Electronics Gk - Electronics Gk In Hindi - Electrical GK Questions
इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और समान्य ज्ञान के सवाल, जो सभी तरह के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान्य ज्ञान | इलेक्ट्रॉनिक जीके प्रश्नोत्तरी | Electronics Questions
301. किस प्रकार के ऐसी से डी. सी. कन्वर्टर में क्षतियाँ कम है और दक्षता अधिक है ?
(A) MG सैट
(B) रोटरी कन्वर्टर
(C) मैटल रेक्टिफायर
(D) मर्करी ऑफ़ रेक्टिफायर
Solution:
एससीआर-आधारित एसी-डीसी कन्वर्टर में कम क्षतियाँ होती हैं और उच्च दक्षता निम्नलिखित कारणों से होती है:
* **थाइरिस्टर स्विचिंग:** थाइरिस्टर बिना किसी नियंत्रित गेट इलेक्ट्रोड के चालू होते हैं, जिससे गेट चालन हानियाँ समाप्त हो जाती हैं।
* **प्राकृतिक कम्यूटेशन:** थाइरिस्टर प्राकृतिक रूप से करंट के शून्य के दौरान बंद होते हैं, जिससे टर्न-ऑफ हानियाँ कम होती हैं।
* **हाई सर्ज क्षमता:** थाइरिस्टर में उच्च वर्तमान और वोल्टेज सर्ज क्षमता होती है, जिससे अधिभार के दौरान क्षति को कम किया जाता है।
* **कम तापीय हानियाँ:** थाइरिस्टर में कम ऑन-स्टेट प्रतिरोध होता है, जिससे तापीय हानियाँ कम हो जाती हैं।
* **समानांतर संचालन:** थाइरिस्टर को समानांतर में जोड़ा जा सकता है, जिससे वर्तमान क्षमता बढ़ जाती है और क्षतियाँ कम हो जाती हैं।
302. कार्बन आर्क लैम्प का उपयोग किया जाता है ?
(A) शयन कक्ष के प्रदीप में
(B) फिल्म प्रोजेक्टर में
(C) अस्पताल के वार्ड में
(D) स्टडी कक्ष में
Solution:
कार्बन आर्क लैम्प एक पुराना प्रकार का प्रकाश स्रोत है जो दो कार्बन इलेक्ट्रोड के बीच एक विद्युत चाप का उपयोग करता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
* **उच्च तीव्रता रोशनी:** कार्बन आर्क लैम्प बेहद चमकीले होते हैं, जिससे उन्हें बाहरी प्रकाश व्यवस्था, प्रोजेक्टर और फोटोग्राफी जैसे अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाया जाता है।
* **यौगिकों का उत्पादन:** कार्बन आर्क लैंप का उपयोग एसीटिलीन, सिलिकॉन और फॉस्फोरस जैसे यौगिकों के उत्पादन के लिए किया जाता है, जो उच्च तापमान और यूवी विकिरण प्रदान करते हैं।
* **धातुओं का काटना और वेल्डिंग:** कार्बन आर्क लैंप का उपयोग धातुओं को काटने और वेल्ड करने के लिए किया जाता है, जो एक केंद्रित और तीव्र ऊष्मा स्रोत प्रदान करते हैं।
303. श्रेणी मोटर के परिभ्रमण की दिशा ?
(A) फील्ड तथा सप्लाई टर्मिनल दोनों रिवर्स कर बदली जा सकती है
(B) केवल फील्ड टर्मिनल रिवर्स कर बदली जा सकती है
(C) केवल सप्लाई टर्मिनल रिवर्स कर बदली जा सकती है
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं
Solution:
श्रेणी मोटर के परिभ्रमण की दिशा फ्लेमिंग के बाएँ हाथ के नियम से निर्धारित होती है:
* अंगूठा चुंबकीय क्षेत्र की दिशा इंगित करता है।
* तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र में चालक के प्रवाह की दिशा इंगित करती है।
* मध्यमा चुंबकीय बल की दिशा इंगित करता है, जो शाफ्ट के परिभ्रमण का कारण बनता है।
304. यदि एक थ्री इंडक्शन को 2-फेज सप्लाई पर स्टार्ट किया जाता है, तब ?
(A) फ्यूज जल सकते हैं
(B) यह jerks के साथ चलेगी
(C) इसकी गति कम होगी
(D) मोटर जल सकती है
Solution:
जब एक तीन-चरण प्रेरण मोटर को दो-चरण की आपूर्ति पर स्टार्ट किया जाता है, तो यह एकल-चरण मोटर के रूप में कार्य करता है। प्रारंभिक टोक़ बहुत कम होता है और मोटर पूरी गति तक नहीं पहुँच पाती है।
इस स्टार्टिंग विधि का उपयोग कम-शक्ति प्रेरण मोटर के लिए किया जाता है, जैसे कि पंखे, पंप और कंप्रेशर्स। मोटर को शुरू करने के लिए कैपेसिटर का उपयोग किया जा सकता है, जो दूसरे चरण में एक विस्थापित वोल्टेज प्रदान करता है।
305. विद्युत प्रेस, हीटर में सप्लाई देने हेतु काम में आता है ?
(A) कनेक्टर विद पिन
(B) थ्री पिन टीप
(C) पाॅर्सलीन कनेक्टर
(D) टू पिन टोप
Solution:
**विद्युत प्रेस और हीटर में प्रेस की भूमिका**
विद्युत प्रेस एक स्विच होता है जो हीटर को करंट की आपूर्ति को नियंत्रित करता है। जब प्रेस बंद होता है, तो करंट हीटर के हीटिंग तत्व से होकर बहता है, जिससे गर्मी उत्पन्न होती है। जब प्रेस खोला जाता है, तो करंट का प्रवाह रुक जाता है, हीटिंग तत्व को ठंडा करने की अनुमति देता है। यह स्विचिंग तंत्र उपयोगकर्ताओं को हीटर के तापमान को नियंत्रित करने की अनुमति देता है, इष्टतम प्रदर्शन सुनिश्चित करता है।
306. किस मोटर का उपयोग, स्थिर गति वाली मशीन उदाहरणतः लेथ ब्लोअर्स फैन आदि में किया जाता है ?
(A) dc शंट मोटर
(B) क्युमुलेटिव कम्पाउंडर मोटर
(C) dc श्रेणी मोटर
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
इंडक्शन मोटर का उपयोग स्थिर गति वाली मशीनों जैसे कि लेथ, ब्लोअर और पंखे में किया जाता है। ये मोटरें एक स्थिर चुंबकीय क्षेत्र बनाती हैं, जो एक प्रेरित धारा में प्रेरित होती है और घूमने वाला रो्टर बनाती है। रोटर चुंबकीय क्षेत्र के साथ बातचीत करता है, जिससे एक स्थिर गति उत्पन्न होती है। इसकी सरल संरचना, कम रखरखाव आवश्यकताएँ और ऊर्जा दक्षता के कारण इंडक्शन मोटरें स्थिर गति अनुप्रयोगों के लिए आदर्श हैं।
307. ट्रांसफॉर्मर में जिन सिरों पर सप्लाई देंगे, वह वाइन्डिंग कहलाती है ?
(A) सैकण्डरी वाइंडिंग
(B) प्राइमरी वाइन्डिंग
(C) A व B दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
ट्रांसफार्मर में जहां प्राथमिक स्रोत से विद्युत आपूर्ति दी जाती है, उसे "प्राथमिक वाइंडिंग" कहा जाता है। प्राथमिक वाइंडिंग विद्युत ऊर्जा प्राप्त करती है और इसे ट्रांसफार्मर के माध्यमिक पक्ष में स्थानांतरित करती है। इसके विपरीत, जहां माध्यमिक वाइंडिंग आपूर्ति करती है, उसे "माध्यमिक वाइंडिंग" कहा जाता है। यह वाइंडिंग ट्रांसफार्मर के प्राथमिक पक्ष से स्थानांतरित प्रेरित विद्युत ऊर्जा को एक नए वोल्टेज स्तर पर वितरित करती है।
308. किसी रेक्टीफायर उपकरण को बैट्री चार्जिंग के लिए प्रयोग करना है, तो उसके लिए रैक्टीफायर का चयन निम्नलिखित आधार पर करना चाहिए ?
(A) शक्ति रेटिंग
(B) वोल्टता एवं धारा रेटिंग
(C) वोल्टता रेटिंग
(D) एम्पियर-घंटा रेटिंग
Solution:
बैटरी चार्जिंग के लिए उपयुक्त रेक्टीफायर का चयन करते समय इन बातों पर विचार करना चाहिए:
* **वोल्टेज और करंट क्षमता:** रेक्टीफायर की वोल्टेज क्षमता बैटरी के वोल्टेज से अधिक होनी चाहिए, और करंट क्षमता बैटरी को चार्ज करने के लिए आवश्यक करंट से अधिक होनी चाहिए।
* **तरंग:** आधी तरंग या पूर्ण तरंग रेक्टीफायर बैटरी चार्जिंग के लिए उपयुक्त हैं, लेकिन पूर्ण तरंग रेक्टीफायर तेजी से और अधिक कुशलता से चार्ज करते हैं।
* **विश्वसनीयता:** रेक्टीफायर को विश्वसनीय होना चाहिए और निरंतर प्रदर्शन प्रदान करना चाहिए।
* **कूलिंग:** उच्च करंट पर काम करने पर रेक्टीफायर को उचित शीतलन की आवश्यकता होती है।
* **पोर्टेबिलिटी:** यदि रेक्टीफायर को पोर्टेबल होना चाहिए, तो यह हल्का और ले जाने में आसान होना चाहिए।
309. माइका कैपेसिटर के क्या गुण है ?
(A) AC की हानियाँ कम होती है
(B) इसका इन्सुलेशन प्रतिरोध अधिक होता है
(C) पावर फैक्टर ठीक होता है
(D) उपरोक्त सभी
Solution:
**माइका कैपेसिटर के गुण:**
* **उच्च तापमान स्थिरता:** उच्च तापमान पर भी स्थिर संधारित्रता बनाए रखते हैं।
* **उच्च आवृत्ति स्थिरता:** उच्च आवृत्तियों पर कम हानि का प्रदर्शन करते हैं।
* **उच्च Q कारक:** ऊर्जा भंडारण में कम हानि, उच्च दक्षता प्रदान करते हैं।
* **उच्च विद्युत क्षेत्र की ताकत:** उच्च वोल्टेज अनुप्रयोगों में भरोसेमंद होते हैं।
* **कम रिसाव धारा:** लंबे समय तक संधारित आवेश को बनाए रखते हैं।
* **लंबा जीवनकाल:** अन्य प्रकार के कैपेसिटर की तुलना में अधिक टिकाऊ होते हैं।
* **कॉम्पैक्ट आकार:** छोटे आकार में अपेक्षाकृत बड़ी संधारित्रता प्रदान करते हैं।
* **उच्च डाईलेक्ट्रिक स्थिरांक:** बड़े मान की संधारित्रता की अनुमति देते हैं।
* **आत्म उपचारात्मक:** छोटी गलतियों से खुद को ठीक करने की क्षमता रखते हैं।
* **प्रतिरोधक आवरण:** यांत्रिक सुरक्षा और इन्सुलेशन प्रदान करता है।
310. प्रतिरोध तापन में प्रयुक्त एलिमेंट के पदार्थो का गुण है ?
(A) उच्च प्रतिरोधकता
(B) निम्न गलनांक
(C) उच्च ताप गुणांक
(D) ये सभी
Solution:
प्रतिरोध तापन में प्रयुक्त एलिमेंट्स आमतौर पर उच्च प्रतिरोधकता और उच्च गलनांक वाले पदार्थों से बने होते हैं। ये पदार्थ विद्युत धारा द्वारा गर्म होने पर महत्वपूर्ण मात्रा में प्रतिरोध प्रदान करते हैं, जिससे ऊष्मा पैदा होती है। आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले एलिमेंट पदार्थों में निक्रोम (न निकल और क्रोमियम का मिश्र धातु), कैंथल (न निकल, क्रोमियम और लोहे का मिश्र धातु) और फेचल (न निकल, क्रोमियम और एल्यूमीनियम का मिश्र धातु) शामिल हैं।