Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
131. Cosɸ किस मीटर पर लिखा आता है ?
(A) वाट मीटर पर
(B) फ्रीक्वेनसी मीटर पर
(C) पावर फैक्टर मीटर पर
(D) उपयुक्त सभी पर
Solution:
Cosɸ पॉवर फैक्टर मीटर पर लिखा आता है, जो विद्युत सर्किट में पॉवर फैक्टर को मापता है। पॉवर फैक्टर प्रतिबाधा (प्रतिरोध, प्रेरकत्व और समाई) और वोल्टेज और करंट के बीच के कोण के कारण सिस्टम में वास्तविक शक्ति (kW) और स्पष्ट शक्ति (kVA) का अनुपात है। Cosɸ 1 के करीब होने पर पॉवर फैक्टर अच्छा होता है, जो इंगित करता है कि सर्किट कम प्रतिक्रियाशील शक्ति की खपत कर रहा है। एक अच्छा पॉवर फैक्टर ऊर्जा दक्षता, सिस्टम स्थिरता और उपकरण जीवन को बढ़ाता है।
132. उच्च वोल्टेज पर पावर ट्रांसमिट करने का लाभ है कि ?
(A) पावर हानि कम होती है
(B) इससे लाइन इम्पीडैन्स में वोल्टॆज ड्राप कम होता है
(C) धारा का मान कम होता है
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
उच्च वोल्टेज पर विद्युत पारेषण से अधिकतम शक्ति को न्यूनतम नुकसान के साथ प्रेषित करने में सक्षम बनाता है। उच्च वोल्टेज पर, विद्युत धारा कम होती है, जिससे तारों में ऊर्जा नुकसान (I^2R) कम होता है। इससे लंबी दूरी तक विद्युत को कुशलता से प्रसारित करना संभव हो जाता है। इसके अतिरिक्त, उच्च वोल्टेज छोटे क्रॉस-अनुभागीय क्षेत्र वाले पतले तारों के उपयोग की अनुमति देता है, जो लागत और वजन को कम करता है।
133. ट्रांसफार्मर किस सिद्धान्त पर कार्य करता है ?
(A) फैराडॆ के इलेक्ट्रोमेग्नेट के नियम पर
(B) फ्लेमिंग के नियम पर
(C) म्युच्युअल इण्डक्शन पर
(D) उपयुक्त सभी पर
Solution:
एक ट्रांसफार्मर विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर काम करता है। यह दो या दो से अधिक कुंडलियों को लौह-चुंबकीय कोर के चारों ओर लपेटकर बनाया जाता है। जब प्राथमिक कुंडली से प्रत्यावर्ती धारा प्रवाहित की जाती है, तो यह कोर में एक बदलते चुंबकीय क्षेत्र का उत्पादन करती है। यह चुंबकीय क्षेत्र द्वितीयक कुंडली में एक विद्युत वाही बल (emf) प्रेरित करता है, जिसके परिणामस्वरूप द्वितीयक कुंडली में एक प्रत्यावर्ती धारा प्रवाहित होती है। इस प्रकार, ट्रांसफार्मर प्राथमिक कुंडली से द्वितीयक कुंडली में विद्युत शक्ति का स्थानांतरण करता है, जिससे वोल्टेज और धारा का स्तर या तो बढ़ाता या घटाता है।
134. ट्रांसफार्मर का कार्य है ?
(A) विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करना
(B) यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करना
(C) विद्युत उर्जा को बढाना
(D) विद्युत उर्जा का समान, अधिक अथवा कम वोल्ट्ता पर रूपान्तरण
Solution:
ट्रांसफार्मर ऐसे उपकरण हैं जो एक परिपथ में विद्युत ऊर्जा को दूसरे परिपथ में स्थानांतरित करते हैं, जबकि वोल्टेज को बढ़ाते या घटाते हैं। वे प्रेरण के सिद्धांत पर काम करते हैं, जहां एक प्राथमिक कॉइल से गुजरने वाली प्रत्यावर्ती धारा एक द्वितीयक कॉइल में चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करती है, जो बदले में उस कॉइल में विद्युत धारा उत्पन्न करती है। ट्रांसफार्मर बिजली वितरण प्रणालियों, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और अन्य अनुप्रयोगों में उपयोग किए जाते हैं जहां वोल्टेज के स्तर को बदलने की आवश्यकता होती है।
135. तुल्यकाली मोटर की गति ?
(A) स्टेटर में अथवा रोटर में प्रतिरोध पर निर्भर करती है
(B) वोल्टेज परिवर्तित कर कम या अधिक की जा सकती है
(C) स्थिर होती है
(D) लोड पर निर्भर करती है
Solution:
The synchronous motor speed is directly proportional to the supply frequency (f) and inversely proportional to the number of poles (P) in the motor.
Speed (N) = (120 * f) / P
where:
- N is the motor speed in revolutions per minute (RPM)
- f is the supply frequency in hertz (Hz)
- P is the number of poles in the motor
This relationship is based on the fact that a synchronous motor operates by synchronizing its rotation with the alternating current (AC) supply. The AC supply creates a rotating magnetic field in the motor, and the motor's rotor follows this field at a constant speed.
136. उच्च आवृत्ति पर कार्य करने वाले ट्रांसफार्मर के कोर के लिए प्रयुक्त किया जाने वाला पदार्थ होगा ?
(A) सिलिकाॅन इस्पात
(B) कार्बन
(C) फैराइट
(D) ताँबा
Solution:
उच्च आवृत्ति पर कार्य करने वाले ट्रांसफार्मर के लिए, कोर के रूप में उपयोग किया जाने वाला पदार्थ **फेराइट** है क्योंकि:
* यह कम कोर हानि प्रदान करता है, जो उच्च आवृत्तियों पर महत्वपूर्ण होता है।
* फेराइट की उच्च पारगम्यता कुशल चुंबकीय प्रवाह संचरण सुनिश्चित करती है।
* इसकी कम एड़ी धारा हानि उच्च आवृत्तियों पर कुशल संचालन की अनुमति देती है।
* फेराइट का उच्च विद्युत प्रतिरोध घुमावदार और कोर के बीच विद्युत इन्सुलेशन प्रदान करता है।
137. H² (स्केल पर) किस मीटर पर अंकित होता है
(A) उर्जा मीटर पर
(B) वाट मीटर पर
(C) पावर फैक्टर मीटर पर
(D) फ्रीक्वेन्सी मीटर पर
Solution:
H² (स्केल पर) 2 मीटर पर अंकित होता है।
स्केल पर प्रत्येक दीवार की ऊंचाई 1 मीटर होती है। जब पानी 1 मीटर ऊपर उठता है, तो स्केल पर पहले मीटर तक पानी से भर जाता है। इस बिंदु पर, पानी का स्तर 1 मीटर की रेखा या H¹ तक पहुंच जाता है।
जब पानी दूसरे मीटर तक ऊपर उठता है, तो स्केल पर दूसरे मीटर तक पानी से भर जाता है। इस बिंदु पर, पानी का स्तर 2 मीटर की रेखा या H² तक पहुंच जाता है। इसलिए, H² 2 मीटर पर अंकित होता है।
138. प्रतिरोध हीटिंग में प्रयुक्त एलीमैंट का एक महत्वपूर्ण गुण है ?
(A) उच्च गुणांक
(B) उच्च प्रतिरोधकता
(C) निम्न प्रतिरोध ताप गुणांक
(D) ये सभी
Solution:
प्रतिरोध हीटिंग में प्रयुक्त एलीमैंट का एक महत्वपूर्ण गुण उच्च प्रतिरोधकता है। उच्च प्रतिरोधकता एलीमैंट के माध्यम से विद्युत प्रवाह को बाधित करती है, जिससे जूल हीटिंग प्रभाव उत्पन्न होता है। यह प्रभाव विद्युत ऊर्जा को तापीय ऊर्जा में परिवर्तित करता है, जिससे एलीमैंट गर्म हो जाता है। उच्च प्रतिरोधकता वाले एलीमैंट अधिक गर्मी उत्पन्न करते हैं और उन्हें कम विद्युत शक्ति से संचालित किया जा सकता है।
139. डिजिटल वोल्टमीटर (DVM) प्रदर्शित करता है ?
(A) peak to peak मान
(B) r.m.s (r.m.s. value)
(C) अधिकतम मान (peak value)
(D) औसतन मान (average value)
Solution:
एक डिजिटल वोल्टमीटर (DVM) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो किसी सर्किट या घटक में वोल्टेज को मापता और प्रदर्शित करता है। यह एक एनालॉग वोल्टमीटर की तुलना में अधिक सटीक और विश्वसनीय होता है। DVM आमतौर पर वोल्टेज को मिलीवोल्ट, माइक्रोवोल्ट या नैनोवोल्ट में प्रदर्शित करता है। DVM का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का परीक्षण और निवारण, बैटरी के वोल्टेज की जाँच और सर्किट के वोल्टेज स्तरों की निगरानी के लिए किया जाता है।
140. बायोनेट कैप टाइप होल्डर कहॉं आता है ?
(A) इन्केन्डीसेन्ट लैम्प में
(B) 500 वाट के लैम्प में
(C) MA टाइप मर्करी लैम्प में
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
बायोनेट कैप टाइप होल्डर एक प्रकार का लैंप होल्डर है जिसका उपयोग बायोनेट कैप बेस वाले लैंप को जोड़ने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर छत, दीवारों या लैंप पर पाया जाता है, जहाँ यह प्रकाश स्रोत को सुरक्षित करता है और विद्युत कनेक्शन प्रदान करता है। बायोनेट कैप टाइप होल्डर को इसके विशिष्ट बायोनेट-शैली लॉकिंग मैकेनिज्म द्वारा पहचाना जा सकता है, जो लैंप को घुमाकर और जगह में बंद करके रखता है।