Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
141. किस मोटर में आघूर्ण में समान वृद्धि पर आर्मेचर धारा में न्यूनतम वृद्धि होती है ?
(A) श्रेणी मोटर
(B) शंट मोटर
(C) संचयी कम्पाउंड मोटर
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
शंट मोटर में आघूर्ण में समान वृद्धि पर आर्मेचर धारा में न्यूनतम वृद्धि होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शंट मोटर में आर्मेचर और फील्ड कुंडली समांतर में जुड़े होते हैं। इसलिए, आघूर्ण में वृद्धि मुख्य रूप से फील्ड करंट में वृद्धि के कारण होती है, जिससे आर्मेचर करंट में केवल मामूली वृद्धि होती है।
142. पेचकस का प्रयोग करते समय सावधानी रखेंगे?
(A) पेचकस पेचकस के हत्थे पर हैमर (हथौड़े) से चोट नहीं मारेंगे
(B) पेच के आकार के अनुसार
(C) इसका प्रयोग चौरसी के स्थान पर नहीं करेंगे
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
पेचकस का उपयोग करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण है:
* हमेशा सही आकार के पेचकस का उपयोग करें ताकि पेंच को नुकसान न पहुंचे या पेचकस टूट न जाए।
* पेचकस को सीधा पेंच में लगाएं और अत्यधिक बल न लगाएं।
* लकड़ी या प्लास्टिक के हैंडल वाले पेचकस का उपयोग न करें, क्योंकि बिजली के काम के दौरान वे करंट ले सकते हैं।
* पेचकस के ब्लेड को साफ रखें और जंग या क्षति के लिए नियमित रूप से निरीक्षण करें।
* उपयोग के बाद पेचकस को सुरक्षित स्थान पर रखें और बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
143. यूनिवर्सल मोटर (मिक्सी में) फील्ड वाइण्डिंग की जाती है ?
(A) एस.ई.तार 20 से 25 SWG
(B) मोटे तार से
(C) पतले तार से
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
यूनिवर्सल मोटर में, फील्ड वाइंडिंग की जाती है क्योंकि यह AC और DC दोनों प्रकार के विद्युत स्रोतों पर काम कर सकती है। स्टेटर पर फील्ड वाइंडिंग एक सीरीज-कनेक्टेड कॉइल होती है, जो आर्मेचर वाइंडिंग के समानांतर जुड़ी होती है। यह कॉन्फ़िगरेशन दोनों धाराओं के प्रवाह की अनुमति देता है, जिससे मोटर दोनों AC और DC पर काम करने में सक्षम हो जाती है।
144. स्टेटर पोल व रोटर पोल के मध्य बनता है ?
(A) फेज कोण
(B) रिटाडेंशन कोण
(C) कोसाइन कोण
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
**स्टेटर पोल और रोटर पोल के बीच चुंबकीय क्षेत्र**
स्टेटर पोल विद्युत चुंबक होते हैं जो स्टेटर के अंदर स्थित होते हैं और डीसी या एसी करंट द्वारा उत्तेजित होते हैं। वे चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करते हैं जो स्टेटर की परिधि के चारों ओर एक समान वितरण में होता है।
रोटर पोल स्थायी चुंबक या उत्तेजित विद्युत चुंबक होते हैं जो रोटर पर लगे होते हैं। वे एक दूसरे के समानांतर होते हैं और रोटर की परिधि के चारों ओर बराबर दूरी पर व्यवस्थित होते हैं।
स्टेटर और रोटर पोल के बीच का चुंबकीय क्षेत्र इंटरैक्शन रोटर को घुमाने के लिए आवश्यक बल प्रदान करता है। जब स्टेटर पोल को उत्तेजित किया जाता है, तो वे रोटर पोल के साथ चुंबकीय रूप से परस्पर क्रिया करते हैं, जिससे घूर्णन बल उत्पन्न होता है।
145. सोल्डर तार बनाया जाता है ?
(A) लैंड व टिन का
(B) जिंक व तांबे का
(C) तांबे व लैड का
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
सॉल्डर तार एक धातु मिश्र धातु है जो दो धातुओं को जोड़ने के लिए उपयोग की जाती है। इसे आमतौर पर टिन और लेड के मिश्रण से बनाया जाता है, लेकिन अन्य धातुओं जैसे तांबे, चांदी और जस्ता को भी इसमें जोड़ा जा सकता है। सॉल्डर तार को बनाने की प्रक्रिया में धातुओं को एक साथ पिघलाना और एक पतली तार में ढालना शामिल होता है। सॉल्डर तार को इलेक्ट्रॉनिक्स, प्लंबिंग और ज्वेलरी बनाने सहित विभिन्न अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है।
146. विद्युत यंत्र बनाने के लिए कौन-कौन से प्रभाव काम में लेते हैं ?
(A) तापीय प्रभाव
(B) इलेक्ट्रॉनिक प्रभाव
(C) चुंबकीय प्रभाव
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
विद्युत यंत्रों के निर्माण में निम्नलिखित प्रभावों का उपयोग किया जाता है:
* **विद्युत चुंबकीय प्रेरण:** चुंबकीय क्षेत्र में गतिमान चालकों में विद्युत धारा प्रेरित होती है।
* **घूर्णन चुंबकीय क्षेत्र:** स्थिर और गतिमान चुंबकों के संयोजन से उत्पन्न होता है, जो घूर्णन बल बनाता है।
* **परावैद्युत ध्रुवीकरण:** विद्युत क्षेत्र में परावैद्युत पदार्थ ध्रुवीकृत हो जाते हैं, जिससे संधारित्र में ऊर्जा का भंडारण होता है।
* **चुंबकीय अनुनाद:** विशिष्ट आवृत्ति पर प्रेरित चुंबकीय क्षेत्र पदार्थ में चुंबकीय अनुनाद पैदा करता है।
* **ट्रांसफॉर्मर प्रभाव:** चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग प्राथमिक और द्वितीयक कुंडलियों के बीच विद्युत ऊर्जा को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है।
147. यदि सिन्क्रोनस मोटर के 3 फेज में से एक शाट सर्किट हो जाये, तब मोटर ?
(A) अत्यधिक गरम हो जायेगी
(B) स्टार्ट हो जायेगी
(C) स्टार्ट नहीं होगी
(D) किन्क्रोनिज्म में नहीं होगी
Solution:
यदि सिंक्रोनस मोटर के तीनों चरणों में से एक शॉर्ट सर्किट हो जाता है, तो मोटर क्षण भर के लिए तेजी से घूमने लगेगी क्योंकि एक चरण की विफलता से अन्य दो चरणों पर अतिरिक्त भार पड़ता है। जैसे-जैसे मोटर तेज गति पकड़ती है, सिंक्रोनस स्पीड से इसका विचलन बढ़ जाता है, जिससे मोटर और जनरेटर के बीच विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों के बीच असंतुलन पैदा होता है। यह असंतुलन एक क्षणिक टॉर्क उत्पन्न करता है जो मोटर को विपरीत दिशा में घूमने का कारण बन सकता है, जिसे पोल स्लिपिंग के रूप में जाना जाता है।
148. पावर फैक्टर मीटर में ?
(A) केवल वोल्टेज कुण्डली होती है
(B) धारा तथा वोल्टेज दोनों कुण्डलियाँ होती हैं
(C) केवल एक कुण्डली होती है
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Solution:
A power factor meter is a device used to measure the power factor of an electrical circuit. Power factor is the ratio of real power (the power that does useful work) to apparent power (the total power in the circuit). A low power factor can indicate inefficient use of electricity, potentially resulting in higher energy costs and equipment damage. Power factor meters display the power factor as a percentage, with a value of 1 indicating a perfectly efficient circuit.
149. प्रतिष्ठमंता संगत है ?
(A) चालकता के
(B) चुम्बकशीलता के
(C) प्रतिरोधकता के
(D) उपर्युक्त में किसी के नहीं
Solution:
संगति का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा होता है। जैसा सत्संगति व्यक्ति को उन्नति की ओर ले जाती है, वैसे ही कुसंगति व्यक्ति को अधोगति की ओर खींचती है।
अच्छी संगति (प्रतिष्ठमंता संगत) से व्यक्ति को सकारात्मक आदतें, मूल्य और विचार प्राप्त होते हैं। यह व्यक्ति को प्रेरणा, मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करती है, जिससे व्यक्ति अपनी क्षमता का एहसास कर सकता है और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है।
इसके विपरीत, बुरी संगति (कुसंगति) व्यक्ति को नकारात्मक आदतों, मूल्यों और विचारों से परिचित कराती है। यह व्यक्ति को गलत रास्ते पर ले जा सकती है, जिससे हानिकारक परिणाम हो सकते हैं। इसलिए, अच्छी संगति चुनना व्यक्ति की प्रगति और भलाई के लिए आवश्यक है।
150. केबल की करेण्ट रेटिंग व लचीलापन बढाने के लिए इसे बनाया जाता है ?
(A) स्ट्रेन्डिड
(B) सिंगल तार द्वारा
(C) अनेक तारों को रस्सी की तरह बल देकर
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Solution:
केबल की धारा क्षमता (करेंट रेटिंग) और लचीलापन बढ़ाने के लिए इसे स्ट्रैंडेड कंडक्टरों से बनाया जाता है। स्ट्रैंडिंग कई छोटे तांबे के तारों को एक साथ बांधकर एक बड़ा कंडक्टर बनाती है। यह सतही क्षेत्र को बढ़ाता है, जो प्रतिरोध को कम करता है और उच्च धाराओं को संभालने की अनुमति देता है। इसके अतिरिक्त, स्ट्रैंडिंग केबल को अधिक लचीला बनाता है, झुकना और आकार देना आसान हो जाता है, जिससे तंग स्थानों में स्थापित करना आसान हो जाता है।