Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
231. यदि तुल्यकाली मोटर शून्य भार पर प्रचालित हो एवं उसमें नगण्य हानियां हों, तब ?
(A) स्टेटर धारा बहुत कम होगी
(B) स्टेटर धारा उच्च होगी
(C) स्टेटर धारा शून्य होगी
(D) विरोधी वि.वा बल सप्लाई वोल्टॆज से अधिक होगा
Solution:
यदि तुल्यकाली मोटर शून्य भार पर प्रचालित होती है और हानियाँ नगण्य होती हैं, तो:
* आर्मेचर धारा न्यूनतम होती है, केवल रोटर को चुंबकीय करने के लिए पर्याप्त होती है।
* शक्ति कारक एकता होती है।
* मोटर यांत्रिक ऊर्जा का उत्पादन नहीं करती है, केवल विद्युत ऊर्जा को चुंबकीय ऊर्जा में परिवर्तित करती है।
* रोटर की गति तुल्यकालिक गति पर स्थिर होती है।
* मोटर एक आदर्श चोक के रूप में व्यवहार करती है, जो विद्युत प्रणाली में प्रतिक्रियाशील शक्ति प्रदान करती है।
232. यदि dc मोटर का फ्लक्स लगभग शून्य हो जाये, तब स्पीड ?
(A) रेटेड स्पीड के लगभग बराबर होगी
(B) अनन्त हो जायेगी
(C) शून्य हो जाएगी
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
यदि DC मोटर का फ्लक्स लगभग शून्य हो जाता है, तो मोटर की गति बहुत अधिक हो जाएगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि फ्लक्स मोटर में बैक इलेक्ट्रोमोटिव बल (EMF) उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार होता है, जो मोटर की गति का विरोध करता है। फ्लक्स के लगभग शून्य होने पर बैक EMF भी बहुत कम हो जाता है, जिससे मोटर की गति अनियंत्रित हो जाती है। इस स्थिति में, मोटर ज़्यादा गरम हो सकती है और जल सकती है। इसलिए, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि DC मोटर में हमेशा पर्याप्त फ्लक्स बना रहे।
233. निम्न में से किस हिटिंग विधि में पावर फैक्टर उच्चतम होता है ?
(A) प्रतिरोध हीटिंग
(B) इन्डक्शन हीटिंग
(C) आर्क हीटिंग
(D) डाइलैक्ट्रिक हीटिंग
Solution:
युनिटी पावर फैक्टर विधि हिटिंग में पावर फैक्टर को उच्चतम बनाए रखती है। इसमें, लोड करंट और वोल्टेज चरण में एक साथ होते हैं, जिससे रिएक्टिव पावर की खपत समाप्त हो जाती है और केवल सक्रिय पावर का उपयोग होता है। नतीजतन, विद्युत प्रणाली अधिक कुशलता से काम करती है, हानियों को कम करती है और पावर फैक्टर को 1 के करीब बनाए रखती है।
234. अस्थायी कार्यों हेतु वायरिंग का चयन करेंगे ?
(A) बैटन वायरिंग
(B) P.V.Cकंड्यूट वायरिंग
(C) क्लीट वायरिंग
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
**वायरिंग चयन अस्थायी कार्यों के लिए:**
अस्थायी कार्यों के लिए वायरिंग का चयन सावधानी से किया जाना चाहिए ताकि विद्युत खतरों को कम किया जा सके। यहाँ कुछ प्रमुख कारक दिए गए हैं:
* **लचीलापन:** वायरिंग लचीली होनी चाहिए ताकि इसे आसानी से स्थानांतरित और स्थापित किया जा सके।
* **स्थायित्व:** वायरिंग को कठोर वातावरण का सामना करने के लिए पर्याप्त मजबूत होना चाहिए, जैसे कि नमी या गर्मी।
* **इन्सुलेशन:** वायरिंग में पर्याप्त इन्सुलेशन होना चाहिए ताकि बिजली के झटके और शॉर्ट सर्किट के जोखिम को कम किया जा सके।
* **रंग कोडिंग:** सुरक्षा के लिए, वायरिंग को रंग-कोडित किया जाना चाहिए ताकि आसानी से चरणों और न्यूट्रल की पहचान की जा सके।
* **पेशेवर स्थापना:** अस्थायी वायरिंग को हमेशा एक योग्य इलेक्ट्रीशियन द्वारा स्थापित किया जाना चाहिए जो सुरक्षा कोडों और मानकों से परिचित हो।
235. शुद्ध इंडक्टिव परिपथ का पावर फैक्टर होता है ?
(A) शून्य लीडिंग
(B) शून्य लैगिंग
(C) यूनिटी
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
एक शुद्ध इंडक्टिव परिपथ में, पावर फैक्टर शून्य होता है। इसका मतलब है कि परिपथ में कोई वास्तविक शक्ति प्रवाहित नहीं होती है, केवल प्रतिक्रियाशील शक्ति प्रवाहित होती है। यह इंड्यूक्टर के चुंबकीय क्षेत्र में ऊर्जा के भंडारण और रिलीज के कारण होता है। चूंकि ऊर्जा का कोई शुद्ध स्थानांतरण नहीं होता है, इसलिए पावर फैक्टर शून्य होता है।
236. सैलों को सीरीज को जोड़ा जाता है ?
(A) करेन्ट क्षमता बढाने हेतु
(B) आउटपुट वोल्टेज बढाने हेतु
(C) आन्तरिक प्रतिरोध बढाने हेतु
(D) आउटपुट वोल्टेज घटाने हेतु
Solution:
Series are added to cells to create a sequence of values that change by a constant amount. To add a series to a cell, select the cell and click on the "Insert" tab. Then, click on the "Series" button and select the type of series you want to create. You can specify the starting value, ending value, and step value for the series. Once you have entered the desired values, click on the "OK" button to add the series to the cell.
237. स्थिर वोल्टता स्त्रोत की मुख्य विशेषता है ?
(A) निम्न आंतरिक प्रतिरोध
(B) उच्च आउटपुट प्रतिरोध
(C) स्थिर धारा अभिलक्षण
(D) निम्न दक्षता
Solution:
स्थिर वोल्टता स्त्रोत की मुख्य विशेषता यह है कि यह भार की परवाह किए बिना एक निरंतर वोल्टेज बनाए रखता है। इसका आंतरिक प्रतिरोध शून्य है, जिसका अर्थ है कि यह भार में करंट में परिवर्तन का जवाब नहीं देता है। यह वोल्टेज स्रोतों को स्थिर वोल्टेज की आवश्यकता वाले अनुप्रयोगों, जैसे एम्पलीफायरों, डिजिटल सर्किट और वैज्ञानिक उपकरणों के लिए उपयुक्त बनाता है।
238. अस्थायी कार्यों हेतु वायरिंग का चयन करेंगे ?
(A) बैटन वायरिंग
(B) P.V.Cकंड्यूट वायरिंग
(C) क्लीट वायरिंग
(D) उपर्युक्त सभी
Solution:
**वायरिंग चयन अस्थायी कार्यों के लिए:**
अस्थायी कार्यों के लिए वायरिंग का चयन सावधानी से किया जाना चाहिए ताकि विद्युत खतरों को कम किया जा सके। यहाँ कुछ प्रमुख कारक दिए गए हैं:
* **लचीलापन:** वायरिंग लचीली होनी चाहिए ताकि इसे आसानी से स्थानांतरित और स्थापित किया जा सके।
* **स्थायित्व:** वायरिंग को कठोर वातावरण का सामना करने के लिए पर्याप्त मजबूत होना चाहिए, जैसे कि नमी या गर्मी।
* **इन्सुलेशन:** वायरिंग में पर्याप्त इन्सुलेशन होना चाहिए ताकि बिजली के झटके और शॉर्ट सर्किट के जोखिम को कम किया जा सके।
* **रंग कोडिंग:** सुरक्षा के लिए, वायरिंग को रंग-कोडित किया जाना चाहिए ताकि आसानी से चरणों और न्यूट्रल की पहचान की जा सके।
* **पेशेवर स्थापना:** अस्थायी वायरिंग को हमेशा एक योग्य इलेक्ट्रीशियन द्वारा स्थापित किया जाना चाहिए जो सुरक्षा कोडों और मानकों से परिचित हो।
239. एक 230 V, dc श्रेणी मोटर को 230V,ac पर कनैक्ट किया जाता है, मोटर ?
(A) कम दक्षता के साथ चलेगी
(B) नहीं चलेगी
(C) की गति कम हो जायेगी
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
A 230 V, DC series motor cannot operate on 230 V, AC.
DC motors require a unidirectional current, while AC is alternating current. When connected to AC, the motor's rotating magnetic field would continuously reverse its direction, causing the armature to oscillate rather than rotate smoothly. The motor would experience high current spikes and produce low torque, resulting in poor performance and potential damage.
240. एक तुल्यकाली मोटर शून्य लोड एवं अति उत्तेजन पर प्रचालित है। इस अवस्था में मोटर ?
(A) प्रेरण मोटर की तरह कार्य कर रही है
(B) तुल्यकाली संधारित्र है
(C) प्रत्यावर्तक कहलाती है
(D) डी.सी. जनरेटर की भाँति प्रचलित है
Solution:
एक तुल्यकाली मोटर शून्य लोड पर अति उत्तेजन की स्थिति में अग्रगामी शक्ति गुणांक पर कार्य करती है। इस अवस्था में:
* मोटर विद्युत प्रणाली में अग्रगामी वोल्ट-एम्पीयर (VAR) को इंजेक्ट करती है।
* क्षेत्र धारा अधिष्ठापित धारा से अधिक होती है, जिससे फ्लेमिंग के दाएँ हाथ के नियम के अनुसार चुंबकीय क्षेत्र घूर्णन दिशा में विपरीत दिशा में स्थानांतरित होता है।
* मोटर एक संधारित्र की तरह व्यवहार करती है, जो वोल्टेज को धारा से आगे बढ़ाती है, जिसके परिणामस्वरूप अग्रगामी शक्ति गुणांक होता है।