Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
91. घर की वायरिंग तार के किस आकार की होनी चाहिए?
(A) 25 SWGE तार की
(B) 20 SWG ताँबे की
(C) 14 SWG ताँबे की
(D) 8swg GIR तार
Solution:
**घर की वायरिंग तार का आकार**
घर की वायरिंग तार का आकार उपयोग किए जाने वाले उपकरणों के भार और सर्किट की लंबाई पर निर्भर करता है। अधिक भार और लंबी दूरी के लिए बड़े तार की आवश्यकता होती है। आम तौर पर, निम्न आकार का उपयोग किया जाता है:
* लाइट और आउटलेट: 14 गेज
* बड़े उपकरण (रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर): 12 गेज
* इलेक्ट्रिक ओवन और ड्रायर: 10 गेज
* सबपैनल को फीडर: 8 या 6 गेज
तार का आकार जितना छोटा होता है, तार उतना ही मोटा होता है। सही आकार का उपयोग करने से विद्युत अधिभार और आग को रोका जा सकता है।
92. फ्यूल सैलों का प्रयोग कहाँ किया जाता है ?
(A) टरबाइन चलाने में
(B) परमाणु रिएक्टर में
(C) जैमिनी स्पेस क्राफ्ट में
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
फ्यूल सेल विद्युत रासायनिक उपकरण होते हैं जो रासायनिक ऊर्जा को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। उनका उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों में किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
* **वाहन:** ईंधन-कुशल और उत्सर्जन मुक्त वाहन, जैसे कार, बस और ट्रक।
* **पोर्टेबल उपकरण:** विद्युत शक्ति प्रदान करने के लिए लैपटॉप, स्मार्टफोन और अन्य उपकरण।
* **बैकअप पावर:** अस्पतालों, डेटा केंद्रों और दूरसंचार प्रणालियों में विश्वसनीय बिजली आपूर्ति।
* **सहायक शक्ति:** सैन्य अनुप्रयोगों में पोर्टेबल और शांत ऊर्जा स्रोत।
* **निर्बाध बिजली आपूर्ति:** बिजली आउटेज के दौरान घरों और व्यवसायों के लिए आपातकालीन बिजली।
93. सिन्क्रोनोस्कोप मोटर होती है ?
(A) सिंगर लेयर वाली बाइण्डिंग केवल स्टेटर में
(B) स्टेटर व रोटर दोनों वाउण्ड किए होते हैं
(C) दोनो
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
एक सिन्क्रोनोस्कोप मोटर एक AC मोटर है जो वैकल्पिक धारा (AC) पावर सिस्टम में वोल्टेज के चरण कोण को इंगित करती है। यह एक रोटर और एक स्टेटर से बना होता है, और जब स्टेटर को AC पावर की आपूर्ति की जाती है, तो यह एक घूर्णन चुंबकीय क्षेत्र बनाता है। रोटर इस चुंबकीय क्षेत्र के साथ लॉक हो जाता है और उसी गति से घूमता है। सिन्क्रोनोस्कोप मोटर का उपयोग पावर सिस्टम में जनरेटर के समानांतरण के लिए किया जाता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे एक ही वोल्टेज और आवृत्ति पर चल रहे हैं।
94. यदि मिक्सर की आर्मेचर-कुण्डलन खुली हुई है, तो ?
(A) मिक्सर गर्म हो जाएगा
(B) मिक्सर निम्न गति पर चलेगा
(C) मिक्सर उच्च गति पर चलेगा
(D) मिक्सर चलेगा ही नहीं
Solution:
If the armature winding of a mixer is open, the current will not be able to flow through the winding, and the motor will not be able to rotate. This can be caused by a break in the winding wire, a loose connection, or a burnt-out coil. An open armature winding will prevent the mixer from operating properly and will need to be repaired or replaced.
95. उच्च वोल्टेज पर पावर ट्रांसमिशन से ?
(A) वोल्टॆज रैगुलेशन पर कोई प्रभाव नहीं होता
(B) वोल्टॆज रैगुलेशन खराब होता है
(C) वोल्टॆज रैगुलेशन उत्तम होता है
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
High-voltage power transmission involves transmitting electricity at extremely high voltages to minimize power losses during long-distance transmission. This is achieved by stepping up the voltage from the generating station using transformers to reduce current flow and hence energy loss. At the receiving end, the voltage is stepped down to usable levels using transformers. High-voltage transmission lines require specialized equipment and safety measures due to the high voltage involved. This method enables efficient and cost-effective transmission of power over long distances.
96. ट्रांसफार्मर डी.सी. वोल्टता को ?
(A) समान वोल्टता पर रूपान्तरित कर सकता है
(B) अधिक कर सकता है
(C) कम कर सकता है
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
ट्रांसफार्मर डीसी वोल्टता को परिवर्तित नहीं कर सकते क्योंकि वे केवल प्रत्यावर्ती धारा (एसी) के साथ कार्य करते हैं। ट्रांसफार्मर एसी सर्किट में दो इंडक्टर होते हैं जिनके बीच चुंबकीय युग्मन होता है, और वे एसी वोल्टेज को एक सर्किट से दूसरे सर्किट में स्थानांतरित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। डीसी वोल्टेज में निरंतर ध्रुवता होती है, इसलिए यह चुंबकीय फ़्लक्स को प्रेरित नहीं कर सकता जो ट्रांसफार्मर के कार्य करने के लिए आवश्यक है।
97. सुरक्षा रिले का कार्य ट्रांसफार्मर में करती है
(A) एक्सप्लोइन वेन्ट
(B) टेम्प्रेचर गेज
(C) बकोल्ज रिले
(D) अर्थिग प्वाइन्ट
Solution:
सुरक्षा रिले ट्रांसफार्मर की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह ट्रांसफार्मर को ओवरलोड, शॉर्ट सर्किट और अन्य विद्युत दोषों से बचाता है। सुरक्षा रिले ट्रांसफार्मर के विद्युत मापदंडों की निगरानी करता है, जैसे करंट और वोल्टेज, और यदि ये पैरामीटर पूर्व निर्धारित सीमा से अधिक हो जाते हैं, तो रिले ट्रांसफार्मर को डिस्कनेक्ट कर देता है। यह क्षति को रोकता है और ट्रांसफार्मर के सुरक्षित और विश्वसनीय संचालन को सुनिश्चित करता है।
98. डी. सी. कैपेसिटर का व्यवहार होता है ?
(A) शॉर्ट सर्किट के समान
(B) ओपन सर्किट के समान
(C) उसी प्रकार जिस प्रकार ac पर होता है
(D) उपर्युक्त में कोई नहीं
Solution:
डी.सी. कैपेसिटर एक खुले परिपथ की तरह व्यवहार करता है, जो डी.सी. धारा को गुजरने नहीं देता है। यह कैपेसिटर प्लेटों पर विद्युत आवेश को जमा करता है, जो एक विद्युत क्षेत्र बनाता है जो डी.सी. धारा को कैपेसिटर से होकर बहने से रोकता है। हालांकि, ए.सी. संकेतों के साथ, कैपेसिटर आवेश और विसर्जन चक्र से गुजरता है क्योंकि ए.सी. धारा दिशा को उलट देती है, जिससे कैपेसिटर ए.सी. आवृत्ति के आधार पर प्रतिरोधक की तरह व्यवहार करता है।
99. रेल्वे सिग्नल व जमीन के अंदर काम में लेते है ?
(A) वी. आई. आर. तार
(B) ट्रोपोड्योर तार
(C) पी. वी. सी. तार
(D) लैड कवर्ड तार
Solution:
रेलवे सिग्नल जमीन के अंदर कार्य करते हैं, जिसके लिए आवश्यक सिग्नल जानकारी को प्रसारित करने के लिए केबलों का उपयोग किया जाता है। ये केबल जमीन में दबे हुए होते हैं, जिससे वे बाहरी क्षति से सुरक्षित रहते हैं। केबलों के माध्यम से प्रसारित सिग्नल ट्रेन की गति, मार्ग और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ये सिग्नल स्विच, क्रॉसिंग और अन्य संभावित खतरनाक क्षेत्रों के पास स्थित होते हैं, जिससे ट्रेन संचालन को सुरक्षित और कुशल बनाए रखने में मदद मिलती है।
100. वोल्ट मीटर की रेन्ज बढायी जा सकती है ?
(A) कैपेसिटीर सिरीज में जोड़कर
(B) सिरीज में मल्टीप्लायर जोड़कर
(C) सिरीज में उच्च प्रतिरोध जोड़कर
(D) चोक सिरीज में जोड़कर
Solution:
**वोल्टमीटर की रेंज बढ़ाने के तरीके:**
वोल्टमीटर की रेंज बढ़ाने के लिए, एक उच्च प्रतिरोधक को समानांतर में जोड़ा जाता है। यह प्रतिरोधक वोल्टमीटर के माध्यम से बहने वाली धारा को सीमित करता है, जिससे उच्च वोल्टेज को मापना संभव हो जाता है।
उच्च वोल्टेज को मापने के लिए, वोल्टमीटर के समानांतर प्रतिरोधक का मान निम्न सूत्र द्वारा निर्धारित किया जाता है:
```
Rp = (Vmax - Vf) / Im
```
जहाँ:
* Rp = समानांतर प्रतिरोधक का मान (ओम में)
* Vmax = अधिकतम वोल्टेज जो मापा जाना है (वोल्ट में)
* Vf = वोल्टमीटर की पूर्ण-पैमाने की रेंज (वोल्ट में)
* Im = वोल्टमीटर का पूर्ण-पैमाने का धारा (माइक्रोएम्पीयर में)