Teaching Aptitude - Teaching Aptitude In Hindi - Teaching Aptitude Question
शिक्षण अभिवृति एवं शिक्षण अभिरुचि से संबंधित समान्य ज्ञान के सवाल। शिक्षण अभिक्षमता को बढ़ाने के लिए सामान्य ज्ञान के सवाल का संग्रह जो सभी प्रतियोगिया जैसे CTET, UCG, CSIR, TET, TGT, BED, सेट, केंद्रीय विद्यालय, नबोदया विद्यालय, पीजीटी आदि के तयारी में सहयोग करेगी ।
शिक्षण अभिवृत्ति एवं शिक्षण अभिरुचि प्रश्नोत्तरी | Teacher Aptitude Test | Teaching Aptitude GK
1. अगर आप महात्मा गाँधी जैसे होते तो विद्यार्थियों को सीखना चाहते ?
(A) परोपकार करके सम्मान अर्जित करना
(B) छात्रों में अनुशासन लाना
(C) सच बोलकर महान बनना
(D) सत्य एवं अहिंसा का पालन करना
Solution:
यदि मैं महात्मा गांधी होता, तो मैं छात्रों में निम्नलिखित गुणों को विकसित करने पर जोर देता:
* **सत्य और अहिंसा:** सत्य का पालन करने और सभी जीवित प्राणियों के प्रति करुणा और सम्मान दिखाने का महत्व।
* **स्वावलंबन:** स्वतंत्र रूप से सोचने, कार्य करने और जिम्मेदारी लेने की क्षमता।
* **सहयोग:** दूसरों के साथ काम करने, साझा करने और समाज के लिए योगदान करने की इच्छा।
* **अनुशासन:** समय का महत्व, लक्ष्यों को प्राप्त करने और व्यक्तिगत विकास की इच्छा।
* **सेवा:** कम भाग्यशाली लोगों की मदद करने और समुदाय को बेहतर बनाने की भावना।
2. शिक्षा किसी निश्चित स्थान पर प्रदान की जाती है। यह कथन शिक्षा के किस अर्थ में प्रयुक्त होता है ?
(A) शिक्षा का वास्तविक अर्थ
(B) शिक्षा का संकुचित अर्थ
(C) शिक्षा का विस्तृत अर्थ
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
Solution:
शिक्षा का संकीर्ण अर्थ स्थान से संबंधित है, जहां यह व्यवस्थित रूप से होता है, जैसे स्कूल या विश्वविद्यालय। यह दृष्टिकोण शिक्षा को भौतिक स्थान तक सीमित करता है, जबकि व्यापक अर्थ में, शिक्षा कोई भी अनुभव या प्रक्रिया हो सकती है जिसके द्वारा ज्ञान, कौशल और मूल्यों का अधिग्रहण किया जाता है, भले ही वह किसी विशिष्ट स्थान पर न हो।
3. सामाजिक समायोजन का कठिन काल कहा जाता है ?
(A) बाल्यावस्था के बाद के चरण को
(B) पूर्व किशोरावस्था को लड़कियों एवं लड़कों दोनों के संदर्भ में
(C) किशोरावस्था को
(D) इनमें से कोई नहीं
Solution:
किशोरावस्था को सामाजिक समायोजन का कठिन काल कहा जाता है क्योंकि इस दौरान व्यक्ति अपने माता-पिता, साथियों और समाज से स्वतंत्रता प्राप्त करते हुए अपनी पहचान की तलाश करता है। वे शारीरिक परिवर्तनों का अनुभव करते हैं, नई सामाजिक भूमिकाएँ ग्रहण करते हैं और जीवन के उद्देश्य को तलाशते हैं। यह स्वतंत्रता और जिम्मेदारी में बदलाव तनाव और चिंता का कारण बन सकता है, जिससे सामाजिक समायोजन चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
4. व्यक्तित्व मापन के लिए व्यक्ति की सम्पूर्ण सूचनाएं प्राप्त करने की विधि है ?
(A) अवलोकन विधि
(B) निर्धारण मान
(C) व्यक्ति इतिहास विधि
(D) साक्षात्कार विधि
Solution:
व्यक्तिगत आकलन में एक व्यक्ति के बारे में यथासंभव पूरी जानकारी एकत्र करना शामिल है। इसमें वे विधियाँ शामिल हैं जो व्यक्ति की विशेषताओं, व्यवहारों और मानसिक प्रक्रियाओं की सटीक और व्यापक समझ प्रदान करती हैं। इन तरीकों में व्यक्तित्व परीक्षण, साक्षात्कार, अवलोकन और आत्म-रिपोर्ट उपाय शामिल हैं। इन विधियों के संयोजन का उपयोग करके, मूल्यांकनकर्ता व्यक्ति की क्षमताओं, झुकावों, व्यक्तित्व लक्षणों और मानसिक स्वास्थ्य की गहरी समझ प्राप्त कर सकते हैं।
5. छात्रों द्वारा विचार-विनिमय किया जाता है ?
(A) किसी विशेष स्थिति में।
(B) वाद-विवाद
(C) सम्मेलन व विचार गोष्ठी
(D) प्रोजेक्ट
Solution:
छात्र विचार-विनिमय में तब शामिल होते हैं जब वे अपने विचारों, विचारों और अनुभवों को साझा करते हैं। यह एक सहयोगी प्रक्रिया है जहां छात्र एक-दूसरे को सीखने में मदद करते हैं। विचार-विनिमय कक्षा में चर्चा, समूह परियोजनाओं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से हो सकता है। यह छात्रों को विभिन्न दृष्टिकोणों को समझने, उनकी आलोचनात्मक सोच कौशल विकसित करने और समस्याओं को हल करने में मदद करता है।
6. उत्तम शैक्षणिक नेतृत्व के लिए चाहिए ?
(A) अच्छा व्यक्तित्व एवं सब के साथ समान व्यवहार
(B) योजनाओं का सतत् मूल्यांकन
(C) समूह पर कड़ा नियंत्रण
(D) समूह के प्रति समर्पण की भावना एवं ऊँचा मनोबल
Solution:
उत्तम शैक्षणिक नेतृत्व के लिए आवश्यक है:
* **दृष्टि और स्पष्टता:** एक स्पष्ट दृष्टिकोण और लक्ष्य निर्धारित करना।
* **संचार:** स्पष्ट रूप से और प्रभावी ढंग से संवाद करना, फीडबैक मांगना और विचारों की सक्रिय रूप से सुनना।
* **सहयोग:** एक सहयोगात्मक संस्कृति का पोषण करना, विश्वास का निर्माण करना और साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए टीम का समर्थन करना।
* **जवाबदेही:** परिणामों की जिम्मेदारी लेना, प्रगति की निगरानी करना और आवश्यकतानुसार समायोजन करना।
* **नवाचार:** नए विचारों को प्रोत्साहित करना, सीखने को आगे बढ़ाने और शैक्षणिक परिणामों में सुधार के लिए जोखिम लेना।
7. पावलोव ने अधिगम का जो सिद्धांत प्रतिपादित किया था, वह है ?
(A) बहुक्रिया
(B) आंशिक क्रिया
(C) अनुकूलित अनुक्रिया
(D) आत्मीकरण
Solution:
**शास्त्रीय अनुबंधन**
पावलोव का शास्त्रीय अनुबंधन अधिगम का एक रूप है जहां एक तटस्थ उद्दीपक एक प्रतिवर्त प्रतिक्रिया के साथ बार-बार जोड़ा जाता है। समय के साथ, तटस्थ उद्दीपक केवल प्रतिवर्त प्रतिक्रिया को पैदा करने के लिए पर्याप्त हो जाता है, भले ही मूल उद्दीपक अनुपस्थित हो। इस सिद्धांत ने व्यवहार के अधिग्रहण और संशोधन में उत्तेजना-प्रतिक्रिया संघों के महत्व पर प्रकाश डाला।
8. निष्क्रिय सहानुभूति होती है ?
(A) मौखिक
(B) लिखित
(C) कृत्रिम
(D) मौखिक व कृत्रिम
Solution:
निष्क्रिय सहानुभूति दूसरों की भावनाओं को समझने और स्वीकार करने की क्षमता है, लेकिन प्रत्यक्ष रूप से उन भावनाओं का अनुभव किए बिना। यह दूसरों के साथ जुड़ाव और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने की अनुमति देता है, लेकिन यह अपने स्वयं के भावनात्मक तनाव को कम करने में सहायक नहीं होता है। निष्क्रिय सहानुभूति एक मूल्यवान कौशल है जो रिश्तों को मजबूत करने और एक सहायक समुदाय बनाने में मदद कर सकता है।
9. भरसक प्रयासों के बावजूद जब सफलता न मिले तो समझना चाहिए ?
(A) भाग्य में ऐसा ही लिया था
(B) प्रयासों में कहीं कोई कमी रह गई थी
(C) बिना असफलता के सफलता मिलती
(D) कि बाहरी मदद नहीं मिल पाई
Solution:
जब सभी यथासंभव प्रयासों के बावजूद सफलता हासिल नहीं होती, तो यह समझना चाहिए कि:
* हमारे प्रयास अपर्याप्त या अनुचित हो सकते हैं।
* परिस्थितियाँ अनुकूल नहीं हो सकती हैं।
* हमारी अपेक्षाएँ अवास्तविक हो सकती हैं।
* हमें अपनी रणनीतियों का पुनर्मूल्यांकन करने और वैकल्पिक दृष्टिकोणों पर विचार करने की आवश्यकता है।
* यह समझना कि विफलता सफलता की राह का एक अभिन्न अंग है और हमें सीखने और विकसित होते रहने के लिए प्रेरित करती है।
10. आपकी राय में स्त्री शिक्षा को प्रोत्साहित करने का क्या परिणाम होगा ?
(A) यह स्त्रियों को स्वतंत्र बना देगा
(B) समाज प्रगति करेगा
(C) वह स्त्रियों की वित्तीय स्थिति में सुधार लाएगा
(D) यह घरेलू कामकाज में रुकावट बनेगा
Solution:
स्त्री शिक्षा को प्रोत्साहित करने के दूरगामी परिणाम हैं:
* **सशक्त महिलाएँ:** शिक्षित महिलाएँ अपने जीवन पर नियंत्रण रखती हैं, आर्थिक रूप से स्वतंत्र होती हैं और निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं।
* **बेहतर स्वास्थ्य परिणाम:** शिक्षित महिलाएँ स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में अधिक जानकार होती हैं, जिससे बेहतर मातृ और बाल स्वास्थ्य परिणाम प्राप्त होते हैं।
* **आर्थिक विकास:** शिक्षित महिलाएँ कार्यबल में योगदान करती हैं, आर्थिक विकास को बढ़ावा देती हैं और गरीबी कम करती हैं।
* **समाज में सुधार:** शिक्षित महिलाएँ घरेलू हिंसा और लैंगिक असमानता पर बोलती हैं, जिससे समाज में सुधार होता है।
* **शिक्षित बच्चे:** शिक्षित महिलाएँ अपने बच्चों को शिक्षित और स्वस्थ होने की संभावना अधिक रखती हैं, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए चक्र को कायम रखा जाता है।