Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
111. बैटरी को लगातार अधिक चार्ज एवं डिस्चार्ज करने से ?
(A) प्लेटों का मुड़ना शुरू हो जाता है
(B) प्लेटों का टूटना शुरू हो जाता है
(C) सल्फेशन होता है
(D) डिपोलेराइजेशन होता है
Solution:
लगातार अधिक चार्ज और डिस्चार्ज करने से बैटरी में कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं:
* **क्षमता में कमी:** साइकिलिंग (चार्ज-डिस्चार्ज) के साथ, बैटरी ऊर्जा संग्रहीत करने की अपनी क्षमता खोना शुरू कर देती है।
* **जीवनकाल में कमी:** लगातार चार्ज और डिस्चार्ज से इलेक्ट्रोलाइट का क्षरण होता है, जिससे बैटरी का जीवनकाल कम हो जाता है।
* **आंतरिक प्रतिरोध में वृद्धि:** चार्ज-डिस्चार्ज साइकिल प्लेटों पर लेड सल्फेट के निर्माण का कारण बनती हैं, जिससे बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध बढ़ जाता है।
* **वोल्टेज में कमी:** बार-बार साइकिल चलाने से बैटरी का वोल्टेज कम हो जाता है, जिससे उपकरणों का संचालन करने में दक्षता कम हो जाती है।
* **गर्मी का निर्माण:** चार्ज और डिस्चार्ज के दौरान गर्मी उत्पन्न होती है, जिससे बैटरी को नुकसान पहुंच सकता है यदि इसे ठीक से प्रबंधित नहीं किया जाता है।
112. सीलिंग फैन में रेग्युलेटर जोड़ा जाता है ?
(A) करेंट कम करने के लिए
(B) स्पीड कम करने के लिए
(C) वोल्टेज कम करने के लिए
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
एक सीलिंग फैन में रेगुलेटर पंखे की गति को नियंत्रित करने के लिए जोड़ा जाता है। यह पंखे से जुड़े एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो पंखे को आपूर्ति की जाने वाली विद्युत धारा को समायोजित करता है। कम धारा निचली गति का कारण बनती है, जबकि उच्च धारा उच्च गति का कारण बनती है। रेगुलेटर उपयोगकर्ता को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार पंखे की गति को अनुकूलित करने की अनुमति देता है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है और आराम में वृद्धि होती है।
113. इमरशियन हीटर का एलीमेण्ट बनाया जाता है
(A) ताँबे के तार का
(B) नाइक्रोम तार का
(C) यूरेका तार का
(D) मैगनिन तार का
Solution:
इमर्शन हीटर का तत्व आमतौर पर दो प्रकार की सामग्रियों से बनाया जाता है:
**निक्रोम:** यह निकल और क्रोमियम का एक मिश्र धातु है जो गर्मी और जंग के लिए अत्यधिक प्रतिरोधी है।
**स्टेनलेस स्टील:** यह लोहे, क्रोमियम और अन्य तत्वों का एक मिश्र धातु है जो गर्मी, जंग और रसायनों के लिए प्रतिरोधी है।
तत्व को सर्पिल, यू-आकार या सीधे ट्यूब के रूप में बनाया जाता है, और हीटर बॉडी के अंदर रखा जाता है। इसमें से होकर विद्युत धारा प्रवाहित होने पर, तत्व गर्म हो जाता है और गर्मी को आसपास के तरल पदार्थ में स्थानांतरित करता है।
114. जब मोटर में संकेन्द्रीय वाइन्डिंग में स्कीन कुण्डलिया प्रयुक्त हों, तो सबसे सुरक्षित विधि है ?
(A) एक वेष्ठन के लिए कुण्डली समूह सं
(B) एक संकेद्रीय कुण्डली समूह के सिरा संयोजनों को सोल्डरिंग के द्वारा पूर्ण करना
(C) पहले कुंडलियों को लपेटना और तब उन्हें खांचों में फॅंसाना
(D) संकेद्रीय कुण्डलीयों के एक समूह को खाचों में फॅंसाकर उनके आकार की उपयुक्तता को परखना
Solution:
जब मोटर में संकेन्द्रीय वाइन्डिंग में स्कीन कुण्डलिया प्रयुक्त होती हैं, तो सबसे सुरक्षित विधि **इन्सुलेट वार्निश** का उपयोग करना है। इन्सुलेट वार्निश धातु के तारों और कुण्डलियों में इंसुलेशन की एक अतिरिक्त परत प्रदान करता है, जिससे शॉर्ट सर्किट, ग्राउंड फॉल्ट और अन्य विद्युत खतरों का जोखिम कम होता है। वार्निश कॉइल्स को नमी और अन्य संदूषकों से भी बचाता है, जिससे मोटर की समग्र सुरक्षा और स्थायित्व में वृद्धि होती है।
115. सिलिका जैल का प्रयोग किया जाता है ?
(A) नमी सोखने हेतु
(B) तेल ठंडा करने हेतु
(C) ट्रांसफॉर्मर की वोल्टेज नियंत्रित करने हेतु
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
सिलिका जैल एक छिद्रपूर्ण पदार्थ है जो नमी को अवशोषित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसकी उच्च सतह क्षेत्रफल वाले छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जो पानी के अणुओं को फँसा लेते हैं। यह निम्न नमी वाले वातावरण को बनाए रखने में प्रभावी है और इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स, भोजन, दवाओं और कपड़ों जैसी वस्तुओं को नमी से बचाने के लिए किया जाता है। इसे पैकेट के रूप में या वायु शुद्धिकरण प्रणालियों में उपयोग किया जा सकता है।
116. गीजर की आंतरिक टंकी किसकी बनायी जाती है जिससे कि वह लवण युक्त जल में भी खराब न हो ?
(A) टफलोन
(B) टिन आलेपित ताँबा
(C) एल्यूमीनियम
(D) मृदु इस्पात
Solution:
गीजर की आंतरिक टंकी आमतौर पर ग्लास-लाइन वाले स्टील या उच्च-गुणवत्ता वाले प्लास्टिक जैसे पॉलीप्रोपाइलीन (PP) से बनाई जाती है। ये सामग्रियां लवण और खनिजों से युक्त जल के साथ प्रतिक्रिया नहीं करती हैं, जंग या क्षरण को रोकती हैं। ग्लास-लाइन वाला स्टील अत्यधिक टिकाऊ होता है, जबकि PP प्लास्टिक हल्का होता है और इसमें रसायनों के प्रति उत्कृष्ट प्रतिरोध होता है। ये सामग्रियां गीजर के जीवनकाल को बढ़ाती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि जल तटस्थ और सुरक्षित रहे।
117. थ्री फेज इंडक्शन मोटरें सामान्यतः कार्य करती हैं ?
(A) 0.8 लीड पावर फैक्टर पर
(B) 0.8 लेग पावर फैक्टर पर
(C) 1 (यूनिट) पावर फैक्टर पर
(D) 0.6 लेग पावर फैक्टर पर
Solution:
थ्री-फेज इंडक्शन मोटर एक प्रकार की एसी मोटर है जो एक घूर्णन चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करके कार्य करती है। इस क्षेत्र को स्टेटर में स्थापित तीन चरणों वाली वाइंडिंग द्वारा बनाया जाता है। जैसे ही चरणों में करंट प्रवाहित होता है, वे स्टेटर के चारों ओर एक घूर्णन चुंबकीय क्षेत्र बनाते हैं। यह क्षेत्र रोटर में विद्युत धारा उत्पन्न करता है, जो बदले में एक विपरीत चुंबकीय क्षेत्र बनाता है। दो विपरीत चुंबकीय क्षेत्र परस्पर क्रिया करते हैं, रोटर को घुमाते हैं और मोटर को कार्य करने की अनुमति देते हैं।
118. आल्टरनेटर में Damper Winding के प्रयोग से ?
(A) मशीन अधिक संतुलित हो जाती है
(B) भॅंवर धारा की हाँनिया कम हो जाती है
(C) हटिंग समाप्त हो जाती है
(D) आर्मेचर प्रतिक्रिया कम हो जाती है
Solution:
डैम्पर वाइंडिंग एक आल्टरनेटर का एक घटक है जो कम गति पर होने वाले असंरेखित मैग्नेटोमोटिव बल (MMF) को बाधित करने में मदद करता है। यह शॉर्ट-सर्किटेड वाइंडिंग रोटर के ध्रुवों पर स्थित होती है और आर्मेचर वाइंडिंग के समान ध्रुवीयता उत्पन्न करती है। कम गति पर, आर्मेचर वाइंडिंग असंरेखित MMF उत्पन्न करती है, जिससे रोइंग पल्स में वृद्धि होती है। डैम्पर वाइंडिंग एक विपरीत MMF उत्पन्न करती है, जो असंरेखित MMF को निरस्त करती है और रोइंग पल्स को कम करती है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक स्थिर आउटपुट वोल्टेज होता है।
119. 50Hz की तुलना में 400Hz पर वोल्टॆज ड्राप को कम करने के लिए कदम उठाना पड़ेगा ?
(A) प्रत्येक फेज में मल्टी कन्डक्टर प्रयोग करेंगे
(B) केबलों के ऊपर गैर-मैटेलिक धातु की जैकिट लगाऍंगे
(C) विभिन्न फेजों को कन्डक्टरों के पास रखेंगे
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
वोल्टेज ड्रॉप को कम करने के लिए 50Hz की तुलना में 400Hz पर निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
* **कंडक्टर का क्रॉस-सेक्शनल क्षेत्र बढ़ाएँ:** उच्च आवृत्ति ट्रांसमीटरों में, स्किन प्रभाव के कारण कंडक्टर के बाहरी किनारों पर करंट प्रवाहित होता है। इसलिए, कंडक्टर के क्रॉस-सेक्शनल क्षेत्र को बढ़ाने से प्रतिरोध कम हो जाएगा।
* **कंडक्टर की लंबाई कम करें:** वोल्टेज ड्रॉप प्रतिरोध और लंबाई के समानुपाती होता है। इसलिए, कंडक्टर की लंबाई कम करने से वोल्टेज ड्रॉप कम होगा।
* **समानांतर में कंडक्टर जोड़ें:** समानांतर में कंडक्टर जोड़ने से प्रभावी क्रॉस-सेक्शनल क्षेत्र बढ़ जाता है, जिससे प्रतिरोध कम होता है और वोल्टेज ड्रॉप कम होता है।
* **उच्च导नशीलता सामग्री का उपयोग करें:** उच्च导नशीलता वाली सामग्री, जैसे तांबा या एल्यूमीनियम, का उपयोग करने से प्रतिरोध कम हो जाएगा और वोल्टेज ड्रॉप कम होगा।
120. संधारित्र की धारित को निम्न में प्रदर्शित करते हैं ?
(A) C
(B) V
(C) R
(D) I
Solution:
एक संधारित्र की धारिता को आमतौर पर फैराड (F) में表示 किया जाता है, जो चार्ज और वोल्टेज के अनुपात के रूप में परिभाषित किया जाता है:
C = Q/V
जहां:
* C धारिता है
* Q आवेश है
* V वोल्टेज है