भारतीय राजव्यवस्था से संबंधित सभी महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान के सवाल जो कि सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने के के लिए जान ना जरूरी है
Ias General Knowledge | आईएएस सामान्य ज्ञान
141. जब केंद्र सरकार किसी राज्य को 'विशेष राज्य' का दर्जा देती है तो निम्न में से क्या होता है ?
(A) केंद्रीय सहायता का एक बड़ा हिस्सा राज्य को प्राप्त होने लगता है
(B) राज्य के बजट घाटे को केंद्र पूरा करता है
(C) राज्य को दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज काफी बढ़ जाता है
(D) इस अवधि में केंद्र सरकार, राज्य के सभी खर्चों को स्वयं उठाती है
Solution:
जब भारत सरकार किसी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करती है, तो राज्य को अतिरिक्त विशेषाधिकार और वित्तीय सहायता प्राप्त होती है। इसमें शामिल हैं:
* केंद्रीय करों का अनुपातित हिस्सा
* केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए अतिरिक्त वित्त पोषण
* कल्याणकारी योजनाओं के लिए विशेष सहायता
* क्षेत्रीय विकास और बुनियादी ढांचे के लिए प्राथमिकता
* राज्य की विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुकूलित नीतियां
142. भारतीय संघ के राज्य अपनी सीमाओं में किस प्रकार परिवर्तन कर सकते हैं ?
(A) संसद द्वारा साधारण प्रक्रिया एवं सामान्य बहुमत से
(B) दोनों सदनों के दो-तिहाई बहुमत से
(C) दोनों सदनों के दो-तिहाई बहुमत एवं संबंधित राज्य की विधायिका के परामर्श से
(D) केंद्र सरकार के कार्यपालक आदेश एवं संबंधित राज्य की विधायिका के परामर्श से
Solution:
संविधान का अनुच्छेद 2 के प्रावधानों के अनुसार, भारतीय संघ के राज्यों की सीमाओं को संसद के एक अधिनियम द्वारा पुनर्निर्धारित किया जा सकता है। संसद, राज्य विधानमंडल के संकल्प या केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर, सीमाओं में परिवर्तन करने के लिए एक विधेयक पेश करती है। विधेयक को दोनों सदनों द्वारा पारित किया जाना चाहिए और राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए। सीमा परिवर्तन अधिनियम के प्रारंभ होने पर प्रभावी हो जाता है।
143. भारत के राष्ट्रपति को दोषी व्यक्ति के दंड को क्षमा, उसका प्रविलंबन, लघुकरण, विराम या परिहार करने की शक्ति प्राप्त है। इस संबंध में निम्न में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है ?
(A) राष्ट्रपति क्षमादान की याचिका को निरस्त कर सकते हैं लेकिन निरस्मत करने से पूर्व वे इस याचिका पर विचार अवश्य करेंगे।
(B) राष्ट्रपति को ऐसे मामलों में भी दोषी व्यक्ति के दंड को क्षमा, उसका प्रविलंबन, लघुकरण, विराम या परिहार करने की शक्ति प्राप्त है, जिसमें उसे मृत्युदंड दिया गया हो
(C) कोर्ट मार्शल से सजा प्राप्त मामलों में भी राष्ट्रपति ऐसा कर सकते हैं
(D) राष्ट्रपति को ऐसे मामलों में भी दोषी व्यक्ति के दंड को क्षमा, उसका प्रविलंबन, लघुकरण, विराम या परिहार करने की शक्ति प्राप्त है, जिसमें केंद्र की कार्यपालक शक्तियों का उल्लंघन हुआ हो
Solution:
भारत के राष्ट्रपति को दंडित व्यक्तियों को क्षमा प्रदान करने की शक्ति है, लेकिन यह शक्ति पूर्ण नहीं है। निम्नलिखित कथन में से जो सत्य नहीं है वह यह है:
* राष्ट्रपति केवल राज्य सरकारों द्वारा दी गई सजाओं को ही क्षमा कर सकते हैं।
144. निम्नलिखित में किस व्यक्ति ने यह विचार व्यक्त किया था कि भारतीय संविधान उतना ही संघीय है जितना कि यह दोहरी शासन व्यवस्था स्थापित करता है ?
(A) बी. आर. अम्बेडकर
(B) के. सी. विहयरे
(C) एच. एम. सीरवई
(D) आइवर जेमिंग्स
Solution:
इस विचार को **granville austin** ने व्यक्त किया था। ऑस्टिन ने तर्क दिया कि भारतीय संविधान एक संघीय ढांचा नहीं है, बल्कि दोहरे शासन की एक प्रणाली स्थापित करता है, जहां केंद्र सरकार राज्यों पर महत्वपूर्ण नियंत्रण रखती है।
145. हालांकि, राज्य नीति के निदेशक तत्वों को किसी न्यायालय द्वारा बलपूर्वक लागू नहीं कराया जा सकता लेकिन फिर भी वे महत्त्वपूर्ण हैं, क्योंकिः ?
(A) देश के प्रशासन के आधार हैं
(B) राज्य पर बाध्यकारी हैं
(C) भारत के राष्ट्रपति द्वारा लागू किए जाते हैं
(D) मूल अधिकारों से उच्चतर हैं
Solution:
हालाँकि राज्य नीति के निदेशक तत्व न्यायसंगत नहीं हैं, लेकिन वे महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे:
* सरकार के लिए शासन के एक मार्गदर्शक सिद्धांत प्रदान करते हैं।
* नागरिकों को उनके अधिकारों और अपेक्षाओं की याद दिलाते हैं।
* सामाजिक और आर्थिक न्याय, समानता और कल्याण को बढ़ावा देते हैं।
* संविधान के नैतिक और आदर्शवादी पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।
* सरकार और नागरिकों के बीच एक "नैतिक बंधन" बनाते हैं, इसके लिए सरकार से इन सिद्धांतों को लागू करने का आग्रह किया जाता है।
146. निम्न में से किस अधिनियम के द्वारा प्रांतों में आंशिक उत्तरदायी सरकार की स्थापना की गयी ?
(A) भारत शासन अधिनियम, 1919
(B) भारतीय परिषद अधिनियम, 1909
(C) भारत शासन अधिनियम, 1935
(D) भारतीय परिषद अधिनियम, 1892
Solution:
भारत सरकार अधिनियम, 1919
इस अधिनियम ने प्रांतों में द्वैध शासन प्रणाली शुरू की, जिसमें कुछ विषयों के लिए प्रांतीय सरकारें जिम्मेदार थीं (उत्तरदायी शासन) और अन्य विषयों के लिए गवर्नर और उनकी कार्यकारी परिषद जिम्मेदार थी। इसने प्रांतों में आंशिक उत्तरदायी सरकार की शुरुआत को चिह्नित किया।
147. भारत में अंग्रेजों की लूट किस महत्त्वपूर्ण घटना के बाद शुरु हो गई थी ?
(A) बक्सर के युद्ध के पश्चात्
(B) .कंपनी को भारत में व्यापार करने की अनुमति मिलने के पश्चात्
(C) 1813 के चार्टर एक्ट के पश्चात्
(D) प्लासी के युद्ध के पश्चात्
Solution:
भारत में ब्रिटिश लूट प्लासी की लड़ाई (1757) के बाद शुरू हुई। लड़ाई में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत ने उन्हें बंगाल के नवाब पर नियंत्रण प्रदान किया, जो उस समय भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे अमीर और शक्तिशाली क्षेत्र था। इस जीत ने कंपनी को भारत के आर्थिक संसाधनों का दोहन करने और देश भर में अपने प्रभाव का विस्तार करने की अनुमति दी। प्लासी की लड़ाई ब्रिटिश साम्राज्यवाद की शुरुआत का प्रतीक बनी, जिसके कारण भारत पर 200 वर्षों का औपनिवेशिक शासन हुआ।
148. राज्य नीति के निदेशक तत्व किसके लिए आधार हैं ?
(A) व्यक्तिगत अधिकारों का संरक्षण
(B) न्याय का प्रशासन
(C) राज्य का प्रशासन
(D) पिछड़े वर्गों का उन्नयन
Solution:
राज्य नीति के निदेशक तत्व भारतीय संविधान के भाग IV में उल्लिखित सिद्धांत हैं जो सरकार को सामाजिक और आर्थिक न्याय को बढ़ावा देने और नागरिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। वे मौलिक अधिकारों का विस्तार करते हैं और सरकार को एक कल्याणकारी राज्य स्थापित करने के लिए बाध्य करते हैं जो नागरिकों को जीवन का एक सम्मानजनक स्तर प्रदान करता है। वे मूलभूत उद्देश्य और दिशानिर्देश के रूप में कार्य करते हैं जिसके अनुसार सरकार को अपनी नीतियां बनानी चाहिए और अपने कानून बनाना चाहिए।
149. निम्न में से कौन संविधान के अनुच्छेद 19 में उल्लिखित स्वतंत्रता के अधिकारों में शामिल नहीं है ?
(A) भारत के किसी भाग में विचरण एवं बसने की स्वतंत्रता
(B) अल्पसंख्यकों को शैक्षिक संस्थाओं की स्थापना एवं उनके संचालन का अधिकार
(C) सम्मेलन करने या संघ बनाने की स्वतंत्रता
(D) शांतिपूर्वक और निरायुध सम्मेलन का अधिकार
Solution:
अनुच्छेद 19 संविधान में उल्लिखित स्वतंत्रता के अधिकारों में शामिल नहीं है:
* संपत्ति का अधिकार (अनुच्छेद 300)
150. संविधान की प्रस्तावना में उल्लिखित शब्दों का सही क्रम क्या है ?
संविधान की प्रस्तावना में उल्लिखित शब्दों का सही क्रम है:
हम भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर अपनी संविधान सभा में आज दिनांक 26 नवंबर, 1949 ई. को एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।