Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
281. धनात्मक कक्ष के चारों ओर घूमता है ?
(A) इलेक्ट्रॉन
(B) अणु
(C) न्यूट्रॉन
(D) प्रोटॉन
Solution:
धनात्मक कक्ष परमाणु के नाभिक के चारों ओर स्थित एक आयतन होता है जिसमें इलेक्ट्रॉन पाए जाने की सबसे अधिक संभावना होती है। यह परमाणु के आकार का एक महत्वपूर्ण निर्धारक है और इसमें कई इलेक्ट्रॉन होते हैं जो नाभिक के प्रोटॉन द्वारा आकर्षित होते हैं। प्रत्येक धनात्मक कक्ष एक अद्वितीय आकार और ऊर्जा स्तर से संबंधित होता है, जो आवर्त सारणी में तत्व के गुणों को प्रभावित करता है। धनात्मक कक्ष इलेक्ट्रॉनिक संरचना की नींव बनाते हैं और रासायनिक प्रतिक्रियाओं और परमाणुओं के बीच अन्य अंतःक्रियाओं को समझने के लिए आवश्यक होते हैं।
282. कूलर के पम्प में मोटर लगाई जाती है ?
(A) स्टेपर
(B) शेडेड पोल
(C) A एवं B दोनों
(D) रिपल्सन इंडक्शन मोटर होती है
Solution:
कूलर के पंप में मोटर लगाई जाती है ताकि पानी को टैंक से ऊपर उठाया जा सके और ठंडा करने वाले पैड पर भेजा जा सके। मोटर पंप से जुड़ी होती है, जो एक घूमने वाला इम्पेलर है जो पानी को खींचता है और ऊपर की ओर धकेलता है। जैसे ही इम्पेलर घूमता है, यह पानी को पैड के ऊपर से नीचे की ओर ले जाता है, जिससे वाष्पीकरण होता है और हवा को ठंडा किया जाता है।
283. प्राइम मूवर द्वारा प्रचलित डी.सी. जनरेटर के आर्मेचर में उत्पन्न वोल्टेज की प्रकृति होती है ?
(A) D.C.
(B) A.C.
(C) त्रिभुजाकार
(D) वर्गाकार
Solution:
प्राइम मूवर द्वारा संचालित डीसी जनरेटर के आर्मेचर में उत्पन्न वोल्टेज एक तरंगरूपी वोल्टेज होता है, जिसे एकतरफा धारा कहा जाता है। यह एक ऐसा वोल्टेज है जो समय के साथ केवल एक दिशा में प्रवाहित होता है। प्राइम मूवर द्वारा प्रदान की गई यांत्रिक ऊर्जा को जनरेटर के रोटर में परिवर्तित किया जाता है, जो तब एक चुंबकीय क्षेत्र बनाता है। यह चुंबकीय क्षेत्र आर्मेचर कंडक्टरों को काटता है, जिससे विद्युत चुम्बकीय प्रेरण द्वारा वोल्टेज उत्पन्न होता है।
284. यदि डी.सी. मोटर में धीरे-धीरे फ्लक्स को शून्य कर दिया जाये, तब ?
(A) मोटर की गति असीमित रूप से बढती जाएगी
(B) मोटर की गति भी धीरे-धीरे शून्य हो जाएगी
(C) मोटर की गति अपरिवर्तित रहेगी
(D) उपर्युक्त सभी असत्य है
Solution:
यदि डी.सी. मोटर में फ्लक्स को धीरे-धीरे शून्य कर दिया जाता है, तो मोटर की गति बढ़ जाएगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रेरित e.m.f. (E) फ्लक्स (Φ) के समानुपाती है, और टॉर्क (T) E और आर्मेचर करंट (Ia) के उत्पाद के समानुपाती है। जैसे-जैसे फ्लक्स कम होता जाता है, E बढ़ता जाता है, जिससे Ia में वृद्धि होती है। परिणामस्वरूप, टॉर्क स्थिर रहता है, जो गति में वृद्धि की ओर जाता है।
285. सिन्क्रोनस मोटर की रोटर वाइन्डिंग किसके द्वारा उत्तेजित की जाती है
(A) उत्तेजक से प्राप्त d.c सप्लाई
(B) a.c सप्लाई
(C) स्टेटर धारा के प्रेरण
(D) परिभ्रमण करता हुआ क्षेत्र
Solution:
सिंक्रोनस मोटर की रोटर वाइंडिंग बाहरी डीसी स्रोत द्वारा उत्तेजित की जाती है। यह स्रोत आमतौर पर एक बैटरी या डीसी जनरेटर होता है। डीसी धारा रोटर वाइंडिंग्स में एक चुंबकीय क्षेत्र बनाती है, जो स्टेटर वाइंडिंग्स द्वारा उत्पन्न घूर्णन चुंबकीय क्षेत्र के साथ इंटरैक्ट करके मोटर का रोटेशन उत्पन्न करता है। डीसी उत्तेजन रोटर चुंबकीय क्षेत्र की ताकत और मोटर की टॉर्क विशेषताओं को नियंत्रित करने की अनुमति देता है।
286. ट्रांसफार्मर में प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डलियों युग्मन होता है ?
(A) यांत्रिक
(B) विद्युतीय
(C) चुंबकीय
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
ट्रांसफार्मर में प्राथमिक और द्वितीयक कुंडलियाँ एक चुंबकीय युग्म द्वारा जुड़ी होती हैं, जो उन्हें एक दूसरे के साथ विद्युत रूप से पृथक करते हुए चुंबकीय ऊर्जा स्थानांतरित करने की अनुमति देता है। जब प्राथमिक कुंडली से प्रत्यावर्ती धारा प्रवाहित होती है, तो यह एक परिवर्तनशील चुंबकीय क्षेत्र बनाती है, जिससे द्वितीयक कुंडली में एक प्रेरित वोल्टेज उत्पन्न होता है। इस कुंडलियों के घुमावों की संख्याओं के अनुपात के आधार पर, द्वितीयक वोल्टेज प्राथमिक वोल्टेज से अधिक या कम हो सकता है, जबकि धाराएँ विपरीत अनुपात में बदलती हैं, जिससे शक्ति स्थानांतरण होता है।
287. फील्ड पोल्स के नीचे वायु गैप की तुलना में इंटरपोल के नीचे वायु गैप ?
(A) जनरेटर्स में कम तथा मोटर्स में अधिक होता है
(B) जनरेटर्स में अधिक तथा मोटर्स में कम होता है
(C) जनरेटर्स तथा मोटर्स दोनों में अधिक होता है
(D) जनरेटर्स तथा मोटर्स दोनों में कम होता है
Solution:
फील्ड पोल के नीचे वायु अंतराल, इंटरपोल के नीचे वायु अंतराल की तुलना में आमतौर पर बड़ा होता है क्योंकि:
* **अधिक चुंबकीय प्रवाह:** इंटरपोल कोर से एक संकेंद्रित चुंबकीय प्रवाह की आवश्यकता होती है, जबकि फील्ड पोल एक फैला हुआ प्रवाह उत्पन्न करते हैं।
* **आरेक्चर प्रतिक्रिया:** आर्मेचर धारा फील्ड पोल के नीचे एक क्रॉस-मैग्नेटाइजिंग बल बनाती है, जिसके लिए बड़े वायु अंतराल की आवश्यकता होती है।
* **ध्रुवता परिवर्तन:** फील्ड पोल के बीच ध्रुवता परिवर्तन की अनुमति देने के लिए बड़े वायु अंतराल की आवश्यकता होती है।
* **यांत्रिक स्थिरता:** बड़े वायु अंतराल फील्ड पोल को चुंबकीय पुल से बेहतर ढंग से इन्सुलेट करते हैं।
288. यदि बदलते हुए चुम्बकीय क्षेत्र में चालक को रखा जाए तो चालक में विद्युत वाहब बल उत्पन्न हो जाता है, नियम कहलाता है ?
(A) हेलिक्स का नियम
(B) फैराडे का द्वितीय नियम
(C) फैराडे का प्रथम नियम
(D) फ्लेमिंह का नियम
Solution:
**फैराडे का विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का नियम:**
यदि किसी चालक को एक बदलते हुए चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो चालक में एक विद्युत वाहक बल (ईएमएफ) उत्पन्न हो जाता है। इस ईएमएफ की दिशा ऐसे होती है कि यह उस चुंबकीय क्षेत्र का विरोध करती है जो इसे उत्पन्न कर रहा है।
289. हैलोजन लैम्प में फिलामेंट काम आता है ?
(A) नाइक्रोम
(B) यूरेका
(C) मैगनिन
(D) टंगस्टन
Solution:
हैलोजन लैंप में, फिलामेंट का उपयोग ताप उत्पन्न करने और प्रकाश का उत्सर्जन करने के लिए किया जाता है। जब विद्युत प्रवाह फिलामेंट से गुजरता है, तो यह प्रतिरोध के कारण गर्म हो जाता है और दृश्यमान प्रकाश का उत्सर्जन करता है। हैलोजन गैस की उपस्थिति फिलामेंट से वाष्पित होने वाले टंगस्टन परमाणुओं को फिर से वाष्पित करती है, फिलामेंट के जीवन को लम्बा करती है और लैंप की दक्षता में सुधार करती है।
290. विद्युत प्रचालित खिलौनों में प्रयुक्त मोटर होती है ?
(A) कैपेसिटर मोटर
(B) शेडेड ध्रुव मोटर
(C) यूनिवर्सल मोटर
(D) विभक्त कला मोटर
Solution:
विद्युत प्रचालित खिलौनों में इस्तेमाल होने वाली मोटर एक छोटी, विद्युत चुम्बकीय मशीन होती है जो विद्युत ऊर्जा को घूर्णी गति में परिवर्तित करती है। यह आमतौर पर स्थायी चुम्बक और एक घूर्णन आर्मेचर से बना होता है, जो एक विद्युत प्रवाह से सक्रिय होता है। जब करंट आर्मेचर के माध्यम से प्रवाहित होता है, तो यह चुंबकीय क्षेत्र बनाता है जो स्थायी चुंबकों के साथ परस्पर क्रिया करता है, जिससे आर्मेचर को घूमने के लिए बल उत्पन्न होता है।