Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
121. MAT टाइप लैम्प में विशेष स्विच लगता है, उसका नाम है ?
(A) थर्मल स्विच
(B) सिंगल वे स्विच
(C) टु-वे स्विच
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
MAT टाइप लैम्प में लगने वाले विशेष स्विच को **टच स्विच** कहते हैं। यह स्विच लैम्प के मेटल बेस से जुड़ा होता है और इसमें कोई यांत्रिक बटन नहीं होता है। स्पर्श संवेदनशीलता का उपयोग करके, यह स्विच हल्के स्पर्श से लैम्प को चालू और बंद कर सकता है। यह स्विच सुरक्षित, सुविधाजनक और स्टाइलिश है, जिससे MAT टाइप लैम्प को ऑपरेट करना आसान हो जाता है।
122. किसी वैद्युतिक चूल्हे का शुद्ध तन्तु के साथ प्रचालन तापमान है ?
(A) 1100'C से 1300'C
(B) 500'C से 600'C
(C) 300'C से 400'C
(D) 750'C से 900'C
Solution:
वैद्युतिक चूल्हे का शुद्ध तंतु का प्रचालन तापमान 1500 डिग्री सेल्सियस से 2000 डिग्री सेल्सियस तक होता है। यह तापमान तंतु द्वारा उत्सर्जित प्रकाश के रंग से निर्धारित होता है, जो लाल रंग से सफेद रंग में बदल जाता है जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है।
123. फ़्लैशिंग परिपथ में प्रयोग किया जा सकने वाला प्रतिदीप्त दीप है ?
(A) शीघ्र प्रारम्भी दीप
(B) पूर्व-तप्त दीप
(C) बैलास्ट दीप
(D) तुरंत प्रारम्भी दीप
Solution:
एक फ्लैशिंग सर्किट में उपयोग किया जाने वाला प्रतिदीप्त दीप **लाइट-एमिटिंग डायोड (LED)** है। LED एक अर्धचालक उपकरण है जो विद्युत धारा के प्रवाह पर प्रकाश का उत्सर्जन करता है। वे ऊर्जा-कुशल, लंबे समय तक चलने वाले और तेजी से चालू और बंद हो सकते हैं, जिससे वे फ्लैशिंग अनुप्रयोगों के लिए आदर्श विकल्प बन जाते हैं। LED तेज स्विचिंग गति, कम बिजली की खपत और विभिन्न रंगों में रोशनी उत्सर्जन की पेशकश करते हैं।
124. हैलोजन लैम्प में फिलामेंट काम आता है ?
(A) नाइक्रोम
(B) यूरेका
(C) मैगनिन
(D) टंगस्टन
Solution:
हैलोजन लैंप में, फिलामेंट का उपयोग ताप उत्पन्न करने और प्रकाश का उत्सर्जन करने के लिए किया जाता है। जब विद्युत प्रवाह फिलामेंट से गुजरता है, तो यह प्रतिरोध के कारण गर्म हो जाता है और दृश्यमान प्रकाश का उत्सर्जन करता है। हैलोजन गैस की उपस्थिति फिलामेंट से वाष्पित होने वाले टंगस्टन परमाणुओं को फिर से वाष्पित करती है, फिलामेंट के जीवन को लम्बा करती है और लैंप की दक्षता में सुधार करती है।
125. नाइक्रोम तार बनाया जाता है ?
(A) निकिल व पीतल का
(B) निकिल व तांबे का
(C) निकिल व जस्ते का
(D) निकिल व क्रोमियम का
Solution:
नाइक्रोम तार एक मिश्र धातु है जिसमें निकेल (80%), क्रोमियम (20%), और कभी-कभी अन्य तत्व होते हैं। इसे उच्च तापमान प्रतिरोध, ऑक्सीकरण प्रतिरोध और लचीलेपन के लिए जाना जाता है।
नाइक्रोम तार को पिघले हुए धातुओं को मिलाकर और फिर ठंडा करके बनाया जाता है। परिणामी मिश्र धातु को तार खींचा जाता है और वांछित आकार में बनाया जाता है। नाइक्रोम तार का उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों में किया जाता है, जैसे प्रतिरोधक, हीटिंग तत्व और थर्मोकपल।
126. एक यूनिवर्सल मोटर के स्पीड/लोड अभिलक्षण किस मोटर के समान होता है ?
(A) a.c. मोटर
(B) d.c. शंट मोटर
(C) d.c. श्रेणी मोटर
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
एक यूनिवर्सल मोटर का स्पीड/लोड अभिलक्षण एक सीरीज डीसी मोटर के समान होता है। दोनों मोटरों में स्पीड लोड के विपरीत आनुपातिक होती है, जिसका अर्थ है कि लोड बढ़ने पर स्पीड कम हो जाती है। इसी तरह, दोनों मोटरों का टॉर्क लोड के सीधे अनुपात में होता है, जिसका अर्थ है कि लोड बढ़ने पर टॉर्क बढ़ता है। यह अभिलक्षण उन्हें उच्च शुरुआती टॉर्क अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाता है, जैसे कि बिजली उपकरण और घरेलू उपकरण।
127. यदि बदलते हुए चुम्बकीय क्षेत्र में चालक को रखा जाए तो चालक में विद्युत वाहब बल उत्पन्न हो जाता है, नियम कहलाता है ?
(A) हेलिक्स का नियम
(B) फैराडे का द्वितीय नियम
(C) फैराडे का प्रथम नियम
(D) फ्लेमिंह का नियम
Solution:
**फैराडे का विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का नियम:**
यदि किसी चालक को एक बदलते हुए चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो चालक में एक विद्युत वाहक बल (ईएमएफ) उत्पन्न हो जाता है। इस ईएमएफ की दिशा ऐसे होती है कि यह उस चुंबकीय क्षेत्र का विरोध करती है जो इसे उत्पन्न कर रहा है।
128. धारा में रिपल बढने से ?
(A) धारा का ए.सी. घटक कम होता है
(B) दिश्टधारा की Quality कम होती है
(C) दिश्टधारा की Quality बढती है
(D) धारा का ए.सी. घटक बढता है
Solution:
**Increase in Ripple Intensity in Flowing Water**
As water flows over obstacles or disturbances, it generates ripples. The intensity of these ripples is influenced by several factors:
* **Flow Velocity:** Faster flowing water creates larger and more frequent ripples.
* **Depth:** Shallower water produces stronger ripples due to increased interaction with the bottom surface.
* **Obstruction Size and Shape:** Larger or irregular obstacles create more pronounced ripples as they disrupt the flow more significantly.
* **Water Density:** Denser water (e.g., saltwater) generates weaker ripples than less dense water (e.g., freshwater).
When any of these factors change, the intensity of the ripples adjusts accordingly. Understanding these factors helps researchers analyze water flow patterns, detect submerged objects, and predict hydrodynamic forces.
129. नयी वायरिंग को टैस्ट करने के तरीके हैं ?
(A) चालकों का अर्थ टैस्ट
(B) ओपन सर्किट टैस्ट
(C) शॉर्ट सर्किट टेस्ट
(D) उपर्यक्त सभी
Solution:
नई वायरिंग का परीक्षण करने के तरीके:
* **कंटीन्यूटी परीक्षण:** यह परीक्षण तारों के बीच लगातार संबंध की जाँच करता है।
* **इन्सुलेशन प्रतिरोध परीक्षण:** यह परीक्षण तारों के इन्सुलेशन की गुणवत्ता का परीक्षण करता है।
* **अर्थिंग निरंतरता परीक्षण:** यह परीक्षण तारों और अर्थिंग सिस्टम के बीच एक सुरक्षित कनेक्शन की पुष्टि करता है।
* **विद्युत स्थापना प्रणाली का निरीक्षण:** इसमें वायरिंग और घटकों की दृश्य जांच शामिल है, जैसे सॉकेट, स्विच और अर्थिंग।
* **वोल्टेज परीक्षण:** यह परीक्षण यह सुनिश्चित करता है कि तारों को उचित वोल्टेज पर संचालित किया जा रहा है।
130. कंड्यूट पाइप वायरिंग में अर्थ तार फिट की जाती है ?
(A) शेडल द्वारा
(B) अर्थ क्लिप द्वारा
(C) A व B दोनों द्वारा
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
कंड्यूट पाइप वायरिंग में अर्थ तार इसलिए फिट की जाती है क्योंकि यह विद्युत परिपथ में एक सुरक्षा उपाय प्रदान करती है। अर्थ तार अतिरिक्त विद्युत प्रवाह को जमीन में स्थानांतरित करता है, जिससे शॉर्ट सर्किट या आग लगने जैसे खतरों से बचाव में मदद मिलती है। अर्थ तार कंड्यूट पाइप से जुड़ी होती है, जो एक धातु का आवरण होता है जो तारों की सुरक्षा करता है। यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी शॉर्ट सर्किट की स्थिति में, अतिरिक्त प्रवाह को जमीन में स्थानांतरित किया जाता है, जिससे उपयोगकर्ताओं और उपकरणों की सुरक्षा होती है।