Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
81. ट्रांसडयूसर वह डिवाइस है, जो ?
(A) इलेक्ट्रिकल सिग्नलों के मापन में सहायक होती है
(B) एक प्रकार की उर्जा को दूसरे प्रकार की उर्जा में कनवर्ट करती है
(C) एक प्रकर की पावर को दूसरे प्रकार की पावर में कनवर्ट करती है
(D) ट्रांसफार्मर के समान होती है
Solution:
A transducer is a device that converts energy from one form to another. For example, a piezoelectric transducer converts mechanical energy into electrical energy, and vice versa. Transducers are used in a wide variety of applications, including sensors, actuators, and medical devices.
82. धातु सुपर कंडक्टिविटी का गुण प्रदर्शित करती है ?
(A) उच्चतम ताप व दाब की स्थिति में
(B) त्रिक बिंदु के समीप
(C) क्रांतिक ताप के समीप
(D) परम शून्य ताप के समीप
Solution:
धातुएं सुपरकंडक्टिविटी का गुण प्रदर्शित कर सकती हैं, जो अत्यंत कम तापमान पर विद्युत प्रतिरोध का पूर्ण रूप से गायब होना है। जब धातुओं को एक महत्वपूर्ण तापमान (Tc) से नीचे ठंडा किया जाता है, तो इलेक्ट्रॉन युग्म बनाते हैं जिन्हें कूपर जोड़े कहा जाता है। ये जोड़े सामंजस्यपूर्ण ढंग से चलते हैं, जिससे विद्युत प्रतिरोध शून्य हो जाता है और विद्युत धारा प्रवाहित होने लगती है। सुपरकंडक्टिविटी बिजली के कुशल संचरण, एमआरआई मशीन और उच्च-ऊर्जा भौतिकी प्रयोगों जैसे अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
83. उच्च वोल्टता वाली डी.सी. मोटर में प्रयुक्त खाँचों की किस्म होगी ?
(A) खुले प्रकार की टेपर्ड
(B) अर्द्ध-बंद प्रकार की
(C) बन्द प्रकार की
(D) खुले प्रकार की ड्वटॆल युक्त
Solution:
उच्च वोल्टता वाले डी.सी. मोटरों में खांचे आमतौर पर खुले होते हैं, अर्थात वे स्टेटर के बाहरी परिधि तक फैले होते हैं। खुले खांचे मोटर को उच्च वोल्टेज के लिए इन्सुलेट करने में आसान बनाते हैं, क्योंकि वाइंडिंग को खांचे के बाहर रखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त, खुले खांचे बेहतर वेंटिलेशन की अनुमति देते हैं, जो मोटर को उच्च तापमान और विद्युत नुकसान से बचाने में मदद करता है।
84. डी. सी. थ्री प्वाइन्ट स्टार्टर के हैण्डिल को चालू अवस्था में अपने पास चिपकाए रखती है ?
(A) N.V.C
(B) O.L.C
(C) यूरेका तार
(D) इनमे से कोई नही
Solution:
डीसी थ्री पॉइंट स्टार्टर में एक ओवरलोड रिलीज मैकेनिज्म होता है जो शॉर्ट सर्किट या ओवरलोड होने पर हैंडल को अपने पास खींच कर रखता है। जब ओवरलोड या शॉर्ट सर्किट की स्थिति समाप्त हो जाती है, तो हैंडल को मैन्युअल रूप से रीसेट किया जा सकता है। यह यांत्रिक लॉकिंग तंत्र मोटर को नुकसान से बचाता है और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करता है।
85. ट्रांसफॉर्मर का शक्ति गुणक ?
(A) सदैव 0.8 रहता है
(B) सदैव इकाई होता है
(C) भार के शक्ति गुणक पर निर्भर करता है
(D) सदैव पश्चगामी होती है
Solution:
** ट्रांसफार्मर का शक्ति गुणक:**
ट्रांसफार्मर का शक्ति गुणक सक्रिय शक्ति (P) और स्पष्ट शक्ति (S) के अनुपात को इंगित करता है जो ट्रांसफार्मर द्वारा संभाला जाता है। यह एक आयामहीन मात्रा है जो 0 से 1 तक होती है।
एक आदर्श ट्रांसफार्मर में शक्ति गुणक 1 होता है, जिसका अर्थ है कि यह केवल सक्रिय शक्ति को स्थानांतरित करता है और कोई स्पष्ट शक्ति नहीं। वास्तविक ट्रांसफार्मरों में कोर हानियों और कॉइल प्रतिरोध के कारण शक्ति गुणक 1 से कम होता है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ स्पष्ट शक्ति होती है।
उच्च शक्ति गुणक वांछनीय है क्योंकि इससे ट्रांसफार्मर और वितरण प्रणाली की दक्षता में सुधार होता है। कम शक्ति गुणक नुकसान का कारण बन सकता है और उपकरणों को नुकसान पहुंचा सकता है।
86. थ्री पिन सॉकेट में निम्न में प्रदर्शित करते है ?
(A) अर्थिंग का
(B) फेज का
(C) न्यूट्रल का
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Solution:
एक तीन-पिन सॉकेट में तीन पिन होते हैं जो निम्नलिखित का प्रतिनिधित्व करते हैं:
* **लाइव (L):** बिजली का लाइव वायर, जो करंट का स्रोत है।
* **न्यूट्रल (N):** करंट को उपकरण से वापस बिजली स्रोत तक ले जाने वाला तार।
* **अर्थ (E):** एक सुरक्षात्मक तार जो डिवाइस के धातु के घटकों को ग्राउंड से जोड़ता है, उपकरण के बिजली से झटके के जोखिम को कम करता है।
87. उत्पन्न विद्युत वाहक बल की मात्रा चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन के सीधे अनुपात में होती है, नियम है ?
(A) हेलिक्स का नियम
(B) फैराडॆ का द्वितीय नियम
(C) फैराडॆ का प्रथम नियम
(D) उपयुक्त तीनों सही है
Solution:
फैराडे का विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का नियम बताता है कि एक कुंडल में प्रेरित विद्युत वाहक बल (EMF) कुंडल से जुड़े चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन की दर के सीधे आनुपातिक होता है। गणितीय रूप से, ईएमएफ को निम्नलिखित समीकरण द्वारा दिया जाता है:
EMF = -dΦ/dt
जहाँ Φ चुंबकीय फ्लक्स है और t समय है।
यह नियम इलेक्ट्रिक मोटर और जनरेटर जैसे विद्युत उपकरणों के संचालन का आधार है।
88. ट्रांसफार्मर में उच्च नियमन का तात्पर्य है ?
(A) शून्य लोड से पूर्ण लोड तक वोल्टता परिवर्तन न्यून्तम
(B) प्राथमिक एवं द्वितीयक वोल्टता में अन्तर न्यूनतम
(C) शून्य लोड से पूर्ण लोड तक वोल्टता परिवर्तन उच्चतम
(D) निम्न लौह हानियां
Solution:
ट्रांसफार्मर में उच्च नियमन से तात्पर्य है किसी दिए गए भार के तहत आउटपुट वोल्टेज को समायोजित करने की ट्रांसफार्मर की क्षमता। यह आमतौर पर ऑफ-लोड टैप चेंजर या ऑन-लोड टैप चेंजर का उपयोग करके प्राप्त किया जाता है, जो प्राथमिक या द्वितीयक वाइंडिंग में टैप्स की संख्या को समायोजित करके वोल्टेज अनुपात को बदलता है। उच्च विनियमन ट्रांसफार्मर को विभिन्न भार परिस्थितियों के तहत वांछित आउटपुट वोल्टेज बनाए रखने की अनुमति देता है, जिससे बिजली प्रणालियों में वोल्टेज स्थिरता और दक्षता में सुधार होता है।
89. कैपेसिटर की रेटिंग आती है ?
(A) माइक्रो ओम में
(B) पिक्रो ओम में
(C) माइक्रो फैरेड में
(D) ये सभी
Solution:
कैपेसिटर को उनकी **कैपेसिटेंस (माइक्रोफैराड में)**, **वोल्टेज रेटिंग (वोल्ट में)** और **मूल्यांकित धारा (एम्पीयर में)** द्वारा रेट किया जाता है।
* **कैपेसिटेंस:** आवेश संग्रह करने की क्षमता
* **वोल्टेज रेटिंग:** अधिकतम वोल्टेज स्तर जिसे कैपेसिटर सुरक्षित रूप से संभाल सकता है
* **मूल्यांकित धारा:** अधिकतम धारा जिसे कैपेसिटर लगातार प्रवाहित कर सकता है
चुनी गई रेटिंग कैपेसिटर के उपयोग और परिपक्वता के लिए उपयुक्त होनी चाहिए।
90. प्रतिदीप्त दीपों में नवीनतम दीप है ?
(A) ग्लो दीप
(B) पूर्व-तप्त दीप
(C) शीघ्र प्रारम्भ दीप
(D) तुरंत प्रारम्भी दीप
Solution:
एलईडी दीप (लाइट-एमिटिंग डायोड) प्रतिदीप्त दीपों में नवीनतम प्रौद्योगिकी है। ये पारंपरिक गरमागरम और फ्लोरोसेंट दीपों की तुलना में अधिक कुशल हैं, अधिक समय तक चलते हैं और कम ऊर्जा की खपत करते हैं। एलईडी दीप ठोस-अवस्था अर्धचालक उपकरण होते हैं जो विद्युत ऊर्जा को सीधे प्रकाश में परिवर्तित करते हैं, जिससे प्रकाश उत्पन्न करने के लिए गर्मी या पराबैंगनी विकिरण की आवश्यकता नहीं होती है।