Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
71. स्टार कनेक्शन में लाइन वोल्टेज फेज करण्ट से रहती है ?
(A) 90॰
(B) 30॰
(C) 120॰
(D) उपयुक्त सभी
Solution:
In a star connection, the line voltage is √3 times the phase current. This is because the line voltage is the voltage between any two lines, while the phase current is the current flowing in any one of the three phases. In a star connection, the voltage across each phase is equal to the line voltage divided by √3. Therefore, the line voltage is √3 times the phase current.
72. LED की अधिकतम वोल्टेज होती है ?
(A) 5V
(B) 8V
(C) 10V
(D) 12V
Solution:
LEDs (Light Emitting Diodes) एक प्रकार के अर्धचालक घटक होते हैं जो विद्युत प्रवाह को प्रकाश में परिवर्तित करते हैं। प्रत्येक LED की अधिकतम वोल्टेज रेटिंग इसकी सामग्री और डिजाइन के आधार पर भिन्न होती है। आमतौर पर, अधिकांश LEDs की अधिकतम वोल्टेज रेटिंग 3 से 4 वोल्ट के बीच होती है। यदि LED को उसकी अधिकतम वोल्टेज रेटिंग से अधिक वोल्टेज पर संचालित किया जाता है, तो यह स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो सकता है। इस क्षति को रोकने के लिए, आमतौर पर LED के साथ एक प्रतिरोधक श्रृंखला में जोड़ा जाता है ताकि वोल्टेज को LED की सुरक्षित संचालन सीमा तक कम किया जा सके।
73. केबल की करेण्ट रेटिंग व लचीलापन बढाने के लिए इसे बनाया जाता है ?
(A) स्ट्रेन्डिड
(B) सिंगल तार द्वारा
(C) अनेक तारों को रस्सी की तरह बल देकर
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Solution:
केबल की धारा क्षमता (करेंट रेटिंग) और लचीलापन बढ़ाने के लिए इसे स्ट्रैंडेड कंडक्टरों से बनाया जाता है। स्ट्रैंडिंग कई छोटे तांबे के तारों को एक साथ बांधकर एक बड़ा कंडक्टर बनाती है। यह सतही क्षेत्र को बढ़ाता है, जो प्रतिरोध को कम करता है और उच्च धाराओं को संभालने की अनुमति देता है। इसके अतिरिक्त, स्ट्रैंडिंग केबल को अधिक लचीला बनाता है, झुकना और आकार देना आसान हो जाता है, जिससे तंग स्थानों में स्थापित करना आसान हो जाता है।
74. आग से व रासायनिक पदार्थों से सुरक्षित वायरिंग होती है ?
(A) केसिंग-केपिंग वायरिंग
(B) कन्सील्ड वायरिंग
(C) कन्ड्रयुट वायरिंग
(D) बैटन वायरिंग
Solution:
फायर-और केमिकल-रेजिस्टेंट वायरिंग सुरक्षात्मक सामग्रियों और इन्सुलेशन का उपयोग करती है जो आग और संक्षारक रसायनों के संपर्क में आने पर अत्यधिक प्रतिरोधी होती हैं।
ये सामग्री गर्मी और लपटों के संपर्क में अपने संरचनात्मक और विद्युत गुणों को बनाए रखती हैं, जिससे शॉर्ट सर्किट, आग और विस्फोट का खतरा कम हो जाता है। केमिकल-रेजिस्टेंट वायरिंग कठोर वातावरण में भी कार्यशील रहती है जहां रसायन और द्रव विद्युत प्रणालियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
75. बैटरी को लगातार अधिक चार्ज एवं डिस्चार्ज करने से ?
(A) प्लेटों का मुड़ना शुरू हो जाता है
(B) प्लेटों का टूटना शुरू हो जाता है
(C) सल्फेशन होता है
(D) डिपोलेराइजेशन होता है
Solution:
लगातार अधिक चार्ज और डिस्चार्ज करने से बैटरी में कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं:
* **क्षमता में कमी:** साइकिलिंग (चार्ज-डिस्चार्ज) के साथ, बैटरी ऊर्जा संग्रहीत करने की अपनी क्षमता खोना शुरू कर देती है।
* **जीवनकाल में कमी:** लगातार चार्ज और डिस्चार्ज से इलेक्ट्रोलाइट का क्षरण होता है, जिससे बैटरी का जीवनकाल कम हो जाता है।
* **आंतरिक प्रतिरोध में वृद्धि:** चार्ज-डिस्चार्ज साइकिल प्लेटों पर लेड सल्फेट के निर्माण का कारण बनती हैं, जिससे बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध बढ़ जाता है।
* **वोल्टेज में कमी:** बार-बार साइकिल चलाने से बैटरी का वोल्टेज कम हो जाता है, जिससे उपकरणों का संचालन करने में दक्षता कम हो जाती है।
* **गर्मी का निर्माण:** चार्ज और डिस्चार्ज के दौरान गर्मी उत्पन्न होती है, जिससे बैटरी को नुकसान पहुंच सकता है यदि इसे ठीक से प्रबंधित नहीं किया जाता है।
76. यदि एक एकल-फेज, 230 वोल्ट, 48 इंच छत के पंखे को 120 वोल्ट पर प्रचलित किया जाए तो ?
(A) वह सामान्य गति पर चलेगा परन्तु बहुत गर्म हो जाएगा
(B) वह धीमा चलेगा
(C) वह चलेगा ही नहीं
(D) वह सामान्य गति पर चलेगा
Solution:
यदि एक 230 वोल्ट के छत के पंखे को 120 वोल्ट पर प्रचलित किया जाता है, तो उसे बिजली की कमी का सामना करना पड़ेगा। कम वोल्टेज के कारण पंखे का मोटर धीमी गति से घूमेगा, जिसके परिणामस्वरूप धीमी गति से हवा का प्रवाह होगा। इसके अलावा, मोटर को कम वोल्टेज पर चलने के लिए उच्च धारा की आवश्यकता होती है, जिससे मोटर अधिक गरम हो सकती है और जल सकती है। इसलिए, किसी विशिष्ट वोल्टेज के लिए डिज़ाइन किए गए उपकरणों को हमेशा निर्दिष्ट वोल्टेज पर ही संचालित किया जाना चाहिए।
77. शिरोपरी लाइन में खम्भे काम में लेते हैं ?
(A) पाइप टाइप खम्भे
(B) टॉवर
(C) लकड़ी के खम्भे
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
शिरोपरी लाइनों में खंभे का उपयोग लाइनों को जमीन से ऊपर उठाने के लिए किया जाता है और उन्हें विद्युत प्रवाह को सुरक्षित और कुशलतापूर्वक प्रसारित करने की अनुमति दी जाती है। ये खंभे आमतौर पर लकड़ी, इस्पात या कंक्रीट से बने होते हैं और इन्हें जमीन में मजबूती से गाड़ा जाता है। वे विद्युत तारों को सहारा देते हैं, उन्हें हवा, बारिश और बर्फ जैसे पर्यावरणीय कारकों से बचाते हैं। खंभे सुनिश्चित करते हैं कि विद्युत प्रवाह निर्बाध रूप से प्रवाहित हो सके और लोगों और संपत्तियों की सुरक्षा के लिए जमीन से ऊपर रहें।
78. यदि dc मोटर का फ्लक्स लगभग शून्य हो जाये, तब स्पीड ?
(A) रेटेड स्पीड के लगभग बराबर होगी
(B) अनन्त हो जायेगी
(C) शून्य हो जाएगी
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
यदि DC मोटर का फ्लक्स लगभग शून्य हो जाता है, तो मोटर की गति बहुत अधिक हो जाएगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि फ्लक्स मोटर में बैक इलेक्ट्रोमोटिव बल (EMF) उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार होता है, जो मोटर की गति का विरोध करता है। फ्लक्स के लगभग शून्य होने पर बैक EMF भी बहुत कम हो जाता है, जिससे मोटर की गति अनियंत्रित हो जाती है। इस स्थिति में, मोटर ज़्यादा गरम हो सकती है और जल सकती है। इसलिए, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि DC मोटर में हमेशा पर्याप्त फ्लक्स बना रहे।
79. ट्रांजिस्टर N.P.N. के धारा एम्पलीफिकेशन गुणांक में स्थिर राशि है ?
(A) बेस धारा
(B) बेस वोल्टेज
(C) कलेक्टर वोल्टेज (संग्राहक विभव)
(D) एमिटर-बायस वोल्टेज
Solution:
ट्रांजिस्टर के धारा एम्पलीफिकेशन गुणांक (hFE) में स्थिर राशि आधार और कलेक्टर धाराओं का अनुपात है, जिसे "कॉमन-बेस कॉन्फ़िगरेशन" में मापा जाता है। यह अनुपात ट्रांजिस्टर की आंतरिक संरचना और गुणों पर निर्भर करता है और आमतौर पर ट्रांजिस्टर के लिए विशिष्ट होता है। hFE को अक्सर "बीटा" (β) के रूप में भी दर्शाया जाता है और यह ट्रांजिस्टर के प्रवर्धन क्षमता को इंगित करता है। उच्च hFE वाला ट्रांजिस्टर इनपुट धारा में छोटे परिवर्तनों के लिए भी उच्च धारा लाभ प्रदान करेगा।
80. ध्रुव के ऋण चालक पर H.T. ऊपरी शीर्ष चालक का धारण करने के लिए किस प्रकार विद्युत रोधक का प्रयोग होता है ?
(A) स्थिर (स्टे)
(B) पिन प्ररूप विद्युत रोधक
(C) खम्भा विद्युत रोधक
(D) शैकल
Solution:
विद्युत रोधक, ध्रुव के ऋण चालक और ऊपरी शीर्ष चालक के बीच एक विद्युत अवरोध बनाते हैं। ये गैर-संचालक सामग्री से बने होते हैं जो धारा को प्रवाहित नहीं करते हैं। विद्युत रोधक विद्युत क्षेत्र को उच्च प्रतिरोध प्रदान करते हैं, जिससे धारा को ध्रुव के ऋण चालक से ऊपरी शीर्ष चालक में प्रवाहित होने से रोकते हैं। इस प्रकार, वे ऊपरी शीर्ष चालक को सुरक्षित रूप से उठाने और इसे जमीन से विद्युत रूप से अलग करने की अनुमति देते हैं।