रोनस गति, यानी वह गति जिस पर रोटर स्टेटर चुंबकीय क्षेत्र के साथ सिंक्रोनाइज़ होता है
608. पावर फैक्टर बढ़ाते समय सिन्क्रोनस मोटर कहलाती है ?
(A) सिन्क्रोनस कंडेन्सर की तरह मोटर
(B) इंडक्शन मोटर
(C) स्लिपरिंग मोटर
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
When the power factor is increased in a synchronous motor, it operates as an over-excited synchronous motor. In this condition, the motor draws a leading current from the supply, which helps improve the power factor of the entire system. The leading current offsets the lagging currents drawn by inductive loads, resulting in a reduced overall reactive power demand and an improved power factor.
609. बैटरी को लगातार अधिक चार्ज एवं डिस्चार्ज करने से ?
(A) प्लेटों का मुड़ना शुरू हो जाता है
(B) प्लेटों का टूटना शुरू हो जाता है
(C) सल्फेशन होता है
(D) डिपोलेराइजेशन होता है
Solution:
लगातार अधिक चार्ज और डिस्चार्ज करने से बैटरी में कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं:
* **क्षमता में कमी:** साइकिलिंग (चार्ज-डिस्चार्ज) के साथ, बैटरी ऊर्जा संग्रहीत करने की अपनी क्षमता खोना शुरू कर देती है।
* **जीवनकाल में कमी:** लगातार चार्ज और डिस्चार्ज से इलेक्ट्रोलाइट का क्षरण होता है, जिससे बैटरी का जीवनकाल कम हो जाता है।
* **आंतरिक प्रतिरोध में वृद्धि:** चार्ज-डिस्चार्ज साइकिल प्लेटों पर लेड सल्फेट के निर्माण का कारण बनती हैं, जिससे बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध बढ़ जाता है।
* **वोल्टेज में कमी:** बार-बार साइकिल चलाने से बैटरी का वोल्टेज कम हो जाता है, जिससे उपकरणों का संचालन करने में दक्षता कम हो जाती है।
* **गर्मी का निर्माण:** चार्ज और डिस्चार्ज के दौरान गर्मी उत्पन्न होती है, जिससे बैटरी को नुकसान पहुंच सकता है यदि इसे ठीक से प्रबंधित नहीं किया जाता है।
610. श्रेणी अनुवाद परिपथ में वोल्टेज सोर्स का प्रतिरोध होना चाहिए ?
(A) शून्य
(B) कम
(C) उच्च
(D) उपर्युक्त में कोई नहीं
Solution:
श्रेणी अनुवाद परिपथ में वोल्टेज स्रोत का प्रतिरोध इसलिए होना चाहिए कि यह परिपथ में धारा को सीमित करता है और वोल्टेज को स्थिर रखता है। बिना प्रतिरोध के, धारा अनियंत्रित रूप से बढ़ सकती है, जिससे परिपथ को नुकसान हो सकता है। प्रतिरोध करंट को सीमित करता है, जो बदले में लोड में वोल्टेज को स्थिर रखता है। इसके अतिरिक्त, वोल्टेज सोर्स के प्रतिरोध से परिपथ को अचानक धारा स्पाइक से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद मिलती है।